Last Updated:November 05, 2025, 15:09 IST
Supreme Court News: सुप्रीम कोर्ट ने महादेव सट्टेबाजी ऐप के फरार आरोपी रवि उप्पल को ढूंढकर गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. यह घोटाला 6,000 करोड़ का और कई राज्यों में फैला है.
सुप्रीम कोर्ट का महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में अहम निर्देश Supreme Court: सुप्रीम कोर्ट ने महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में एक अहम निर्देश दिया है. कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को महादेव सट्टेबाजी ऐप के सह-संस्थापक रवि उप्पल का पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. वह दुबई से भागकर किसी अज्ञात स्थान पर चला गया है. कोर्ट ने कहा कि सफेदपोश अपराध के आरोपियों के लिए अदालतों और जांच एजेंसियों को ‘खिलौना बनाने‘ नहीं दिया जा सकता है.
जस्टिस एम.एम. सुंदरेश और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने आरोपी उप्पल के कानून से बचने पर गंभीर नाराजगी जताई और कहा कि यह कोर्ट के विवेक को झकझोरता है, अब कुछ करना ही होगा. बताया जाता है कि भारत में प्रवर्तन एजेंसियों से बच रहा उप्पल दुबई से किसी अज्ञात स्थान पर भाग गया है, जिसकी वजह से संयुक्त अरब अमीरात प्राधिकारियों ने उसकी प्रत्यर्पण प्रक्रिया रोक दी.
अगली सुनवाई 14 नवंबर के लिए निर्धारित
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसे अपराधियों के लिए कोर्ट और एजेंसियां खिलौना नहीं हैं. ED उसे जल्द खोजे और गिरफ्तार करे. शीर्ष कोर्ट उप्पल की याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें उसने छत्तीसगढ़ कोर्ट के 22 मार्च के आदेश को चुनौती दी है. सुप्रीम कोर्ट ने उसे रायपुर की निचली कोर्ट में लंबित धन शोधन मामले की सुनवाई में शामिल होने का निर्देश दिया था. ED की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उप्पल 2023 में दुबई में हिरासत में था लेकिन अब वहां से भाग निकला है.
उन्होंने कहा कि ऐसे आर्थिक अपराधी अक्सर उन देशों में छिप जाते हैं जिनसे भारत की प्रत्यर्पण संधि नहीं है, जैसे ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स. पीठ ने मामले की अगली सुनवाई 14 नवंबर के लिए निर्धारित कर दी, क्योंकि उसके वकील ने समय मांगा था. पीठ ने वकील से कहा कि वह उप्पल को भारत लौटने और कार्यवाही का सामना करने के लिए राजी करें.
6,000 करोड़ रुपये का घोटाला
उप्पल को दिसंबर 2023 में इंटरपोल नोटिस के आधार पर दुबई में हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में उसे निगरानी में रिहा कर दिया गया. ED का कहना है कि उप्पल और उसके साथी सौरभ चंद्राकर ने 2018 में महादेव सट्टेबाजी ऐप शुरू किया था, जिसके जरिए अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी होती थी. एजेंसियों के अनुसार, यह घोटाला करीब 6,000 करोड़ रुपये का है और कई राज्यों तक फैला है.
चंद्राकर को अक्टूबर 2024 में दुबई में गिरफ्तार किया गया और उसका प्रत्यर्पण अनुरोध अभी लंबित है. यह मामला पहले छत्तीसगढ़ पुलिस के पास था, जिसने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी आरोपी बनाया था. बाद में जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंप दी गई.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
First Published :
November 05, 2025, 15:09 IST

2 hours ago
