Last Updated:August 03, 2025, 23:45 IST
Rahul Gandhi News: राहुल गांधी को कर्नाटक कांग्रेस नेता एच. नागेश ने फंसा दिया है. वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़े के सबूत नागेश ने ही राहुल को दिए दिए. अब वो कह रहे हैं कि मेरे पास यह सबूत उपलब्ध नहीं हैं. वो चुना...और पढ़ें

हाइलाइट्स
राहुल गांधी को कर्नाटक कांग्रेस नेता एच. नागेश ने फंसा दिया है!वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़े के सबूत नागेश ने ही राहुल को दिए दिए.अब वो कह रहे हैं कि मेरे पास यह सबूत उपलब्ध नहीं हैं.नई दिल्ली. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपनी ही पार्टी के एक नेता के कारण फजीहत का शिकार होते नजर आ रहे हैं. दरअसल, जिस नेता ने राहुल को चिट्ठी लिखकर लोकसभा चुनाव 2024 में फर्जीवाड़े के सबूत देने की बात कही थी, अब वो ही पीछे हटते नजर आ रहे हैं. इसी नेता के कथित सबूतों के आधार पर राहुल गांधी बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में पांच अगस्त को एक बड़े विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने जा रहे हैं. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार की पोल खोलने का दावा किया. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री एच. नागेश ने पहले दावा किया था कि उनके पास कर्नाटक में चुनावी धांधली के ठोस सबूत हैं. नागेश ने कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को पत्र लिखकर अप्रैल 2023 में जमा की गई शिकायत की प्रति मांगी, जिसमें उन्होंने महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में फर्जी एंट्रीज का आरोप लगाया था. चौंकाने वाली बात यह है कि अब वे कह रहे हैं कि वह दस्तावेज गुम हो गया है, जो उनके दावों को कमजोर करता है.
नागेश ने धांधली के सबूत होने की बात कही थी
नागेश ने 31 जुलाई 2025 को लिखे पत्र में दावा किया कि उन्होंने 2023 विधानसभा चुनावों से पहले फर्जी वोटर एंट्रीज़ की सूची पेश की थी, लेकिन अब उसकी कोई प्रति उनके पास नहीं है. इस मामले में कर्नाटक CEO कार्यालय ने 2 अगस्त को जवाब दिया कि उनके पास अप्रैल 2023 का कोई ऐसा रिकॉर्ड नहीं है. संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी योगेश्वर एस ने कहा कि वैधानिक मतदाता सूची ऑनलाइन उपलब्ध है और चुनाव के दौरान नागेश सहित सभी प्रत्याशियों को दी गई थी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नागेश ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 80 या 1950 की धारा 24 के तहत कोई अपील या याचिका दायर नहीं की, जो इस दावे की गंभीरता पर सवाल उठाता है.
नागेश्वर के दावे से धिरे राहुल
यह घटनाक्रम राहुल गांधी के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है, जो 5 अगस्त को बेंगलुरु में चुनाव आयोग और भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. नागेश की हार 44,000 वोटों से भाजपा की एस. मंजुला से हुई थी. अब गायब दस्तावेजों का बहाना उनकी रणनीति को कमजोर करता है. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने मतदाता सूची में हेरफेर कर जीत हासिल की, लेकिन बिना सबूत के यह दावा हवा में लटक रहा है. CEO का जवाब साफ करता है कि कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं थी और ऑनलाइन उपलब्ध डेटा से जांच संभव थी, जिसे नागेश ने नहीं किया.
राहुल करने वाले हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अब उनकी विश्वसनीयता दांव पर होगी. यदि वे नई सबूत पेश नहीं कर पाते, तो यह प्रदर्शन सियासी नौटंकी बन सकता है. दूसरी ओर भाजपा इसे कांग्रेस की हताशा करार दे रही है. यह विवाद कर्नाटक की राजनीति में गहरा असर डाल सकता है, खासकर आगामी चुनावों को देखते हुए. नागेश का गायब दस्तावेजों का दावा अब राहुल के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गया है, जो उनके फर्जी वोटिंग के आरोपों को सही ठहराने में बाधा बन रहा है.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...
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First Published :
August 03, 2025, 23:41 IST