Last Updated:August 05, 2025, 13:53 IST
दिल्ली के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक का रंग-रूप अब बदलने वाला है. यहां मौजूद प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO), गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और वित्त मंत्रालय जैसे देश के सबसे महत्वपूर्ण कार्यालयों को जल्द ही दूसरी जगह शिफ्...और पढ़ें

हाइलाइट्स
नॉर्थ और साउथ ब्लॉक म्यूजियम में बदलेंगे.5000 साल का भारतीय इतिहास दिखाया जाएगा.इनमें हड़प्पा सभ्यता, मौर्य और गुप्त साम्राज्य की झलक दिखेगी.राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक जल्द ही नए रंग-रूप में नजर आएंगे. इन दोनों भवनों में वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO), गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और वित्त मंत्रालय जैसे देश के सबसे महत्वपूर्ण कार्यालय चल रहे हैं. हालांकि अब इन्हें नई संसद और सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के अंतर्गत बनाए गए नए भवनों में ट्रांसफर कर दिया.
दरअसल सरकार की योजना है कि ‘युगे युगीन भारत’ नामक विशेष परियोजना के तहत नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को एक भव्य म्यूजियम में तब्दील किया जाए. इस संग्रहालय में 5,000 वर्षों की भारतीय सभ्यता, संस्कृति और इतिहास को आधुनिक तकनीक के साथ प्रस्तुत किया जाएगा.
क्या होगा म्यूजियम में?
जानकारी के अनुसार, नॉर्थ और साउथ ब्लॉक के विशाल भवनों को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से इस्तेमाल किया जाएगा. इनमें हड़प्पा सभ्यता, वैदिक काल, मौर्य और गुप्त साम्राज्य, मुगलकाल, ब्रिटिश शासन, स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्र भारत के विकास जैसे विषयों पर डिजिटल डिस्प्ले, इंटरैक्टिव गैलरी और आर्टिफैक्ट्स के ज़रिए जानकारी दी जाएगी.
क्यों खास है नॉर्थ और साउथ ब्लॉक?
ब्रिटिश काल में बने ये भवन न केवल सत्ता के प्रतीक रहे हैं, बल्कि देश की प्रशासनिक रीढ़ भी माने जाते हैं. 1927 में निर्मित ये इमारतें वास्तुकला और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण हैं. इन्हें सर एडविन लुटियन्स और हर्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया था.
सरकार का क्या कहना है?
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, यह निर्णय भारत की प्राचीनता और आधुनिकता को एक साथ प्रस्तुत करने के उद्देश्य से लिया गया है. ‘युगे युगीन भारत’ नामक यह संग्रहालय आने वाली पीढ़ियों को यह दिखाएगा कि कैसे भारत की सभ्यता हजारों वर्षों से विकसित होती रही है.
नॉर्थ और साउथ ब्लॉक का म्यूजियम में बदलना न केवल राष्ट्रीय धरोहर के संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम होगा, बल्कि यह भारत की गौरवशाली सांस्कृतिक यात्रा को भी दर्शाएगा. एक तरफ जहां आधुनिक भारत की प्रशासनिक इकाइयाँ नए भवनों में कार्य करेंगी, वहीं दूसरी ओर पुराना परिसर देश की इतिहास और विरासत का अद्भुत संग्रहालय बनकर उभरेगा.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 05, 2025, 13:53 IST