सरकारी खजाने में 7 लाख करोड़ की सेंध, 18 खरब रुपये तो फर्जी बिल से हड़प लिए

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Last Updated:August 04, 2025, 16:10 IST

GST Invasion in 5 Years : सरकार ने खुलासा किया है कि पिछले 5 साल में 7 लाख करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा की जीएसटी चोरी पकड़ी गई है. इस दौरान पौने 2 लाख करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा फर्जीवाड़ा तो सिर्फ आईटीसी के रूप म...और पढ़ें

सरकारी खजाने में 7 लाख करोड़ की सेंध, 18 खरब रुपये तो फर्जी बिल से हड़प लिएसरकार ने 7 लाख करोड़ की जीएसटी चोरी का खुलासा किया.

हाइलाइट्स

पिछले 5 साल में 7 लाख करोड़ की GST चोरी पकड़ी गई.1.79 लाख करोड़ की GST चोरी फर्जी बिल बनाकर की गई.GST चोरी के 91,370 मामले सामने आए.

नई दिल्‍ली. आम आदमी से इनकम टैक्‍स के रूप में पाई-पाई वसूलने वाली सरकार को कारोबारी और कंपनियां किस कदर चूना लगा रहे, इसका आंकड़ा देख आप चौंक जाएंगे. सरकार ने सोमवार को संसद में बताया कि पिछले 5 साल में 7 लाख करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा की जीएसटी चोरी का आंकड़ा सामने आया है. इसमें से 1.79 लाख करोड़ रुपये तो सिर्फ फर्जी बिल बनाकर आईटीसी के रूप में वसूले गए हैं. इस आंकड़े में सबसे ज्‍यादा हिस्‍सेदारी तो पिछले वित्‍तवर्ष की रही, जब 2.23 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का खुलासा हुआ.

वित्‍त राज्‍यमंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को बताया कि वित्‍तवर्ष 2024-25 को मिलाकर पिछले 5 साल में 7.08 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का खुलासा किया गया है. इस दौरान 1.79 लाख करोड़ की जीएसटी चोरी तो सिर्फ इनपुट टैक्‍स क्रेडिट (ITC) के रूप में फर्जी बिल बनाकर की गई. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इन 5 सालों में से सबसे ज्‍यादा जीएसटी चोरी का खुलासा वित्‍तवर्ष 2024-25 में हुआ, जहां 2.23 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की गई. फील्‍ड पर काम करने वाले जीएसटी अधिकारियों ने इस चोरी का खुलासा किया है.

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जीएसटी चोरी के कितने मामले आए
आंकड़ों में बताया गया है कि वित्‍तवर्ष 2025 में ही जीएसटी चोरी के 30,056 मामले सामने आए हैं. इसमें से 15,283 यानी करीब 50 फीसदी मामले सिर्फ आईटीसी के रहे हैं. इसका मतलब है कि जीएसटी चोरी में सबसे ज्‍यादा इस्‍तेमाल फर्जी बिलों का होता है. आईटीसी के जरिये पिछले वित्‍तवर्ष में 58,772 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की गई है. इससे पहले वित्‍तवर्ष 2023-24 में करीब 2.30 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया था. इसमें आईटीसी के रूप में 36,374 करोड़ रुपये की चोरी का खुलासा हुआ था.

जीएसटी वूसली के साथ बढ़ती गई चोरी
सरकार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जैसे-जैसे जीएसटी वसूली बढ़ी है, चोरी का आंकड़ा भी बढ़ता गया है. वित्‍तवर्ष 2023 में 1.32 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का खुलासा हुआ था, जिसमें 24,140 करोड़ रुपये की चोरी तो आईटीसी के रूप में की गई. इसी तरह, वित्‍तवर्ष 2022 में 73,238 करोड़ रुपये तो वित्‍तवर्ष 2021 में 49,384 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी का खुलासा हुआ है. इन दौरान 2022 में जहां आईटीसी के रूप में 28,022 करोड़ की जीएसटी चोरी का खुलासा हुआ, वहीं 2021 में 31,233 करोड़ रुपये फर्जी तरीके से आईटीसी के रूप में क्‍लेम किए गए.

5 साल में कितने मामले सामने आए
सरकारी आंकड़ों में देखें तो वित्‍तवर्ष 2020-21 से 2024-25 तक यानी 5 साल में जीएसटी चोरी के करीब 91,370 केस सामने आए हैं. इसमें 7 लाख करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा की चोरी की गई. हालांकि, जीएसटी चोरी का खुलासा होने के बाद सरकार ने 1.29 लाख करोड़ रुपये की रिकवरी भी की गई. इन 5 साल में फर्जी तरीके से आईटीसी क्‍लेम करने के 44,938 मामले सामने आए और इसमें 1.79 लाख करोड़ रुपये की चोरी की गई. हालांकि, सरकार का दावा है कि जीएसटी चोरी रोकने के लिए तमाम सुरक्षा फीचर बनाए जा रहे हैं.

Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...

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New Delhi,Delhi

First Published :

August 04, 2025, 16:10 IST

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