Last Updated:October 05, 2025, 06:34 IST
Pahalgam Terrorist Attack: क्या जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में भी आतंकियों ने चीन की मदद ली थी. चीन मामलों के जानकार प्रोफेसर श्रीकांत कोंडापल्ली ने कुछ ऐसे ही दावे किए हैं. उन्होंने जो खुलासा किया, उससे ड्रैगन की चाल पर बड़े सवाल उठते हैं...

क्या जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में भी आतंकियों ने चीन की मदद ली थी. चीन मामलों के जानकार प्रोफेसर श्रीकांत कोंडापल्ली ने कुछ ऐसे ही आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि पहलगाम आतंकी हमले के दौरान एक आतंकी के पास हुआवे का फोन था, जिसमें चीनी सैटेलाइट कनेक्शन मौजूद था. हमले के बाद उसी फोन से पाकिस्तान को संदेश भेजा गया.
प्रोफेसर कोंडापल्ली ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ’22 अप्रैल को पहलगाम में जब हमला हुआ, तब एक आतंकी के पास हुवावे का फोन मिला, जिसमें चीनी सैटेलाइट कनेक्शन था. उसने हमले के बाद पाकिस्तान को मैसेज भेजा. यह साफ तौर पर चीन की भूमिका दिखाता है. हमले से पहले चीन ने पाकिस्तान को पहलगाम की 120-129 स्लाइड्स वाली सैटेलाइट इमेज भी उपलब्ध कराई थीं. आतंकवाद के खिलाफ भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय (SCO) के साथ प्रतिबद्धता जताने के बावजूद चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा था.’
आतंकियों की ढाल बना चीन
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की चर्चाओं से द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) का नाम हटवाने की कोशिश की, जिसने शुरू में हमले की जिम्मेदारी ली थी.
कोंडापल्ली ने कहा, ‘चीनी राजदूत और पाकिस्तानी राजदूत ने यूएनएससी चर्चाओं में टीआरएफ का नाम हटवा दिया. जबकि टीआरएफ ने शुरुआत में दो बार हमले की जिम्मेदारी ली थी. तीसरी बार उन्होंने इनकार कर दिया, लेकिन पहले दो बार की जिम्मेदारी उनके रोल को साबित करती है. तियानजिन SCO घोषणा पत्र में पहलगाम का जिक्र था, लेकिन ‘जफर एक्सप्रेस’ के उल्लेख से इसे पाकिस्तानी दबाव में कमजोर कर दिया गया. इससे स्पष्ट है कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत चीन पर भरोसा नहीं कर सकता.’
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी पाकिस्तान की मदद
कोंडापल्ली ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी चीन पर पाकिस्तान का समर्थन करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘चीन ने ऑपरेशन सिंदूर के वक्त पाकिस्तान वायुसेना को सूचनाएं दीं. उन्हें JF-17, J-10 लड़ाकू विमान, HQ-9 सरफेस-टू-एयर मिसाइल बैटरियां जैसे हथियार मुहैया कराए. यह बेहद आक्रामक रुख है. पहलगाम हमले के बाद चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने निष्पक्ष जांच की बात कही, जबकि चीन खुद कभी भी शिनजियांग के उइगर विद्रोह या कोविड-19 महामारी के समय WHO टीम को जांच की अनुमति नहीं देता.’
कोंडापल्ली ने कहा कि भारत को अब कार्रवाई करनी होगी, जांच नहीं, क्योंकि कई आतंकी घटनाओं का सुराग पाकिस्तान के क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद से जुड़ता रहा है. उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने पाकिस्तान का साथ दिया. एक पाकिस्तानी ब्रिगेडियर ने चीन के वेस्टर्न थिएटर कमांड से रावलपिंडी के लिए समन्वय किया. इसलिए भारत को चीन पर भरोसा करने से पहले ठोस सबूतों की जरूरत है.’
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 05, 2025, 06:34 IST