Last Updated:August 05, 2025, 07:45 IST
Penalty on Policy broker : बीमा नियामक इरडा ने पॉलिसीबाजार पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. कंपनी पर कुछ पॉलिसी को जोर देकर बेचने और ग्राहकों से पैसे लेकर बीमाकर्ता कंपनी तक नहीं पहुंचाने का आरोप है.

हाइलाइट्स
इरडा ने पॉलिसीबाजार पर 5 करोड़ का जुर्माना लगाया.कंपनी ने 4.2 करोड़ से अधिक बीमा पॉलिसी बेची हैं.पॉलिसीबाजार ने ग्राहकों से पैसे लेकर बीमाकर्ता को नहीं भेजे.नई दिल्ली. बीमा क्षेत्र के नियामक इरडा ने कुछ खामियों की वजह से पॉलिसीबाजार इंश्योरेंस ब्रोकर्स पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने के साथ ही बीमा मानदंडों का उल्लंघन करने को लेकर आगाह भी किया है. पॉलिसीबाजार इंश्योरेंस ब्रोकर्स को पहले पॉलिसीबाजार वेब एग्रीगेटर के नाम से जाना जाता था. भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने एक आधिकारिक बयान में कंपनी को निर्देश, सलाह और चेतावनी भी जारी की है.
नियामक ने कहा कि पॉलिसीबाजार वेब एग्रीगेटर प्राइवेट लिमिटेड (अब ‘पॉलिसीबाज़ार इंश्योरेंस ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड’) पर बीमा अधिनियम, 1938 और नियमों एवं विनियमों के तहत स्थापित ‘विभिन्न उल्लंघनों’ के लिए निर्देश, सलाह और चेतावनी के साथ 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. पॉलिसीबाजार साल 2008 में अपनी स्थापना के बाद से अब तक 4.2 करोड़ से अधिक बीमा पॉलिसी बेच चुका है.
क्या नियम तोड़ा कंपनी ने
इरडा की मानें तो कंपनी ने नियामकीय उल्लंघन करने के साथ ग्राहकों से भी धोखाधड़ी की है. इरडा ने कहा है कि बिना अप्रूवल के ही कंपनी ने दूसरी कंपनियों में भी डायरेक्टरशिप हासिल की है. इसके अलावा कंपनी को कुछ तरह की बीमा पॉलिसी को जोर देकर ग्राहकों को बेचने का दोषी पाया गया है. इतना ही नहीं कंपनी ने कई प्रोडक्ट को अच्छा बताकर उसे रैंकिंग में टॉप पर रखा, ताकि ग्राहकों को गुमराह करके इन उत्पादों को बेचा जा सके. कंपनी ने इन उत्पादों को बेहतर बताने के पीछे कोई कारण भी नहीं बताया और न ही ग्राहकों को कोई सलाह दी.
किस प्रोडक्ट को टॉप पर दिखाया
इरडा ने बताया कि पॉलिसीबाजार ने ग्राहकों से पैसे लेकर उसे इंश्योरेंस करने वाली कंपनियों को समय से पहले नहीं पहुंचाया. इस वजह से कंपनी पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोका गया है. कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर जिन 5 प्रोडक्ट को बेस्ट बताकर टॉप पर दिखाया, उनमें सभी यूलिप प्लान थे. इसमें बजाज अलायंज गोल एश्योर, एडलवीज टोक्यो वेल्थ गेन प्लस, एचडीएफसी क्लिक2 वेल्थ, एसबीआई लाइफ ई-वेल्थ इंश्योरेंस और आईसीआईसीआई सिग्नेचर शामिल हैं.
बीमाकर्ता को समय पर नहीं भेजा पैसा
इरडा ने अपनी जांच में यह भी पाया कि पॉलिसीबाजार ने ग्राहकों को बीमा पॉलिसी बेचने के बाद उनसे लिए पैसों को बीमाकर्ता कंपनियों को नहीं भेजा. इरडा ने पाया कि 67 बीमा पॉलिसी को बेचने के बाद उन पैसों को 30 दिन से ज्यादा समय तक अपने पास रखा, जबकि नियम कहता है कि 3 दिन के भीतर इन पैसों को बीमाकर्ता कंपनी को दिया जाना जरूरी है. इसके अलावा 8,971 सैंपल इंश्योरेंस पॉसिली का पैसा 5 से 24 दिन की देरी के बाद कंपनी को भेजा गया. पॉलिसीबाजार ने 77,033 पॉलिसीज के पैसों को 3 दिन की डेडलाइन से ज्यादा समय तक अपने पास रखा.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 05, 2025, 07:45 IST