हंसोड़ पीलू ने कहा था...हेलीकॉप्टर नहीं, जनता के भरोसे चुनाव जीतते थे कर्पूरी!

12 hours ago

Last Updated:October 04, 2025, 16:55 IST

Bihar Chunav 2025 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को युवा संवाद के दौरान जननायक कर्पूरी ठाकुर का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें यह उपाधि सोशल मीडिया ने नहीं, बल्कि जनता ने दी थी. पीएम मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि कर्पूरी ठाकुर का जीवन समाज की सेवा के लिए समर्पित था और वे हमेशा गरीब एवं कमजोर वर्ग को आगे बढ़ाने की चिंता करते थे. दरअसल, कर्पूरी ठाकुर का नाम आते ही बिहार की राजनीति में सादगी, ईमानदारी और समाजवादी सोच की तस्वीर सामने आती है. वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री सुरेंद्र किशोर ने अपने संस्मरण में बताया कि किस तरह कर्पूरी ठाकुर चुनाव के लिए हेलीकॉप्टर की बजाय टूटी-फूटी सड़कों से जनता तक पहुंचते थे. यही कारण है कि उन्हें जनता ने ‘जननायक’ कहा और यह दर्जा आज भी राजनीति की नई पीढ़ी के लिए एक आदर्श है.

हंसोड़ पीलू ने कहा था...हेलीकॉप्टर नहीं, जनता के भरोसे चुनाव जीतते थे कर्पूरी!प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्पूरी ठाकुर की सादगी और महानता की सराहना की.

पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को युवा संवाद के दौरान कर्पूरी ठाकुर का उल्लेख किया और कहा कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को जननायक बिहार के जन-जन ने बनाया था, न कि सोशल मीडिया के लोगों ने. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि बिहार के लोग जानते हैं कि जननायक पद कर्पूरी ठाकुर से ही सुशोभित होता है. आजकल लोग कर्पूरी ठाकुर के जननायक शब्द को चोरी करने में लगे हैं. कर्पूरी ठाकुर को जनता द्वारा दिया गया सम्मान कोई चोरी न करे. उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा में लगाया और हमेशा इस बात पर जोर दिया कि समाज का सबसे कमजोर व्यक्ति भी आगे बढ़े. जाहिर है कि प्रधानमंत्री ने जो बातें कर्पूरी ठाकुर के बारे में कहीं, वे जननायक की महानता को दर्शाती हैं. साथ ही यह जानना भी जरूरी है कि आखिर क्यों उन्हें जननायक कहा जाता था. बिहार के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार और पद्म श्री से सम्मानित सुरेंद्र किशोर ने अपने सोशल मीडिया पर कर्पूरी ठाकुर को लेकर कुछ ऐसे संस्मरण लिखे हैं जो कर्पूरी ठाकुर की सादगी और महानता को स्पष्ट रूप से बताते हैं.

चुनावी साल में भ्रष्टाचार के सवाल

सुरेंद्र किशोर लिखते हैं कि ”कई दशक पहले पटना के सालिमपुर अहरा स्थित पार्टी ऑफिस में चर्चित पीलू मोदी एक ‘इजी चेयर’ पर बैठे थे. उनके अगल-बगल कर्पूरी ठाकुर और मैं था. उन दिनों कर्पूरी ठाकुर और पीलू मोदी एक ही दल यानी संभवतः भारतीय लोक दल में थे. कर्पूरी जी ने पीलू साहब से अपने स्वभाव के अनुसार बड़ी विनम्रता से कहा था — ‘‘मोदी साहब, यदि हमारी बिहार पार्टी के लिए आप एक हेलीकॉप्टर का प्रबंध कर दें तो हम बिहार विधानसभा की आधी सीटें जीत जाएंगे’’. उस पर हंसोड़ पीलू ने कहा था – ‘‘मिस्टर कर्पूरी, मैं दो हेलीकॉप्टर का प्रबंध कर देता हूं, सारी सीटें जीत जाओ. अरे भई, हेलीकॉप्टर से चुनाव नहीं जीता जाता’’. बता दें कि पीलू मोदी गुजरात के गोधरा से सांसद हुआ करते थे.

सादगी और महानता के जननायक

सुरेंद्र किशोर याद दिलाते हुए लिखते हैं कि उन दिनों बिहार की सड़कें बहुत ही खराब थीं और चुनाव सभाओं के लिए कर्पूरी जी को पूरे राज्य से बुलाया जाता था. हालांकि, खुद कर्पूरी ठाकुर किसी हेलीकॉप्टर की मदद के बिना बिहार में दो बार मुख्यमंत्री बन चुके थे और एक बार उपमुख्यमंत्री बने थे. उन दिनों किसी दल के नेता का चुनावी खर्च आज जैसा नहीं था. सुरेंद्र किशोर के इस संस्मरण से स्पष्ट है कि बिहार का मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री रह चुका व्यक्ति के पास इतने पैसे नहीं थे या उनकी पार्टी के पास कि वे हेलीकॉप्टर का इंतजाम पूरे बिहार के लिए कर सके.

वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर ने कर्पूरी ठाकुर की यादों से जुड़े संस्मरण सोशल मीडिया में साझा किये हैं.

वर्तमान चुनावी परिदृश्य में कर्पूरी ठाकुर

इस बार चर्चा तेज है कि लगभग तमाम राजनीतिक दलों ने चुनावी प्रचार के लिए बड़ी संख्या में हेलीकॉप्टर बुक किया है. राजनीति में नैतिकता, शुद्धता और सुचिता के पक्षधर लोग फिर भी यह उम्मीद करते हैं कि भाजपा, कांग्रेस तथा अन्य दलों को चाहिए कि राजनीतिक और चुनावी खर्चे कम करके आदर्श उपस्थित करें. इससे मौजूदा और अगली पीढ़ियों में नाजायज धन उपार्जन की लालसा आज जैसी तीव्र नहीं रहेगी. ऐसा नहीं करने से सरकारों तथा अन्य जगहों के भ्रष्टाचार पर काबू पाने में किसी भी सरकार को मुश्किल आएगी.

देश-समाज को आदर्श नेताओं की जरूरत

कर्पूरी ठाकुर ने साबित किया था कि जनता का विश्वास किसी भी चुनावी साधन से बड़ा होता है. आज जब हर चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं और हेलीकॉप्टर राजनीति का प्रतीक बन चुके हैं, तब यह सवाल उठना लाजिमी है कि आने वाले दशकों में कौन-सा नेता कर्पूरी ठाकुर की तरह बिना दिखावे के, सिर्फ ईमानदारी और सेवा भावना के बल पर ‘जननायक’ कहलाने का हकदार होगा. ऐसे सवाल यह कि आज के किस नेता को आने वाले दशकों में उसी तरह आदर के साथ याद किया जाएगा, जिस तरह कर्पूरी ठाकुर तथा उनकी तरह के दूसरे कुछ नेताओं को याद किया जाता है?

Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...

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First Published :

October 04, 2025, 16:55 IST

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