Last Updated:May 13, 2025, 22:45 IST
Pahalgam Terrorist Attack: ध्रुव हेमंत जोशी ने पहलगाम आतंकी हमले में पिता को खोने के बावजूद 10वीं में 80% अंक हासिल किए. महाराष्ट्र बोर्ड के परिणाम घोषित हुए, ध्रुव विज्ञान संकाय में दाखिला लेकर चिकित्सक बनना च...और पढ़ें

हेमंत ने अपनी आंखों के सामने पिता को खोया. (File Photo)
Pahalgam Terrorist Attack: हाल ही में कश्मीर की सुंदर वादियों में हुए पहलगाम आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया. जिसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकियों को चुन-चुनकर मौत के घाट उतारा गया. कुछ दिनों पहले इन हमलों में अपने पिता को गंवाने वाले ठाणे के 16 साल के ध्रुव हेमंत जोशी के लिए मंगलवार का दिन बेहद खास रहा. उनका 10वीं की कक्षा का परिणाम आया और घर में हर किसी के चेहरे खिल गए. जोशी 80 फीसदी अंक अपने नाम किए. उन्हें इस बात का दर्द भी है कि इस सफलता पर गर्व करने के लिए पिता मौजूद नहीं है.
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा के परिणाम आज घोषित किये गये. मुंबई के निकट डोंबिवली निवासी हेमंत जोशी, संजय लेले और अतुल मोने उन 26 लोगों में शामिल थे, जिनकी 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. ओमकार इंटरनेशनल स्कूल के छात्र ध्रुव इस आतंकी कृत्य के गवाह हैं. एक रिश्तेदार ने कहा, ‘उन्हें और उनके परिवार को बहुत दुख है कि हेमंत जोशी बेटे की सफलता देखने के लिए मौजूद नहीं हैं.’ उनके मामा मोहित भावे ने बताया कि ध्रुव विज्ञान संकाय में दाखिला लेना चाहते हैं और चिकित्सक बनना चाहते हैं.
ऑपरेशन सिंदूर से पहलगाम का बदला
आर्मी ने 7 मई की रात को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसके तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) सहित वहां पंजाब प्रांत में आतंकवादी लॉन्च पैड्स और ट्रेनिंग कैंपों को निशाना बनाया गया. इसके साथ ही पाकिस्तान के कई रणनीतिक सैन्य ठिकानों जैसे रहीम यार खान, नूर खान, मुशाफ और भोलारी एयरबेस पर भी आर्मी ने सटीक मिसाइल हमले किए गए. 10 मई की सुबह तक पाकिस्तान की वायुसेना को भारी क्षति हुई और उनकी सेना ने सीजफायर की गुहार लगाई. इस दौरान पाकिस्तान ने खुद को मजबूत दिखाने के लिए परमाणु हथियारों का जिक्र किया. हालांकि भारत ने सख्ती के बाद उन्होंने खारिज कर दिया. भारत ने स्पष्ट किया कि वह सिर्फ आतंक के ढांचे को निशाना बना रहा है और इस संघर्ष की नई सामान्य स्थिति अब पाकिस्तान को स्वीकार करनी होगी.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
और पढ़ें
Location :
Thane,Maharashtra
आतंकियों ने पिता को छीना, पर ध्रुव नहीं टूटा… बोर्ड में मिले 80% मार्कस