Last Updated:May 05, 2025, 18:09 IST
Gujarat: नरेंद्र सिंह यादव ने सोमनाथ से अयोध्या तक की पदयात्रा शुरू की है, जो भगवान श्री राम के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है. उन्होंने पहले रामेश्वर से अयोध्या तक यात्रा पूरी की थी और अब सोमनाथ से यात्रा कर रहे ह...और पढ़ें

सोमनाथ से अयोध्या पदयात्रा कर रहे नरेंद्र
धार्मिक परंपराओं में भक्त अपने ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते आए हैं. इनमें से एक प्रमुख तरीका है पदयात्रा. इस परंपरा को हर समय जीवित रखते हुए, आज भी कई भक्त अपने विश्वास और श्रद्धा के प्रतीक के रूप में लंबी यात्राएं करते हैं. हरियाणा के नरेंद्र सिंह यादव भी इसी तरह के एक श्रद्धालु हैं जिन्होंने सोमनाथ मंदिर से अयोध्या तक की पैदल यात्रा शुरू की है.
नरेंद्र सिंह यादव की यात्रा का आरंभ
नरेंद्र सिंह यादव ने अपनी यात्रा की शुरुआत सोमनाथ मंदिर से की थी और इस दौरान वे कई जगहों पर ठहरते हुए, बोटाद तक पहुंचे हैं. इस यात्रा का उद्देश्य भगवान श्री राम के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करना है. सोमनाथ से बोटाद पहुंचने पर उन्हें विशेष सम्मान दिया गया और गढ़डा बीएपीएस मंदिर के संतों ने उनका स्वागत किया.
स्वागत और आशीर्वाद का मिला आशीर्वाद
बोटाद में स्वामीनारायण मंदिर के संतों ने नरेंद्र सिंह यादव का गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्हें माला पहनाकर आशीर्वाद दिया गया और साथ ही विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने भी उनका स्वागत किया. यह स्वागत न केवल यात्रा की धार्मिक अहमियत को दर्शाता है, बल्कि भगवान श्री राम के प्रति भक्तों की श्रद्धा की एक सुंदर मिसाल भी प्रस्तुत करता है.
नरेंद्र सिंह यादव का अनुभव और उद्देश्य
लोकल 18 से बातचीत के दौरान नरेंद्र सिंह यादव ने अपनी यात्रा के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, “मैं गुरुग्राम, हरियाणा का रहने वाला हूं और मैं विहिप का कार्यकर्ता हूं. पहले मैंने रामेश्वर से अयोध्या तक 2911 किलोमीटर की यात्रा 47 दिनों में पूरी की थी. अब सोमनाथ से अयोध्या की यात्रा शुरू की है, जो लगभग 1761 किलोमीटर लंबी है. हमारी योजना इसे 34 से 35 दिनों में पूरी करने की है.”
भगवान श्री राम के जीवन से प्रेरणा
नरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि उनकी यात्रा पूरी तरह से भगवान श्री राम के प्रति श्रद्धा और सम्मान से प्रेरित है. भगवान श्री राम का जीवन सरल और प्रेरणादायक है. उन्होंने बताया, “भगवान राम अपने जीवन में एक अच्छे मित्र, पिता, और भगवान के रूप में हमेशा लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं. उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि अगर हम उनके विचारों का अनुसरण करें, तो हमारा जीवन भी बेहतर हो सकता है.”
Location :
Botad,Bhavnagar,Gujarat