Last Updated:August 04, 2025, 02:03 IST
Meghalaya Holy Shivling: मेघालय के मावसिनराम में मॉजिमबूइन गुफा में धार्मिक यात्रा के आयोजकों ने पर्यटकों को जूते उतारने और तस्वीरें लेने से रोका, जिसका स्थानीय आदिवासी समूहों ने विरोध किया.

हाइलाइट्स
मॉजिमबूइन गुफा में पवित्र शिवलिंग नहीं है.पर्यटकों को जूते उतारने और तस्वीरें लेने से रोका गया.स्थानीय आदिवासी समूहों ने इस कदम का विरोध किया.मावसिनराम (मेघालय): मेघालय के मावसिनराम में मॉजिमबूइन गुफा देखने आए पर्यटकों को रविवार को हिंदू धार्मिक यात्रा के आयोजकों द्वारा कथित तौर पर अपने जूते उतारने को कहा गया और तस्वीरें लेने से रोका गया, जिसके बाद स्थानीय आदिवासी समूहों सहित विभिन्न वर्गों ने उनके इस कदम की आलोचना की.
ढाई सौ से अधिक यात्री गुफा में प्रार्थना करने के लिए पहुंचे, जिससे दोरबार श्नोंग (ग्राम परिषद) और स्थानीय जनजातीय समुदाय के कई सदस्यों में नाराजगी देखी गई. स्थानीय लोगों ने गुफा को धार्मिक स्थल घोषित करने के प्रयासों पर लगातार आपत्ति जताई है तथा इस बात पर जोर दिया है कि यह एक भूवैज्ञानिक विरासत स्थल है, न कि कोई तीर्थस्थल.
कोलकाता से आये पर्यटक देबोजीत ने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को उस समय झटका लगा जब उन्हें प्रतिबंधों का पालन करने के लिए मजबूर किया गया. उन्होंने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘हम पर्यटक के रूप में आए थे, लेकिन हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया गया जो हमें अस्वीकार्य लगा. ऐसे नियमों के लिए कोई तर्क होना चाहिए. मैंने गांव के बुजुर्गों से शिकायत की है.’
Natural Shivling – Dong Khlieh Shnong, Mawjymbuin Cave, Mawsynram, Meghalaya.
Thousands of years old Cave with Stalagmites and rock formations due to natural erosion of limestones over a period of time.
यह यात्रा हाल के वर्षों में शुरू हुई, लेकिन स्थानीय स्तर पर इसका विरोध किया गया, जिसके कारण दोरबार श्नोंग ने क्षेत्र में धार्मिक गतिविधियों और कूड़ा-कचरा फैलाने पर प्रतिबंध लगा दिया. मेघालय हाईकोर्ट ने हाल में एक आदेश में हिंदुओं की धार्मिक शोभायात्रा को गुफा तक जाने की अनुमति दे दी, बशर्ते कि इससे लोक व्यवस्था में बाधा न आए.
प्रसिद्ध भूविज्ञानी एलाडबोर लालू ने इस दावे का खंडन किया कि गुफा में ‘पवित्र शिवलिंग’ है. लालू ने कहा, ‘मॉजिमबूइन गुफा के अंदर की संरचना कोई पवित्र शिवलिंग नहीं है, बल्कि लाखों वर्षों में प्राकृतिक चूना पत्थर के जमाव से बनी एक आकृति है.’
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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Location :
Shillong,East Khasi Hills,Meghalaya
First Published :
August 04, 2025, 02:00 IST