Last Updated:October 30, 2025, 09:29 IST
Haryana News: रूस-युक्रेन युद्ध में मदनहेड़ी के सोनू की मौत के बाद शव गांव पहुंचा, अंतिम विदाई दी गई. परिजनों ने जबरन भर्ती का आरोप लगाया, विधायक जस्सी पेटवाड़ ने आर्थिक सहायता की मांग की.
परिजनों ने बताया कि सोनू को जबरन रशियन आर्मी में भर्ती कर युद्ध में भेजा था. हिसार. रूस-युक्रेन युद्ध में मारे गए हरियाणा के हिसार के गांव मदनहेड़ी के 28 वर्षीय सोनू का शव बुधवार दोपहर गांव पहुंचा और फिर मदनहेड़ी गांव में अंतिम संस्कार किया. गांव वालो ने नम आँखों से सोनू को अंतिम विदाई दी गई.
रूस की सेना ने सैन्य समान के साथ सोनू के पार्थिव शरीर को भारत भेजा. पार्थिव शरीर का गांव में पहुंचने पर गांव वालों शहीद सोनू अमर रहे के नारे लगाए. परिजन और ग्रामीण ने कहा कि सोनू को भुलाया नहीं जा सकता. वही नारनौंद से विधायक जस्सी पेटवाड़ ने सरकार से मांग की है कि उनके परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए. वही, बास थाना प्रभारी बलवंत सिंह ने कहा कि सरकार को सोनू के परिजनों की मदद करेगी.
परिजनों ने बताया कि सोनू को जबरन रशियन आर्मी में भर्ती कर युद्ध में भेजा था. मृतक सोनू के चाचा जगबीर सिंह बताया कि सोनू से परिवार की 3 सितंबर को आखिरी बार फोन कर बताया था कि उसे जबरन रशियन आर्मी में भर्ती किया जा रहा है और जल्द युद्ध में भेजा जाएगा.
इसके बाद 19 सितंबर को रूस से एक पत्र मिला, जिसमें बताया गया कि वह 6 सितंबर से लापता है और अब उसका शव मिल गया है, लेकिन परिवार का कहना है कि रूसी सेना ने जो शव बताया, वह किसी और का है. सोनू के चाचा ने कहा कि 6 अक्टूबर को भी परिवार के पास रूस की सेना के एक अधिकारी ने पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है कि सोनू की युद्ध में मौत हो चुकी है. हालांकि, इसके बाद रूस स्थित भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि नहीं की थी. भारतीय दूतावास से भी परिवार का संपर्क हुआ.
परिवार के पास रूस की सेना के एक अधिकारी ने पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी.
जगबीर सिंह ने कि 6 अक्टूबर को भी परिवार के पास रूस की सेना के एक अधिकारी ने पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है कि सोनू की युद्ध में मौत हो चुकी है. हालांकि, इसके बाद रूस स्थित भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि नहीं की थी. भारतीय दूतावास से भी परिवार का संपर्क हुआ. जिसमें कहा गया कि मौत की जानकारी सही है. ग्रामीणों ने कहा की सोनू एक अच्छा युवक था. सरकार को उसके परिवार की मदद करनी चहिए.
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...
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Location :
Hisar,Hisar,Haryana
First Published :
October 30, 2025, 09:28 IST

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