Last Updated:October 22, 2025, 10:08 IST
Lokpal BMW Car Row: भारत के लोकपाल ने 7 BMW कार खरीदने का टेंडर जारी किया है, जिनकी कुल कीमत करीब 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है. News18 की इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.

देश में भ्रष्टाचार की जांच करने वाली सर्वोच्च संस्था लोकपाल (Lokpal of India) इन दिनों अपने एक फैसले को लेकर सुर्खियों में है. दरअसल, लोकपाल ने हाल ही में सात लग्जरी BMW कारें खरीदने के लिए टेंडर जारी किया है, जिनकी कुल कीमत करीब 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इस फैसले पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम (Chidambaram) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
चिदंबरम ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए सवाल उठाया, ‘जब सुप्रीम कोर्ट के माननीय जज सादे सिडान कारों में चलते हैं, तो लोकपाल के चेयरमैन और छह सदस्यों को BMW की क्या जरूरत है? जनता के पैसों से इन गाड़ियों की खरीद क्यों की जा रही है? उम्मीद है कि लोकपाल के कम से कम एक या दो सदस्य इन कारों को लेने से इनकार करेंगे.’
चिदंबरम की यह टिप्पणी News18 की उस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट पर आई है, जिसमें खुलासा हुआ कि लोकपाल ने सात बीएमडब्लू कार (BMW 3 Series 330Li Sport) की खरीद के लिए टेंडर जारी किया है. न्यूज18 को मिले दस्तावेज़ों के मुताबिक, इन सभी गाड़ियों का रंग सफेद होगा और इन्हें दिल्ली के वसंत कुंज स्थित लोकपाल कार्यालय में दो हफ्तों के भीतर डिलीवर करना है. टेंडर में यह भी कहा गया है कि सप्लायर को ये BMW कार चलाने के लिए लोकपाल के ड्राइवरों को सात दिन की खास ट्रेनिंग देनी होगी.
When Honourable judges of the Supreme Court are provided modest sedans, why do the Chairman and six members of the Lokpal require BMW cars?
Why spend public money to acquire these cars?
I hope that at least one or two members of the Lokpal have refused, or will refuse, to…
एक कार की कीमत 70 लाख
BMW की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, BMW 3 Series LWB इस सेगमेंट की सबसे लंबी और लक्ज़री कार मानी जाती है, जिसमें पीछे बैठने के लिए सबसे ज़्यादा जगह और आराम दिया गया है. एक कार की ऑन-रोड कीमत लगभग 70 लाख रुपये है.
लोकपाल की यह खरीद इसलिए भी सवालों के घेरे में आई है, क्योंकि संस्था का मकसद जनहित और पारदर्शिता से जुड़ा हुआ है. इसके सदस्यों के वेतन, भत्ते और अन्य सुविधाएं सुप्रीम कोर्ट के जजों के बराबर होती हैं.
राजनीतिक हलकों में अब यह बहस छिड़ गई है कि जब देश के सर्वोच्च न्यायालय के जज सरकारी सिडान कारों से काम चलाते हैं, तो फिर लोकपाल जैसी संस्था को इतनी महंगी जर्मन कारों की आवश्यकता क्यों पड़ी?
हालांकि अब तक लोकपाल की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन चिदंबरम का यह बयान विपक्ष के उस रुख को और मजबूत करता है जिसमें सरकार पर ‘भ्रष्टाचार और फिजूलखर्ची’ के दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया जा रहा है.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 22, 2025, 10:06 IST