Last Updated:November 05, 2025, 17:06 IST
Rajkot CCTV Hacking Case: गुजरात के राजकोट में एक अस्पताल के सीसीटीवी हैक से देशभर में हड़कंप मच गया है. 'admin123' जैसे डिफॉल्ट पासवर्ड से 80 से ज्यादा अस्पतालों और संस्थानों के कैमरे हैक कर लिए गए. करीब 50,000 वीडियो क्लिपिंग इंटरनेशनल पोर्न मार्केट तक पहुंच गईं. हैकरों ने ₹700 से ₹4,000 तक की कीमतों में फुटेज बेचीं.
राजकोट के अस्पताल का सीसीटीवी हैक कर 50 हजार वीडियो पोर्न मार्केट तक पहुंचे.न्यूज18 गुजराती
Rajkot CCTV Hacking Case: गुजरात के राजकोट से निकला एक साइबर घोटाला अब देशभर में सनसनी बन गया है. एक मामूली सा डिफॉल्ट पासवर्ड ‘admin123’ न सिर्फ एक अस्पताल के सिस्टम को हैक करने की चाबी बना, बल्कि उसने भारत के सबसे बड़े सीसीटीवी डेटा लीक और पोर्न नेटवर्क की परतें भी खोल दीं. यह मामला तब सामने आया जब राजकोट के पायल मैटरनिटी अस्पताल की संवेदनशील फुटेज सोशल मीडिया और इंटरनेशनल पोर्न साइट्स पर दिखाई देने लगी.
जांच में खुलासा हुआ है कि यह सिर्फ एक अस्पताल का मामला नहीं, बल्कि 80 से अधिक अस्पतालों, स्कूलों, सिनेमाघरों, कॉरपोरेट हाउसेज़ और घरों के सीसीटीवी हैक कर लिए गए थे. हैकरों ने करीब 50,000 से ज्यादा क्लिपिंग्स चुराकर उन्हें ऑनलाइन बेचा. फुटेज को ₹700 से ₹4,000 तक में टेलीग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर बेचा जा रहा था.
कैसे हुआ खुलासा – ‘admin123’ बना सबसे बड़ा साइबर खतरा
राजकोट पुलिस की जांच में सामने आया कि अस्पताल के सीसीटीवी सिस्टम का डिफॉल्ट एडमिन पासवर्ड “admin123” ही इस पूरे अपराध की शुरुआत का कारण बना. हैकर्स ने ब्रूट फोर्स अटैक तकनीक का इस्तेमाल किया. यानी सॉफ्टवेयर द्वारा हर संभावित पासवर्ड कॉम्बिनेशन ट्राई किया गया, जब तक सही पासवर्ड न मिल जाए. एक बार एक्सेस मिल जाने के बाद, उन्होंने महिलाओं की मेडिकल जांच के संवेदनशील वीडियो डाउनलोड कर लिए और उन्हें पोर्न मार्केट में बेच दिया.
हैकर्स ने ऐसे चलाया ऑपरेशन – देशभर के कैमरे हुए शिकार
अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच के अनुसार, हैकर्स ने जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक अस्पतालों के सिस्टम को एक्सेस किया. सिर्फ राजकोट ही नहीं, बल्कि सूरत, अहमदाबाद, पुणे, मुंबई, नासिक और दिल्ली के कई संस्थान इसकी चपेट में आए. जांच में यह भी पता चला कि हैकर्स ने 80 सीसीटीवी डैशबोर्ड्स को अपने कंट्रोल में ले लिया था. इनमें अस्पतालों से लेकर स्कूल और फैक्ट्रियां तक शामिल थीं.
मुख्य आरोपी निकले पढ़े-लिखे युवा
पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों की पहचान की-
पारित धमेलिया, एक बी.कॉम ग्रेजुएट, जिसने तीन सॉफ्टवेयर प्रोग्राम्स से पूरा नेटवर्क तैयार किया. रोहित सिसोदिया, दिल्ली से गिरफ्तार मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी डिप्लोमा धारक, जिसने चोरी किए गए क्रेडेंशियल्स से सिस्टम में एंट्री ली. प्रज्वल तेली, एक NEET उम्मीदवार, जिसने बी.टेक छात्र वैभव माने के साथ मिलकर फुटेज बेचने का धंधा चलाया. जांच में सामने आया कि उन्होंने ‘SWC Software’ नामक टूल का उपयोग किया, जो कैमरों की ID, पासवर्ड और IP एड्रेस को ऑटोमेटिकली ट्रैक करता है.जांच जारी, सोशल मीडिया पर अब भी घूम रहे हैं वीडियो
फरवरी 2025 में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन जून तक कई वीडियो सोशल मीडिया और टेलीग्राम पर सक्रिय थे. साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह मामला भारत में डेटा सिक्योरिटी और CCTV प्राइवेसी के लिए सबसे बड़ा चेतावनी सिग्नल है. सरकार अब ऐसे सभी डिफॉल्ट पासवर्ड सिस्टम्स को बदलने और CCTV सर्वर प्रोटोकॉल को एन्क्रिप्टेड करने पर काम कर रही है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
November 05, 2025, 17:06 IST

2 hours ago
