उत्तरी कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन दूनिया भर में अपने तानाशाही और जबरदस्त स्टाइल के लिए फेमस है. सोमवार को जब वो हवाई जहाज की जगह ट्रेन के काफिले के साथ चीन पहुंचे तो सब तरफ उनकी कूल एंट्री चर्चा में आ गयी.
आमतौर पर आपने राजनेताओं को हवाई जहाज, चोपर से दूसरे देशों में पहुंचते देखा होगा. लेकिन किम जोंग उन का स्टाइल अलग है. वो प्लेन से ज्यादा ट्रेन पर भरोसा करते हैं. भले ही उन्हें कहीं पहुंचने में पूरा दिन क्यों न लग जाए. ट्रेन में ऐसा क्या खास है? चलिए यहां जानते हैं.
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ट्रेन से सफर करने का कारण
किम जोंग उन अपनी सुरक्षा को लेकर कोई रिस्क लेना पसंद नहीं करते हैं. हालांकि हवाई यात्रा को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. इसका एक दूसरा कारण ये भी है कि वो दूसरे देशों में भी अपना सारा सामान लेकर जाते हैं. यह ज्यादा होता है कि प्लेन छोटा पड़ जाए.
साथ चलता है ट्रेनों का काफिला
किम एक नहीं बल्कि तीन ट्रेन साथ लेकर चलते हैं. एक जिसमें वो खुद बैठते हैं. बाकियों में सुरक्षा कर्मियों और जांच दल, सप्लाई और अन्य सामान होता है. यानी यह सफर किसी एक ट्रेन का नहीं, बल्कि एक पूरे काफिले का होता है.
हवाई जहाज से भी ज्यादा लग्जरी
किम की स्पेशल ट्रेन बुलेटप्रूफ होने के साथ ही लग्जरी सुविधाओं से लेस है. इसके हर डिब्बे को स्टील की मोटी चादर से मजबूत बनाया गया है. ट्रेन के अंदर प्राइवेट सुइट्स, मॉडर्न टेक्नोलॉजी, सैटेलाइट फोन, बड़े मीटिंग हॉल, डाइनिंग कार और वाइन-बार तक मौजूद हैं. यहां वैरायटी फूड्स के साथ ही शराब भी परोसी जाती है.
कितना महंगा होता है सफर
किम की ट्रेन के एक सफर का खर्चा नॉर्मल ट्रेन से 4-5 गुना ज्यादा होता है. इसकी औसत स्पीड सिर्फ 60 किमी प्रति घंटा है, लेकिन कुछ रिपोर्ट के मुताबिक इसका खर्च 15-18 लाख होता है. किम ये स्पेशल ट्रेन सभी देशों तक तो नहीं, लेकिन चीन और रूस तक जाती है.