अब दिल्लीवालों को मिलेगी जाम से मुक्ति, NHAI ने बनाया प्लान, जानिए क्या है?

4 hours ago

नई दिल्‍ली. दिल्‍ली वालों की सबसे बड़ी समस्‍या जाम की होती है. एक ओर से दूसरी ओर जाने में जाम की वजह से वाहन चालकों का घंटों का समय बर्बाद होता है. समय के साथ साथ पैसे की भी बर्बादी होती है. लेकिन अब इन लोगों को समस्‍या से राहत मिलने वाली है. डीएनडी-मानेसर एक्सप्रेसवे (एनएच-148एनए) लगभग बनकर तैयार हो गया है, जो सीधा दिल्‍ली मुंबई एक्‍सप्रेसवे पर कनेक्‍ट होगा. इसके शुरू होने के बाद न सिर्फ दिल्‍ली से बाहर जाने वाले वाहन चालकों को राहत मिलेगी. बल्कि दिल्‍ली के अंदर की सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा और अंदर की सड़कों पर भी जाम से राहत मिल जाएगी.

दिल्‍ली-मुंबई एक्‍सप्रेसवे अभी सोहना हरियाणा से शुरू हो रहा है. यानी इस एक्‍सप्रेसवे से सफर करने के लिए वाहन चालकों को सोहना तक पहुंचना होता है. जिस वजह से यहां तक पहुंचने में कई जगह जाम में फंसना होता है.

एयरपोर्ट जाने वालों को भी राहत मिलेगी.

कहां के लोगों को फंसना होता है जाम से

दिल्ली में मथुरा रोड, आश्रम चौक और सर सीवी रमन मार्ग पर रोज़ भयंकर जाम लगता है. इससे रोजाना हजारों लोग परेशान हैं. खासकर न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, बटला हाउस, जाकिर नगर, खिज़राबाद, तैमूर नगर जैसे साउथ दिल्ली के इलाकों में रहने वाले लोग परेशान होते हैं. इन इलाकों से रोजाना 1 लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं. इस वजह से मथुरा रोड और इसके आसपास इंटरनल सड़कें पूरी तरह जाम हो जाती हैं.

दिल्ली वालों को जाम समस्या से राहत मिलने वाली है, क्योंकि डीएनडी-मानेसर एक्सप्रेसवे तैयार होने वाला है. यह नया हाईवे डीएनडी फ्लाईओवर से शुरू होकर फरीदाबाद बाईपास, मानेसर, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ेगा. अभी सबसे ज्यादा जाम मथुरा रोड, आश्रम चौक, सर सीवी रमन मार्ग और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की आंतरिक सड़कों पर लगता है. न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, बटला हाउस, जाकिर नगर, खिज़राबाद, तैमूर नगर, जामिया नगर के लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं. एनएचएआई के अनुसार डीएनडी-मानेसर और एक्सेस रोड अगले चार महीनों में पूरा हो जाएगा.

कैसे मिलेगी राहत

यह नया हाईवे डीएनडी फ्लाईवे से शुरू होकर फरीदाबाद बाईपास होते हुए मानेसर और फिर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ रहा है. इससे दिल्ली से गुरुग्राम सिर्फ 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा. इसी का इंतजार है. अगले साल शुरुआती महीनों में यह पूरा हो जाएगा.

यहां पर अटक गया मामला

इस नए हाईवे को आसपास के इलाकों को जोड़ने वाली एक्सेस रोड (कनेक्टिंग सड़कें) अभी तक नहीं बनी हैं. यही वजह है कि लोग मजबूरी में पुरानी मथुरा रोड ही इस्तेमाल कर रहे हैं. सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एनएचएआई को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जल्दी से जल्दी ये कनेक्टिंग रोड बनाएं. क्‍योंकि सबसे ज्‍यादा जाम इसी के आसपास लगता है. जब तक कनेक्‍ट करने वाला रोड नहीं बनेगा, नया हाईवे बनने के बावजूद जाम नहीं हटेगा. कनेक्‍ट करने वाली रोड बनने के बाद न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, बटला हाउस, जाकिर नगर जैसे कई इलाकों के लोग सीधे नए हाईवे पर चढ़ सकेंगे. जिससे एयरपोर्ट, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, बारापुल्ला, नोएडा-फरीदाबाद जाने में वाहन चालकों को राहत होगी.

स्‍थानीय लोगों की क्‍या है मांग

स्थानीय लोगों की सालों से यह मांग है कि हाईवे के नीचे एक कच्ची सर्विस रोड पहले से मौजूद है, डीएनडी पुल से बटला हाउस तक अगर पक्‍की हो जाए तो वाहन चालकों को राहत मिल जाएगी.

कब तक चालू होगा यह रोड

एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि पूरा डीएनडी-मानेसर एक्‍सप्रेवे चार महीने में पूरी तरह चालू हो जाएगा. जैसे ही ये एक्सेस रोड बन जाएंगी, दिल्ली के कई इलाके के लोगों को जाम से काफी राहत मिल जाएगी.

दिल्‍ली मुंबई एक्‍सप्रेस अगले साल तक पूरा हो जाएगा तैयार.

किन इलाकों के लोग जाम से अधिक परेशान

दिल्ली में रोज़ाना औसतन 3-4 घंटे जाम में फंसना आम है. सबसे खराब हालत मथुरा रोड, आश्रम चौक, सर सीवी रमन मार्ग, भट्टी माइन्स रोड, गुरुद्वारा रोड और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की आंतरिक सड़कों का है. सुबह-शाम यहां गाड़ियां रेंगती हैं. औसत स्पीड 8-10 किमी, घंटा से भी कम हो जाती है. न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, बतला हाउस, जाकिर नगर, खिज़राबाद, तैमूर नगर, जामिया नगर, होली फैमिली हॉस्पिटल और नोएडा-फरीदाबाद जाने वाले हजारों लोग इसी रूट से गुजरते हैं. मथुरा रोड पर रोज़ 2 लाख से ज्यादा वाहन दबाव डालते हैं. डीएनडी मुंबई एक्‍सप्रेस के चालू होने यहां के वाहन चालकों को भारी राहत मिलेगी.

इनको मिलेगी सीधी कनेक्टिविटी

डीएनडी मुंबई एक्‍सप्रेसवे बनने के बाद इसके दोनों तरफ बनने वाली एक्सेस रोड से कई इलाकों को राहत मिलेगी. मथुरा रोड (आश्रम से बदरपुर तक), सर सीवी रमन मार्ग, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की सारी आंतरिक सड़कें, बटला हाउस-जाकिर नगर रोड, भट्टी माइन्स-तैमूर नगर लिंक, आश्रम चौक और बदरपुर बॉर्डर का दबाव 40 से 50 फीसदी वाहनों का दबाव कम होगा.

दिल्‍ली के बाहर के वाहन चालकों को भी राहत

इस डीएनडी-मानेसर रोड और उसकी एक्सेस रोड्स के पूरी तरह चालू होने से सिर्फ मथुरा रोड और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी वाले इलाके ही नहीं, दिल्ली-एनसीआर हजारों लोगों को राहत मिलेगी.

यह कौन-सा हाईवे बन रहा है जो दिल्ली के जाम को कम करेगा?
यानी डीएनडी-मानेसर, जो डीएनडी फ्लाईवे से शुरू होकर फरीदाबाद बाईपास होते हुए मानेसर और फिर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा.

इसके शुरू होने के बाद दिल्ली से गुरुग्राम जाने में कितना समय लगेगा ?
सिर्फ 30 मिनट पहुंचेंगे.

इस हाइवे से किस इलाके के लोगों को राहत मिलने वाली है?
मथुरा रोड (आश्रम से बदरपुर तक), आश्रम चौक, सर सीवी रमन मार्ग और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की आंतरिक सड़कों से सफर करने वालों को राहत मिलेगी.

इस रोड से मथुरा रोड पर कितना ट्रैफिक कम होने की उम्मीद है?
उत्तर: अनुमान के अनुसार 40-60 फीसइी तक ट्रैफिक कम हो सकता है.

क्या सिर्फ मथुरा रोड को ही राहत मिलेगी या दूसरी सड़कों को भी?
इसके बनने के बाद एनएच-48 (दिल्ली-गुरुग्राम), धौला कुआं, बारापुल्ला एलिवेटेड रोड, फरीदाबाद बाईपास और रिंग रोड के कई हिस्सों पर भी 40 फीसदी तक जाम कम होगा.

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