नीट में फेल, बेचने पड़े क्रेडिट कार्ड, IIT से पढ़ाई के बाद मिली लाखों की नौकरी

3 hours ago

Last Updated:October 05, 2025, 08:19 IST

Sanjay B Success Story: चेन्नई के संजय बी की कहानी बहुत इंस्पिरेशनल है. जिंदगी में एक खास मुकाम हासिल करने के लिए उन्होंने कम उम्र से ही फुल टाइम जॉब शुरू कर दी थी. उसके साथ वह पढ़ाई भी करते रहे.

नीट में फेल, बेचने पड़े क्रेडिट कार्ड, IIT से पढ़ाई के बाद मिली लाखों की नौकरीSanjay B Success Story: संजय बी विदेशी कंपनी के पुणे ऑफिस में काम कर रहे हैं

नई दिल्ली (Sanjay B Success Story). ज्यादातर लोग असफलताओं से सबक लेकर जिंदगी के नए रास्ते तय करते हैं. संजय बी. की कहानी साबित करती है कि अगर इरादे मजबूत हों तो टूटे हुए सपनों की राख से भी शानदार करियर की इमारत खड़ी की जा सकती है. उनका पहला और सबसे बड़ा सपना डॉक्टर बनने का था. उन्होंने अपने इस लक्ष्य को पाने के लिए देश की सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) में 3 बार अपनी किस्मत आजमाई.

उन्होंने हर बार जी-जान लगाकर पढ़ाई की लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. तीनों प्रयासों में वह सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने वाले कटऑफ हासिल करने में असफल रहे. यह किसी भी स्टूडेंट के लिए हताशा का पल हो सकता है. लेकिन संजय ने हार नहीं मानी और अपना रास्ता ही बदल लिया. उनके घर की आर्थिक स्थिति कमजोर थी. इसलिए वह सिर्फ पढ़ाई पर फोकस नहीं कर सकते थे. घर चलाने और फीस भरने के लिए उनका काम करना जरूरी था. पढ़िए उनकी सक्सेस स्टोरी.

18 की उम्र में की फुल टाइम जॉब

संजय 18 साल की उम्र से काम करने लगे थे. उन्होंने पढ़ाई और घर की जरूरतों को एक साथ बैलेंस किया. शुरुआत में उन्होंने कई बैंक के क्रेडिट कार्ड बेचे, टेलीसेल्स में लोगों से बात की, सेल्स टीमों को लीड किया और कई मुश्किल टार्गेट पूरे किए. यह अनुभव उन्हें केवल रोजगार ही नहीं दे रहा था, बल्कि अनजाने में उन्हें एक प्रोफेशनल के रूप में तराश भी रहा था. दबाव में काम करना, लोगों की जरूरतों को समझना, प्रभावी ढंग से संवाद करना और ‘ना’ सुनने के बाद भी आगे बढ़ना- ये स्किल्स उनकी पर्सनालिटी का हिस्सा बन गईं.

करियर का टर्निंग पॉइंट: IIT मद्रास का ऑनलाइन प्रोग्राम

नीट यूजी में लगातार असफलता के बाद जहां एक दरवाजा बंद हुआ, वहीं संजय ने एक नई खिड़की खोल दी. यह टर्निंग पॉइंट तब आया, जब उन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास (IIT Madras) के डेटा साइंस और एप्लीकेशन में ऑनलाइन बैचलर ऑफ साइंस (BS) प्रोग्राम के बारे में पता चला. इस प्रोग्राम के लिए जेईई पास करना जरूरी नहीं है. इस ऑनलाइन प्रोग्राम की सबसे बड़ी खासियत थी कि इसमें दाखिले के लिए कोई सख्त शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता नहीं थी.

कोर्स में सीखीं कई स्किल्स

संजय बी ने फुल टाइम जॉब के साथ कई अन्य कोर्स भी किए. उन्होंने आईआईटी मद्रास से डेटा साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (IIT Madras BS) और यूनिवर्सिटी ऑफ द पीपल से हेल्थ साइंस में बी.ए. की डिग्री हासिल की. इसके साथ ही उन्होंने वर्ल्डक्वांट यूनिवर्सिटी से फाइनेंशियल इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री कोर्स भी किया. ऑनलाइन बीएस कोर्स के दौरान उन्होंने पायथन, जावा, एसक्यूएल, मशीन लर्निंग, डेटा स्ट्रक्चर्स और एल्गोरिद्म जैसी स्किल्स सीखीं.

विदेशी कंपनी में मिली नौकरी

संजय बी के गिटहब और लिंक्डइन अकाउंट्स पर उनके प्रोजेक्ट्स की लंबी लिस्ट शामिल है. उन्होंने चाय की दुकानों के लिए ऐप्स बनाए. इन प्रोजेक्ट्स के दम पर उन्हें CII इंस्टीट्यूट ऑफ लॉजिस्टिक्स में इंटर्नशिप और विदेशी (स्विट्जरलैंड) कंपनी Syngenta में एसोसिएट डेटा साइंटिस्ट पद पर नौकरी मिली. यहां वे मशीन लर्निंग के जरिए बिजनेस प्रॉब्लम्स सॉल्व कर रहे हैं. संजय Syngenta कंपनी के पुणे ऑफिस में काम कर रहे हैं. इस पद पर शुरुआती एवरेज सैलरी पैकेज 10 से 15 लाख रुपये तक है.

Deepali Porwal

With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें

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First Published :

October 05, 2025, 08:19 IST

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