Last Updated:December 11, 2025, 10:39 IST
Road Accident News- नितिन गडकरी ने राज्यसभा में बताया 2024 में भारत में 1 लाख 80 हज़ार सड़क हादसों में मौतें हुईं, जिनमें 70 फीसदी तेज रफ्तार के कारण थीं. डब्ल्यूएचओ ने भी स्पीड बढ़ने पर खतरे की चेतावनी दी.पिछले पांच सालों में ओवर स्पीडिंग का ग्राफ लगातार ऊपर ही चढ़ा है. 2022 में तो ये 71 फीसदी तक पहुंच गया था.
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में दिया जवाब.नई दिल्ली. जल्दी पहुंचना है तो गाड़ी और थोड़ा तेज चलाएं, तमाम लोग इसी सोच के साथ गाड़ी रफ्तार में चलाते हैं. लेकिन 2024 के आंकड़ों ने साफ कर दिया कि यही सोच सड़क हादसों की बड़ी वजह है. सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में जो डेटा रखा, वो परेशान करने वाला है. गडकरी लगातार सड़क हादसों को कम करने का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए मंत्रालय द्वारा कदम भी उठाए जा रहे हैं.
आंकड़ों के अनुसार पिछले साल भारत में कुल 1 लाख 80 हज़ार लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई. इनमें से करीब 1 लाख 20 हज़ार यानी पूरे 70 फीसदी मौतें सिर्फ़ तेज़ रफ्तार की वजह से हुईं. यानी हर 10 में से 7 लोग सिर्फ़ इसलिए मारे गए क्योंकि उन्होंने स्पीड लिमिट तोड़ी. पिछले पांच सालों में ओवर स्पीडिंग का ग्राफ लगातार ऊपर ही चढ़ा है. 2022 में तो ये 71 फीसदी तक पहुंच गया था.
हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनने से कितनी मौतें
हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनने की लापरवाही ने भी 69,088 जानें गयीं. अच्छी बात ये है कि ये आंकड़ा 2023 से थोड़ा कम हुआ, लेकिन अभी भी भयानक है. लोगों में अभी भी जरूकता की कमी है.
क्या कहती है डब्ल्यूएचए की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी और भी डरावनी है. गति में सिर्फ़ 1 फीसदी की बढ़ोतरी से गंभीर हादसे का खतरा 4 फीसदी बढ़ जाता है. 50 किमी/घंटा से 65 किमी/घंटा होते ही पैदल चलने वाले की मौत का खतरा 4.5 गुना हो जाता है।. सीट बेल्ट पहनने से मौत का डर आधा हो जाता है.
औसतन कितने लोगों की रोजाना मौत
हर दिन औसतन 328 लोगों की तेज़ गाड़ी की वजह से मौत हो रही है. एक मिनट बचाने के चक्कर में पूरी ज़िंदगी ख़त्म हो रही है. सोचिए, जिस बच्चे का इंतज़ार घर पर है, वो पापा को कभी नहीं देख पाएगा. जिस मां के हाथ का खाना कोई खाएगा ही नहीं. तो अगली बार जब एक्सीलेटर पर पैर ज़ोर से दबाने का मन करे, बस एक पल को याद कर लीजिए.
तेज़ रफ्तार से सबसे ज़्यादा मौतें
| राज्य | मौतें |
| तमिलनाडु | 12,010 |
| कर्नाटक | 92 फीसदी |
| मध्य प्रदेश | 81 फीसदी |
हेलमेट न पहनने से मौतें
| तमिलनाडु | 7,744 |
| मध्य प्रदेश | 6,541 |
| महाराष्ट्र | 5,946 |
| उत्तर प्रदेश | 2,816 |
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
December 11, 2025, 10:37 IST

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