प्राइवेट कंपनियों के पास भरा हुआ है पैसा, फिर भी क्‍यों नहीं कर रहीं निवेश

1 week ago

Last Updated:September 22, 2025, 09:18 IST

Private Investment : प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने निजी कंपनियों से अपना निवेश बढ़ाने की अपील की है. परिषद के चेयरमैन का कहना है कि प्राइवेट कंपनियों के पास पैसा भरा पड़ा है, लेकिन वह निवेश करने से कतरा रहे हैं.

प्राइवेट कंपनियों के पास भरा हुआ है पैसा, फिर भी क्‍यों नहीं कर रहीं निवेशप्राइवेट कंपनियों से निवेश बढ़ाने की अपील की गई है.

नई दिल्‍ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के चेयरमैन एस महेंद्र देव ने कहा है कि निजी कंपनियों के पास बहुत पूंजी है और अब उन्हें भारत की वृद्धि यात्रा में निवेश करना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निवेश और निर्यात देश की आर्थिक वृद्धि को गति देंगे. देव ने आगे कहा कि रोजगार की गुणवत्ता एक मुद्दा है, इसलिए सरकार औपचारिक क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने की कोशिश कर रही है.

उन्होंने ‘एवरीथिंग ऑल एट वन्स’ नाम से एक किताब के विमोचन समारोह में कहा कि निवेश और निर्यात वृद्धि को गति देंगे. निजी क्षेत्र के पास बहुत पूंजी है. अब उन्हें भारत की वृद्धि यात्रा में निवेश करना चाहिए. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के एक हालिया लेख के अनुसार, मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियाद और नीतिगत दरों में एक प्रतिशत की कटौती के कारण, निजी क्षेत्र का पूंजी निवेश 2025-26 में 21.5 प्रतिशत बढ़कर 2.67 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. भारत का युवा कार्यबल और डिजिटल तकनीक इसकी ताकत हैं.

प्राकृतिक खेती का दायरा बढ़ाएं किसान
उन्होंने कहा कि विकसित भारत का अर्थ समावेशी विकास है और भारत में अत्यधिक गरीबी में उल्लेखनीय कमी आई है. नीति आयोग के पूर्व वाइस चेयरमैन और इस पुस्तक के सह-लेखक राजीव कुमार ने कहा कि निजी उद्यमों ने भारत की वृद्धि गाथा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. किसानों को इसमें अपना योगदान देने के लिए प्राकृतिक खेती का दायरा बढ़ाना चाहिए, तभी कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने में निजी कंपनियों का सहयोग ज्‍यादा मिलेगा.

स्‍टार्टअप में निजी क्षेत्र की भागीदारी अहम
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारत के टिकाऊ स्टार्टअप और आर्थिक वृद्धि के लिए उद्योग संपर्क और निजी क्षेत्र की भागीदारी महत्वपूर्ण है. सरकार ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने और भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है. स्टार्टअप आजीविका के एक आकर्षक और स्थायी स्रोत के रूप में उभरे हैं. निजी कंपनियों को भी इस इकोसिस्‍टम का फायदा उठाना चाहिए और उन्‍हें अपनी पूंजी से इन स्‍टार्टअप को आगे बढ़ाने में मदद करनी चाहिए.

देश में कितने स्‍टार्टअप
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 1.70 लाख स्टार्टअप के साथ भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है. इनमें से लगभग 60,000 स्टार्टअप महिलाओं द्वारा संचालित हैं, जो सफल कृषि उद्यमी बन गई हैं. मंत्री ने प्रासंगिक क्षेत्रों में उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने प्रासंगिक विषयों पर शोध की वकालत करते हुए कहा कि अगली क्रांति जैव-चालित होगी. दुनिया आने वाले समय में भारत से नेतृत्व की भूमिका निभाने की उम्मीद कर रही है. इसमें स्‍टार्टअप की ग्रोथ बड़ी भागीदारी निभाएगी.

Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

September 22, 2025, 09:18 IST

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