Last Updated:May 06, 2025, 14:10 IST
Pahalgam Terror Attack Latest Update: पहलगाम आतंकी हमले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, सुरक्षाबलों को चौंकाने वाले खुलासे हाथ लग रहे हैं. इन आतंकियों ने बैसरन घाटी में 26 हिन्दुओं का नरसंहार कर दिया था और फि...और पढ़ें

पहलगाम आतंकी हमले की अब तक की जांच में आतंकियों के 70 से ज्यादा हाइडआउट का पता चला है. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
पहलगाम आतंकी हमले में 26 हिन्दुओं का नरसंहार हुआ.आतंकियों के 70 से ज्यादा हाइडआउट्स का पता चला.हाइडआउट्स में राशन, रजाई, और हथियार छुपाने के सबूत मिले.जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिन्दुओं का नरसंहार करने वाले आतंकियों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. मिनी स्विट्जरलैंड कही जाने वाली बैसरन घाटी में इन आतंकियों ने पर्यटकों का धर्म पूछकर 26 लोगों को गोली मार दी थी. इस हमले के बाद आतंकी पहाड़ के घने जंगलों में छिप गए थे. इन्हें पकड़ने के लिए सुरक्षाबल लगातार ही तलाशी अभियान चला रहे हैं. अब तक की जांच में 70 से ज्यादा आतंकियों के हाइडआउट का पता चला है, जिन्हें बेहद सुनियोजित ढंग से ऊंची पहाड़ियों और घने जंगलों के भीतर छुपा कर तैयार किया गया था. इन हाइडआउट्स की लोकेशन और बनावट यह दर्शाती है कि इनको बनाते समय आतंकी केवल स्थानीय मदद पर नहीं, बल्कि मिलिट्री एक्सपर्टीज का सहारा भी ले रहे थे.
इन गुप्त ठिकानों की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिनमें साफ देखा जा सकता है कि आतंकियों ने गड्ढा खोदकर उसे ऊपर से पेड़ों की लकड़ियों और सूखे पत्तों से ढक दिया था. कुछ मामलों में हाइडआउट को चट्टानों के बीच इस प्रकार छुपाया गया था कि वह एक साधारण दरार जैसा नजर आए. इनकी बनावट और छुपाने के तौर-तरीके यह दर्शाते हैं कि आतंकियों ने सुरक्षा बलों को चकमा देने के लिए कमांडो-लेवल की छिपने की रणनीतियों को अपनाया.
आतंकियों के ठिकाने से क्या-क्या मिला?
जांच एजेंसियों को इन ठिकानों से भारी मात्रा में सबूत भी मिले हैं – महीने भर का राशन, चावल की बोरियां, रजाई, और कुछ स्थानों पर खुदे हुए गड्ढे जिनका उपयोग सोने और हथियार छुपाने के लिए किया जाता था. यह सब संकेत देता है कि आतंकियों ने लंबी अवधि तक इन स्थानों पर टिकने की योजना बनाई थी.
सूत्रों के अनुसार, इन हाइडआउट्स का खुलासा स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) की निशानदेही पर हुआ है, जिनसे सघन पूछताछ के बाद सुरक्षाबलों को इन जगहों तक पहुंचने में मदद मिली. साउथ और नॉर्थ कश्मीर के ऊंचाई वाले घने जंगलों में आर्मी, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस का संयुक्त सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है, और अभी और भी ऐसे ठिकानों के सामने आने की संभावना बनी हुई है.
लंबे समय तक के लिए बनाया था पनाहगाह
जांच एजेंसियों का मानना है कि ये हाइडआउट्स न केवल हमलों की योजना बनाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे, बल्कि इनका उद्देश्य आतंकियों को लंबे समय तक सुरक्षित पनाहगाह देना भी था. हाइडआउट्स में दिखी सामग्री और रणनीति यह भी दर्शाती है कि इन्हें स्थानीय जानकारी और विदेशी सैन्य प्रशिक्षण के मेल से तैयार किया गया था.
इन सभी हाइडआउट्स को सुरक्षाबलों ने अब ध्वस्त किया कर दिया है. यह ऑपरेशन एक बड़ा संदेश है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के किसी भी नेटवर्क को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह सतर्क और सक्षम हैं.
Location :
Srinagar,Jammu and Kashmir