Last Updated:September 21, 2025, 17:19 IST
Lalu Yadav Family Feud: बिहार चुनाव से पहले लालू परिवार में तेज प्रताप यादव और रोहिणी आचर्या की एंट्री से राम'लीला' जैसी कलह शुरू हो गई है. क्या बिहार चुनाव 2025 में आरजेडी की मुश्किलें बढ़ गई हैं?

पटना. बिहार चुनाव से पहले लालू परिवार के भीतर राम’लीला’शुरू हो गई है. सोशल मीडिया पर लोग बोल रहे हैं कि रामलीला देखने की क्या जरूरत है, जब लालू परिवार के भीतर ही राम’लीला’ शुरू हो गई है. लालू परिवार के राम’लीला’ में पात्रों के नाम भी अब सामने आने लगे हैं. लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की एंट्री हो गई है. वह आरजेडी के सीएम फेस तेजस्वी यादव को लगातार निशाना बना रहे हैं. रही सही कसर लालू यादव को अपना किडनी देने वाली बेटी रोहिणी आचर्या ने कर दी. रोहिणी ने तेजस्वी के सलाहकार और राज्यसभा सांसद संजय यादव का एक फोटो क्या पोस्ट की, लालू परिवार की आंतरिक कलह सामने आ गई. ऐसे में बड़ा सवाल यह कि क्या बिहार चुनाव से पहले लालू परिवार के राम’लीला’ में कई और पात्रों की एंट्री होने वाली है? क्या तेजस्वी यादव का राज्याभिषेक इस बार भी लटक जाएगा?
बिहार की राजनीति में इन दिनों तरह-तरह के सियासी नाटक-नौटंकी देखने को मिल रहे हैं. लेकिन जो ड्रामा लालू यादव के परिवार के भीतर चल रहा है, उसे लोग ‘राम’लीला’ का नाम दे रहे हैं. चुनाव से ठीक पहले लालू परिवार की यह कलह खुलकर सामने आ गई है और इससे आरजेडी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि ‘राम’लीला’ देखने की क्या जरूरत है, जब ‘रामायण’ के सारे पात्र लालू परिवार में ही मौजूद हैं? इस ‘रामलीला’ में अब तक दो पात्रों की एंट्री हो चुकी है, जिन्होंने तेजस्वी यादव के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं.
लालू परिवार में ‘राम’लीला’
लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की भूमिका इस ‘रामलीला’ में सबसे अहम हो गई. वह लगातार अपने छोटे भाई तेजस्वी को निशाना बना रहे हैं. तेज प्रताप की नाराजगी का कारण यह है कि उन्हें लगता है कि पार्टी में उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा है. क्या वह परिवार के रामलीला में खुद को ‘विभीषण’ वाले रोल में आगे कर दिया है? तेज प्रताप ने जिस तरह से तेजस्वी की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर तंज कसा है, उससे यह साफ है कि वह हर हाल में तेजस्वी को कमजोर करना चाहते हैं.
रोहिणी आचार्या ने किडनी दिया, दर्द मिला?
लालू परिवार के इस ‘राम’लीला’ में दूसरी सबसे महत्वपूर्ण एंट्री रोहिणी आचार्या की है. रोहिणी वही हैं जिन्होंने अपने पिता लालू यादव को अपनी किडनी दी है. ऐसे में उनके एक सोशल मीडिया पोस्ट का राजनीतिक महत्व काफी ज्यादा है. रोहिणी ने तेजस्वी के के सलाहकार संजय यादव की सीट को लेकर एक पोस्ट किया, जिसने पूरे परिवार की कलह को सार्वजनिक कर दिया. रोहिणी का यह कदम दिखाता है कि परिवार के भीतर सब ठीक नहीं है. वह इस बात से नाराज हैं कि तेजस्वी के करीबी नेताओं को परिवार के सदस्यों से ज्यादा अहमियत दी जा रही है. रोहिणी का यह बयान आरजेडी के लिए बहुत नुकसानदेह साबित हो सकता है.
कौन-कौन से पात्र आएंगे सामने?
यह ‘रामलीला’ यहीं नहीं रुकने वाली. आने वाले दिनों में और भी पात्रों की एंट्री हो सकती है. लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी अब तक शांत हैं. लेकिन, अगर परिवार की कलह बढ़ती है तो उन्हें इस ‘रामलीला’ में भी कोई रोल चुनना पड़ेगा. वह अपने सभी बच्चों के लिए खड़ी होती हैं या फिर तेजस्वी यादव उनके लिए खास होंगे? तेजस्वी की पत्नी की भी इस ‘रामलीला’ में एंट्री हो सकती है, क्योंकि वह भी अब परिवार का हिस्सा हैं और उनका भी इस ड्रामे में रोल हो सकता है. इसके साथ ही लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती की भी एंट्री हो सकती है, जो अभी तक इस विवाद में कुछ नहीं बोली हैं. रोहिणी आचर्या का सोशल मीडिया पोस्ट और मीसा भारती का चुप्पी भी लालू परिवार में रामलीला होने का संकेत दे रहा है.
कुलमिलाकर लालू परिवार की यह कलह आरजेडी के लिए शुभ संकेत नहीं है. यह जनता के बीच पार्टी की छवि को कमजोर कर सकती है और तेजस्वी की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर पानी फेर सकती है. क्योंकि, राजनीति में लालू यदाव के दोनों बेटे और दो बेटियां माीसा भारती और रोहिणी आचर्या ही हैं. मीसा भारती पाटलीपुत्र से सांसद हैं. जबकि, रोहिणी पिछला लोकसभा चुनाव सारण से लड़ी थीं. लेकिन बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से हार गई थीं. लालू यादव की पांच बेटियां अभी राजनीति में नहीं हैं. लेकिन कहा जा रहा है कि उनमें में कुछ राजनीति में आना चाहती हैं. ऐसे में लालू परिवार में जो कुछ भी हो रहा है, वह तेजस्वी यादव के राज्याभिषेक के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता है.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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First Published :
September 21, 2025, 17:19 IST