Last Updated:July 03, 2025, 10:55 IST
Physical Share vs Demat : शेयर बाजार नियामक सेबी ने फिजिकल शेयरों को डिजिटल रूप में बलदने के लिए एक बार फिर मौका दिया है. ऐसे निवेशक जिन्होंने अपने फिजिकल शेयरों को डिजिटल रूप में बदलने के आवेदन किया था, लेकिन...और पढ़ें

सेबी ने फिजिकल शेयरों को डिजिटल में बदलने का एक और मौका दिया है.
हाइलाइट्स
सेबी ने फिजिकल शेयरों को डिजिटल में बदलने की सुविधा दी.निवेशक 6 जनवरी, 2026 तक अप्लाई कर सकते हैं.फिजिकल शेयरों को डीमैट में बदलने का मौका.नई दिल्ली. बाजार नियामक सेबी ने 6 साल पहले बंद की गई व्यवस्था को फिर से शुरू कर दिया है. इसका फायदा शेयर बाजार के लाखों निवेशकों को मिलेगा. सेबी ने इस व्यवस्था को अप्रैल, 2019 में ही बंद कर दिया था, लेकिन अब इसे वापस 6 महीने के लिए शुरू किया है. बाजार नियामक ने कहा है कि सुविधा का लाभ उठाने के लिए निवेशकों को 6 जनवरी, 2026 से पहले ही अप्लाई करना होगा और इसके लिए बाकायदा सही दस्तावेजों का भी इस्तेमाल करना पड़ेगा.
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अपने हालिया आदेश में कहा है कि निवेशकों की सुविधा के लिए भौतिक शेयर हस्तांतरण अनुरोधों को दोबारा दर्ज कराने के लिए कदम उठाया है. इसके तहत निवेशकों को एक अप्रैल, 2019 से पहले पेश किए गए, लेकिन खामियों के कारण खारिज या वापस कर दिए गए भौतिक शेयर हस्तांतरण अनुरोधों को फिर से दर्ज कराने के लिए वन टाइम सुविधा की अनुमति दी गई है.
कब से कर सकेंगे अप्लाई
सेबी ने बताया है कि निवेश को आसान बनाने और निवेशकों के अधिकारों की रक्षा करने के अपने प्रयासों के तहत सिर्फ छह महीने के लिए यह सुविधा दी है. इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए 7 जुलाई से 6 जनवरी, 2026 तक अप्लाई कर सकते हैं. इस दौरान फिजिकल शेयरों को डीमैट शेयरों में बदलवाया जा सकता है. सेबी ने भौतिक रूप में मौजूद शेयरों का हस्तांतरण एक अप्रैल, 2019 से बंद कर दिया था.
पहले भी बढ़ाई थी समयसीमा
इससे पहले सेबी ने निवेशकों को अंतिम तारीख यानी 1 अप्रैल, 2019 से पहले जमा किए गए लेकिन दस्तावेजों के कारण खारिज किए गए हस्तांतरण कार्यों को फिर से दर्ज करने की अनुमति दी थी और इसके लिए 31 मार्च, 2021 की समयसीमा तय की थी. हालांकि, कई निवेशक उस समयसीमा के भीतर आवेदन नहीं दे पाए थे. निवेशकों, पंजीयक एवं शेयर हस्तांरण एजेंटों (आरटीए) और सूचीबद्ध कंपनियों के प्रतिवेदनों के आधार पर विशेषज्ञों की एक समिति ने इस मामले की समीक्षा की थी. विशेषज्ञ समिति ने ऐसे निवेशकों के लिए भौतिक रूप में मौजूद शेयरों के हस्तांतरण का एक और अवसर दिए जाने की सिफारिश की, जिसके बाद यह मौका दिया गया है.
कितने निवेशकों के पास फिजिकल शेयर
सेबी के अनुसार, अब भी करीब 1-1.5% स्टॉक्स भौतिक रूप यानी शेयर प्रमाणपत्रों के माध्यम से मौजूद है. भौतिक शेयरों को डीमैट में बदलने की प्रक्रिया में उपयोगकर्ताओं को एक डीमैट खाता खोलना होगा, जो निवेश के लिए एक डिजिटल वॉलेट के रूप में कार्य करता है. इसके लिए डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट की जरूरत होगी जो फिजिकल शेयरों की जांच करती है और उन्हें रद्द कर डिजिटल शेयरों में बदल देती है, जिसे डीमैट खाते में डाल दिया जाता है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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