Last Updated:July 20, 2025, 22:32 IST
कांग्रेस में असहमति की आवाजें एक बार फिर खुलकर सामने आ गई हैं. केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने अपने ही पार्टी सांसद शशि थरूर पर तीखा हमला करते हुए साफ कहा कि जब तक थरूर राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपना रु...और पढ़ें

शशि थरूर की खामोशी में आखिर क्या छुपा है.(Image:PTI)
हाइलाइट्स
मुरलीधरन बोले, थरूर अब कांग्रेस के अपने नहीं, कार्यक्रमों में बुलाया नहीं जाएगा.थरूर ने कहा, देश पहले, पार्टी बाद में; कांग्रेस में उनके रुख पर बढ़ती असहमति.थरूर की इमरजेंसी आलोचना और पहलगाम बयान ने कांग्रेस नेतृत्व को असहज किया.कांग्रेस में अंतर्विरोध एक बार फिर सतह पर आ गया है. केरल कांग्रेस के दिग्गज नेता के. मुरलीधरन ने शशि थरूर पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि जब तक वह राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपना रुख नहीं बदलते, तब तक उन्हें तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाएगा. मुरलीधरन के बयानों का साफ मतलब था कि थरूर अब हमारे नहीं रहे. उनके बयान हमें पसंद नहीं आते.
मुरलीधरन का यह बयान उस वक्त आया, जब थरूर ने एक दिन पहले कोच्चि में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए केंद्र सरकार और सेना के समर्थन में अपनी राय दोहराई. थरूर ने कहा, मेरे लिए देश पहले है, पार्टी बाद में.
कांग्रेस के भीतर दरारें गहरी
थरूर, जो कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य हैं, ने यह भी माना कि उनकी पार्टी के भीतर उनके विचारों की आलोचना हो रही है. उन्होंने कहा, मैं अपने स्टैंड पर कायम रहूंगा क्योंकि यह देशहित में है. लेकिन अफसोस कि जब हम राष्ट्रीय सुरक्षा पर सर्वदलीय सहयोग की बात करते हैं, तो पार्टी उसे गद्दारी समझती है. इस पर मुरलीधरन ने पलटवार करते हुए कहा कि थरूर अब पार्टी के अपने नहीं रह गए हैं. उन्होंने इशारा दिया कि पार्टी हाईकमान उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई पर विचार कर सकता है.
पहले भी हुए हैं हमले
यह पहला मौका नहीं है जब मुरलीधरन ने थरूर को निशाने पर लिया है. इससे पहले उन्होंने उस सर्वे पर भी सवाल उठाए थे जिसमें थरूर को UDF का सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री चेहरा बताया गया था. मुरलीधरन ने तब कहा था, “उन्हें पहले तय करना चाहिए कि वो किस पार्टी में हैं.”
इमरजेंसी पर लेख भी विवाद में
थरूर ने हाल ही में एक अखबार में लेख लिखा था जिसमें उन्होंने इंदिरा गांधी की इमरजेंसी के दौरान की नीतियों की आलोचना की थी. इस पर भी मुरलीधरन भड़क उठे और कहा कि अगर थरूर को कांग्रेस में असहजता महसूस हो रही है, तो उन्हें कोई दूसरी राजनीतिक राह तलाश लेनी चाहिए.
बढ़ती दूरियां
पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद थरूर के बयान ने कांग्रेस की छवि को नुकसान पहुंचाया है. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या कांग्रेस थरूर जैसे असहमत नेताओं को स्वीकार करने को तैयार है या फिर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएगी?
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...
और पढ़ें
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi