Last Updated:May 25, 2025, 18:37 IST
Tej Pratap Yadav Love Story: राजनीति में हर चाल सोच-समझकर चली जाती है, लेकिन जब बात दिल की हो तो रणनीति नहीं, रवानगी काम करती है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने हाल ...और पढ़ें

लालू यादव ने नाराज होकर उन्हें न सिर्फ पार्टी बल्कि परिवार से भी ‘बाहर’ कर दिया है. ऐसे में तेज प्रताप की लव स्टोरी ने एक बार फिर भारतीय राजनीति की उन कहानियों की याद दिला दी है, जहां नेताओं ने प्यार के लिए बड़ा ‘त्याग’ किया और राजनीति से टकराकर दिल की सुनी.

सुशील कुमार मोदी और जेसी जॉर्ज: भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की लव स्टोरी मिसाल बन गई. जब उन्होंने आरएसएस की विचारधारा के बीच रहते हुए एक ईसाई लड़की जेसी जॉर्ज से शादी की. पटना यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान दोनों करीब आए और 1986 में उन्होंने शादी की. जबकि जेसी ने धर्म परिवर्तन नहीं किया. यह रिश्ता तब कई सवालों के घेरे में आया. लेकिन मोदी अपने प्रेम पर अडिग रहे और राजनीति में लगातार आगे बढ़े.

एच.डी. कुमारस्वामी और राधिका: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने मशहूर कन्नड़ अभिनेत्री राधिका कुमारस्वामी से गुपचुप शादी की थी. राधिका ने 2010 में खुलासा किया कि 2006 में दोनों शादी कर चुके हैं और उनकी एक बेटी भी है. लेकिन चूंकि कुमारस्वामी पहले से शादीशुदा थे तो यह रिश्ता तुरंत विवादों में आ गया. इससे राजनीतिक और पारिवारिक दोनों ही मोर्चों पर उन्हें झटका लगा.

दिग्विजय सिंह और अमृता राय: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने 2014 में पत्रकार अमृता राय के साथ अपने रिश्ते को सार्वजनिक किया. जब दोनों की तस्वीरें लीक हो गईं. अमृता पहले से विवाहित थीं और उम्र में भी काफी अंतर था लेकिन दिग्विजय सिंह ने आलोचनाओं की परवाह किए बिना 2015 में उनसे विवाह कर लिया. इस रिश्ते ने एक बार फिर बताया कि जब नेता दिल से फैसला करते हैं तो सार्वजनिक राय मायने नहीं रखती.

शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर: पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और व्यवसायी सुनंदा पुष्कर की प्रेम कहानी जितनी ग्लैमरस थी उतनी ही त्रासद भी साबित हुई. 2010 में हुई शादी के बाद दोनों की जोड़ी पेज-3 पर छा गई थी. लेकिन सुनंदा की रहस्यमयी मौत और उससे जुड़े विवादों ने इस रिश्ते पर एक सवाल छोड़ दिया. थरूर को कानूनी और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर काफी कुछ झेलना पड़ा.

चंद्र मोहन और फिज़ा: हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम चंद्र मोहन ने जब इस्लाम धर्म अपनाकर अनुराधा बाली (फिज़ा) से शादी की तो पूरे देश में हलचल मच गई. उन्होंने अपना नाम ‘चाँद मोहम्मद’ रख लिया लेकिन यह शादी लंबे समय तक नहीं टिक सकी. बाद में फिज़ा की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई और चंद्र मोहन का राजनीतिक जीवन लगभग समाप्त हो गया. यह प्रेम कहानी एक चेतावनी भी बन गई कि निजी फैसले कभी-कभी सार्वजनिक करियर को तबाह कर सकते हैं.

अब सवाल तेज प्रताप पर है... तेज प्रताप यादव ने जिस तरह सोशल मीडिया के ज़रिए अपने प्रेम का खुलासा किया और उसके बाद पिता लालू यादव की नाराजगी की खबरें आईं यह सब कुछ फिल्मी जरूर लगता है. लेकिन इसके नतीजे बहुत असली हो सकते हैं. क्या तेज प्रताप वाकई परिवार और पार्टी से विद्रोह कर चुके हैं? क्या उनका यह ‘प्रेम संघर्ष’ उन्हें राजनीति से बाहर ले जाएगा या एक नई राह बनाएगा? जवाब अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन इतना तय है कि भारतीय राजनीति में दिल की सुनी गई कहानियों की यह लिस्ट अभी खत्म नहीं हुई है.