बाज की नजर, दुश्मन के काल और... कौन हैं ऑपरेशन महादेव के जांबाज

9 hours ago

Last Updated:July 29, 2025, 06:49 IST

Operation Mahadev: ऑपरेशन महादेव में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा समेत तीन आतंकवादियों को ढेर किया. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा बलों की सराहना...और पढ़ें

बाज की नजर, दुश्मन के काल और... कौन हैं ऑपरेशन महादेव के जांबाजसुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव चलाकर तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया.

हाइलाइट्स

भारतीय सेना ने ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकियों को मार गिराया.पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान शाह ढेर.उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों की सराहना की.

Operation Mahadev: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के हरवन के पास लिदवास क्षेत्र में सोमवार को भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने मिलकर एक सटीक ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन में तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया. इसे ऑपरेशन महादेव नाम दिया गया. इस ऑपरेशन में 24 राष्ट्रीय राइफल्स और 4 पैरा स्पेशल फोर्सेस के जांबाजों ने चिनार कोर के नेतृत्व में अंजाम दिया. मारे गए तीनों आतंकवादी बेहद खतरनाक थे. इनमें पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान शाह भी शामिल था. इसी साल 22 अप्रैल पहलगाम के बैसारन वैली में आतंकवादियों ने हिंदू पर्यटकों का नरसंहार कर दिया था. इसमें 26 मासूम लोगों की जान गई थी.

ऑपरेशन महादेव की शुरुआत खुफिया सूचनाओं और तकनीकी निगरानी के आधार पर हुई. खुफिया एजेंसियों ने दाचीगाम जंगल में संदिग्ध संचार को इंटरसेप्ट किया, जो पहलगाम हमले में इस्तेमाल हुए डिवाइस से मेल खाता था. स्थानीय बकरवालों के सहयोग और ड्रोन सर्विलांस की मदद से आतंकियों के ठिकाने का पता लगाया गया. सोमवार की सुबह 11 बजे 24 आरआर और 4 पैरा की संयुक्त टीम ने लिदवास के घने जंगल में आतंकवादियों को घेर लिया. आतंकवादियों के पास से एक एम4 कार्बाइन, दो एके-47 राइफलें, 17 ग्रेनेड और अन्य हथियार बरामद किए गए.

सुलेमान शाह पाकिस्तान सेना का पूर्व पैरा-कमांडो

पहलगाम का मास्टरमांइड सुलेमान शाह पाकिस्तान सेना का पूर्व पैरा-कमांडो था और बाद में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) में शामिल हो गया. उसके साथ मारे गए अन्य दो आतंकी जिबरान और अबू हमजा भी एलईटी से जुड़े थे. जिबरान पर अक्टूबर 2023 के सोनमर्ग टनल हमले का आरोप था. इस ऑपरेशन के बारे में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विद्या कुमार बिरदी ने बताया कि ये एक बहुट जटिल और जोखिम भरा ऑपरेशन था. क्योंकि दाचीगाम का इलाका घने जंगलों और ऊंचाई वाले क्षेत्रों से भरा है. ऑपरेशन महादेव को चिनार कोर ने महादेव पीक के नाम पर कोडनेम दिया, जो जबारवान रेंज का एक रणनीतिक और आध्यात्मिक स्थल है. इस सफलता पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सुरक्षा बलों की सराहना की. यह ऑपरेशन न केवल आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी जीत है, बल्कि कश्मीर में शांति स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है.

संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

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