Last Updated:November 06, 2025, 15:38 IST
Suresh Raina Shikhar Dhawan ED Raid: ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन की ₹11.14 करोड़ की संपत्तियां अटैच कीं. दोनों पर अवैध सट्टेबाजी साइट 1xBet के प्रचार का आरोप है. जांच में ₹1000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा हुआ. चार पेमेंट गेटवे पर छापेमारी कर 4 करोड़ की रकम फ्रीज की गई है.
सुरेश रैना और शिखर धवन पर कसा ईडी का शिकंजा. ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े देश के सबसे बड़े मामलों में से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन पर बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने दोनों की ₹11.14 करोड़ रुपये की संपत्तियां अस्थायी रूप से अटैच कर ली हैं. इनमें रैना के ₹6.64 करोड़ के म्यूचुअल फंड निवेश और धवन की ₹4.5 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल हैं. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून (PMLA) 2002 के तहत की गई है.
कैसे शुरू हुआ मामला?
इस केस की शुरुआत कई राज्यों की पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर से हुई थी, जिनमें अवैध सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet और उसके सहयोगी ब्रांड्स 1xBat और स्पोर्टिंगल लाइंस के खिलाफ धोखाधड़ी, अवैध लेनदेन और ऑनलाइन जुए को बढ़ावा देने के आरोप थे. इन एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की. एजेंसी को शुरुआती जांच में ही करोड़ों रुपये के संदिग्ध ट्रांजैक्शन और विदेशी खातों से जुड़े दस्तावेज मिले.
1xBet कैसे चला रहा था रैकेट
ईडी की जांच में सामने आया कि 1xBet भारत में बिना किसी वैध अनुमति के ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए का कारोबार कर रहा था. यह प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया, ऑनलाइन वीडियो और समाचार पोर्टलों पर सुरोगेट विज्ञापन चलाकर भारतीय यूजर्स को लुभाता था. रकम इकट्ठा करने के लिए हजारों म्यूल अकाउंट्स बनाए गए, जिनमें देशभर के लोगों के नाम पर पैसे जमा किए जाते थे. इन खातों के जरिये रकम विभिन्न पेमेंट गेटवे के माध्यम से विदेशी खातों तक पहुंचाई जाती थी, ताकि पैसे की असली उत्पत्ति छिपाई जा सके.
रैना और धवन कैसे आए शिकंजे में?
ईडी की जांच में पता चला कि दोनों खिलाड़ियों ने विदेशी कंपनियों के साथ एंडोर्समेंट डील की थी, जो सीधे या परोक्ष रूप से 1xBet और उसकी सहयोगी कंपनियों से जुड़ी थीं. इन डील्स के बदले खिलाड़ियों को जो भुगतान किया गया, वह विदेशी रास्तों से होकर आया, ताकि यह लगे कि यह वैध प्रमोशनल इनकम है. लेकिन ईडी के मुताबिक, ये रकम दरअसल अवैध सट्टेबाजी से कमाए गए पैसे से जुड़ी थी. इससे यह साबित हुआ कि खिलाड़ियों ने ऐसे प्रमोशन में भाग लिया जो मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में आते हैं.
अब तक की कार्रवाई
ईडी ने चार पेमेंट गेटवे पर छापे मारकर 4 करोड़ रुपये से अधिक की राशि फ्रीज की है और 60 से ज्यादा बैंक खातों को सील किया है. जांच में अब तक ₹1000 करोड़ रुपये की मनी ट्रेल सामने आई है. एजेंसी ने कहा है कि आगे भी कई बड़े नाम जांच के दायरे में आ सकते हैं. ईडी ने जनता को चेतावनी दी है कि वे किसी भी तरह की ऑनलाइन बेटिंग, संदिग्ध लिंक या स्कीमों से दूर रहें, क्योंकि ऐसी गतिविधियां न केवल गैरकानूनी हैं बल्कि देश की आर्थिक सुरक्षा के लिए खतरा भी बन रही हैं.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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First Published :
November 06, 2025, 15:15 IST

2 hours ago
