सैटेलाइट फोन, जंगल-बारिश...सेना को ऐसे मिली पहलगाम आतंकियों की सटीक लोकेशन

11 hours ago

Last Updated:July 29, 2025, 15:15 IST

Operation Mahadev Inside Story : भारतीय सेना ने 28 जुलाई की सुबह करीब साढ़े 11 बज श्रीनगर से 22 किमी दूर दाचीगाम के जंगलों में पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों सुलेमान उर्फ हाशिम मूसा, जिब्रान और हमजा अफगानी ...और पढ़ें

सैटेलाइट फोन, जंगल-बारिश...सेना को ऐसे मिली पहलगाम आतंकियों की सटीक लोकेशनभारतीय सेना ने 28 जुलाई की सुबह पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया.

नई दिल्ली. 28 जुलाई की सुबह करीब साढ़े 11 बज का वक्त था. सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमों ने अचानक श्रीनगर से 22 किमी दूर दाचीगाम के जंगलों में लिडवास एरिया में घेराबंदी शुरू की. करीब 6 घंटे तक चले एनकाउंटर में भारतीय सेना ने पहलगाम हमले के तीन गुनाहगारों को मार गिराया. मारे गए तीन आतंकी पाकिस्तानी हैं. इसमें सुलेमान उर्फ आसिफ, जिब्रान और हमजा अफगानी हैं. 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम की बायसरन घाटी में घूमने आए 25 टूरिस्ट और एक लोकल गाइड की हत्या कर दी गई थी. इस आतंकी हमले में सलमान भी शामिल था. 20 किलोमीटर के एरिया में फैले घने जंगल में छिपे हुए थे. भारतीय सेना ने इस मुश्किल महादेव ऑपरेशन को अंजाम दिया.

जानकारी के मुताबिक, दाचीगाम नेशनल पार्क श्रीनगर से करीब 22 किमी दूर घना जंगल वाला इलाका है. यहां पर आबादी नहीं रहती. दाचीगाम के दूसरे छोर से त्राल के जंगल हैं. यह जंगल एक छोर पर पहलगाम से जुड़े हैं. दाचीगाम से नीचे की तरफ लिडवास एरिया है, जहां पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकियों के खुफिया ठिकाना की जानकारी मिली थी. करीब दो महीने पहले सिक्योरिटी फोर्स को एक सिग्नल मिला. यह सिग्नल अल्ट्रासेट कम्युनिकेशन डिवाइस का था. 22 अप्रैल को पहलगाम की बायसरन घाटी में भी इसी तरक के सिग्नल मिलने की जानकारी थी. अल्ट्रासेट सैटेलाइट फोन से ही आतंकी एकदूसरे से कॉन्टैक्ट करते हैं. अल्ट्रासेट सैटेलाइट फोन चीन की कंपनी हुवावे बनाती है. चीन के दूरदराज इलाकों में सैटेलाइट से मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए यह कम्युनिकेशन सिस्टम बनाया गया है. इस डिवाइस में चीन की टेलीकॉम कंपनी की सिम और सब्सक्रिप्शन प्लान की जरूरत होती. इस फोन से कम बैंड्थविथ वाले वॉयस और टेक्स्ट मैसेज भेजे जाते हैं. यह सिस्टम लोकेशन ट्रेसिंग को मिसलीड करता है. फिर भी भरतीय सेना ने आतंकियों की सटीक लोकेशन की जानकारी जुटा ली.

बारिश बनी आतंकियों के लिए काल

दरअसल, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सिग्नल ट्रैस होते ही ऑपरेशन शुरू किया. जहां पर ऑपरेशन शूरू किया गया उसके पास में माउंट महादेव हैं. इसलिए इस ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन महादेव रखा गया. सूत्रों के मुताबिक, बीते 3-4 दिन से पूरे क्षेत्र में बारिश का दौर जारी था. आतंकी निश्चिंत थे और उन्होंने बारिश के चलते घने जंगल में अपने ठिकाने के ऊपर तिरपाल लगा लिया था. खाने-पीने का सामान आतंकियों के पास था ही. एक तो चीन की कंपनी का अल्ट्रा सेट और दूसरा तिरपाल…आतंकियों की लोकेशन ट्रेस करना आसान हो गया.

ऐसे चला पूरा ऑपरेशन

27 जुलाई की रात 2 बजे आतंकियों ने चीन के डिवाइस अल्ट्रासेट सैटेलाइन फोन को एक्टिवेट किया. 28 जुलाई को सुबह 8 बजे सेना ने एक ड्रोन लॉन्च किया ताकि आतंकवादियों को देखा जा सके. सेना ने इलाके की घेराबंदी की. सुबह 10 बजे पैरा कमांडो महादेव पहाड़ी पर चढ़े. सुबह 11 बजे फायरिंग शुरू हुई. एक घंटे के अंतराल में तीनों आतंकियों को सेना ने मार गिराया.

कौन है हाशिम मूसा?

भारतीय सेना ने ‘महादेव ऑपरेशन’ में हाशिम मूसा को मार गिराया है. पाकिस्तान का रहने वाला हाशिम मूसा लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर था. 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले को वह लीड कर रहा था. मूसा करीब एक साल से जम्मू-क्श्मीर में एक्टिव था. अक्टूबर 2024 में सोनमर्ग में टनल प्रोजेक्ट पर हुए आतंकी हमले में हाशिम मूसा शामिल था. हाशिम मूसा के साथ जिब्रान और हमजा अफगानी को भी भारतीय सेना ने मार गिराया है. ये दोनों आतंकी भी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे.

Chaturesh Tiwari

An accomplished digital content creator and Planner. Creating enhanced news content for online and social media. Having more than 10 years experience in the field of Journalism. Done Master of Journalism from M...और पढ़ें

An accomplished digital content creator and Planner. Creating enhanced news content for online and social media. Having more than 10 years experience in the field of Journalism. Done Master of Journalism from M...

और पढ़ें

Location :

Delhi,Delhi,Delhi

homenation

सैटेलाइट फोन, जंगल-बारिश...सेना को ऐसे मिली पहलगाम आतंकियों की सटीक लोकेशन

Read Full Article at Source