Last Updated:August 01, 2025, 19:24 IST
Bangladeshi Model Arrest: बला की ब्यूटीफुल लेकिन काम सारे फर्जी... दरअसल कोलकाता में एक बांग्लादेशी मॉडल और फूड व्लॉगर को गिरफ्तार किया गया है. शांता पाल ने अपनी खूबसूरती और सोशल मीडिया एक्टिविटी के जरिए खुद को भारतीय साबित करने का पूरा खेल रच रखा था. एयरलाइन क्रू रह चुकी शांता ने फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी और राशन कार्ड तक बनवा लिए थे. (सभी फोटो Instagram)

लेकिन उसकी चालाकी ज्यादा दिन तक नहीं चल पाई और इंटेलिजेंस की निगरानी में उसकी पोल खुल गई. अब सवाल उठ रहा है कि आखिर शांता ने कैसे फर्जी दस्तावेज बनवाए और भारतीय पहचान हासिल कर ली?

शांता पाल को मंगलवार (29 जुलाई 2025) को गिरफ्तार किया. वह एक्सपायर्ड वीजा और पासपोर्ट के बावजूद पश्चिम बंगाल में रह रही थी. और फर्जी भारतीय दस्तावेजों के सहारे खुद को भारतीय बताकर घूम-फिर रही थी.

गोल्फग्रीन थाने के तहत बिक्रमगढ़ इलाके के एक किराए के फ्लैट से शांता को पकड़ा गया. पुलिस ने उसकी तलाशी में कई बांग्लादेशी पासपोर्ट, रीजेंट एयरवेज (Bangladesh) का कर्मचारी पहचान पत्र, ढाका का सेकेंडरी एजुकेशन एडमिट कार्ड, और फर्जी भारतीय आधार कार्ड, वोटर आईडी और राशन कार्ड बरामद किए. पुलिस के मुताबिक उसने अलग-अलग पते के दस्तावेज बनवा रखे थे.

शांता पाल बांग्लादेश की रीजेंट एयरवेज़ में एयरलाइन क्रू रह चुकी है और छोटे स्तर की मॉडलिंग भी करती थी. कुछ महीने पहले वह वैलिड पासपोर्ट से भारत आई और पहले पार्क स्ट्रीट, फिर दक्षिण कोलकाता के बिक्रमगढ़ में किराए के कमरे में रहने लगी. यहां उसने एक एजेंट के जरिए फर्जी भारतीय दस्तावेज बनवाए.

शांता फेसबुक पर एक फूड व्लॉगिंग अकाउंट चलाती थी. जिसमें वह खुद को भारतीय बताकर फूड और लाइफस्टाइल से जुड़े वीडियो पोस्ट करती थी. उसका आखिरी वीडियो गिरफ्तारी से एक दिन पहले यानी 28 जुलाई को अपलोड हुआ था. पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर यह एक्टिविटी भी उसकी रणनीति का हिस्सा थी ताकि वह भारतीय साबित हो सके.

पुलिस जांच में पता चला है कि शांता कई विदेशी देशों की यात्रा करना चाहती थी, लेकिन बांग्लादेश से ऐसा नहीं कर पा रही थी. इसलिए वह भारत आई और फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारतीय पहचान बनाकर विदेश जाने की योजना बना रही थी.

शांता ने हाल ही में ठाकुरपुकुर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत भी दर्ज कराई थी. इसमें उसने अलग पता लिखा था. पुलिस को शक है कि वह बार-बार पते बदलती थी और अलग-अलग पहचान के सहारे रह रही थी. उसकी ऐप-कैब बिजनेस में भी इन्वॉल्वमेंट सामने आई है. इससे वह पुलिस की रडार पर आई.