Last Updated:July 12, 2025, 13:07 IST
Gopal khemka Murder: गोपाल खेमका हत्याकांड मामले में मुख्य शूटर उमेश यादव की पुलिस हिरासत में हुई पूछताछ ने इस हत्याकांड को नया मोड़ दे दिया है. SIT और STF की कड़ी पूछताछ में उमेश ने मास्टरमाइंड अशोक साव के साथ...और पढ़ें

शूटर उमेश यादव के सनसनीखेज खुलासे से गोपाल खेमका मर्डर केस की जांच में नया मोड़
हाइलाइट्स
उमेश ने स्वीकार किया कि अशोक साव के साथ डेढ़ साल से जान-पहचान थी, बिहारशरीफ में हत्या की योजना बनी. उमेश यादव ने विकास उर्फ राजा को पैसे देकर हथियार मंगवाया, कहां से आए, इसकी जानकारी से इनकार कर दिया. उमेश यादव के घर से 59 गोलियां बरामद हुईं, उसने कहा कि 4 लाख रुपये में डील हुई, 50,000 रुपये एडवांस में लिए.पटना. बिहार के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की 4 जुलाई को गांधी मैदान थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या के मामले में मुख्य शूटर उमेश यादव के सनसनीखेज खुलासों ने जांच को नया मोड़ दे दिया है. पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) और STF की पूछताछ में उमेश ने मास्टरमाइंड अशोक साव के साथ साजिश की बात स्वीकार की है. उसने बताया कि बिहारशरीफ में एक से डेढ़ महीने पहले मुलाकात हुई जहां हत्या की योजना बनी. हालांकि, हत्याकांड के मददगारों के नाम उजागर करने से इनकार और हथियार कहां से आए, इस पर उसकी चु्प्पी ने गोपाल खेमका मर्डर केस की जांच को जटिल बना दिया है. खास बात यह है कि इस मामले ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल तो खड़े किए ही हैं, साथ ही राजनीतिक-अपराधिक गठजोड़ पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
दरअसल, गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या के इस मामले में पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) और STF लगातार अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. उमेश यादव की गिरफ्तारी के बाद उससे की गई पूछताछ में कई अहम तथ्य सामने आए हैं जो इस हत्याकांड की गहराई को उजागर कर रहे हैं।पुलिस के सवालों के जवाब में उमेश ने बताया कि वह मास्टरमाइंड अशोक साव को करीब डेढ़ साल से जानता है. हालिया मुलाकात एक से डेढ़ महीने पहले बिहारशरीफ में हुई जहां गोपाल खेमका हत्याकांड की साजिश रची गई. उमेश ने स्वीकार किया कि हथियार की जानकारी उसे नहीं है; उसने विकास उर्फ राजा को पैसे देकर हथियार मंगवाये थे. बता दें कि विकास उर्फ राजा को पटना पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया है.
साजिश का खुलासा पर अब भी रहस्य अनसुलझा!
हालांकि, घटनास्थल पर अपने सहयोगियों के नाम उजागर करने से उमेश ने इनकार कर दिया है जिससे और गहराई से जांच करने की जरूरत महसूस की जा रही है. एक दूसरे सवाल में पुलिस ने उमेश यादव से उसके पिछले अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में पूछा तो उसने दावा किया कि उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और इस हत्याकांड को उसने आर्थिक मजबूरी और पैसे की जरूरत के कारण अंजाम दिया. उसने बताया कि 4 लाख रुपये में डील हुई थी, जिसमें 50,000 रुपये उसे एडवांस मिले थे. इसका इस्तेमाल उसने अपने बच्चों की स्कूल फीस भरने में किया था.
59 गोलियां और हथियार के सवाल पर चुप्पी क्यों?
इस बीच पटना पुलिस के मुताबिक, यह हत्या जमीन विवाद से जुड़ी कारोबारी रंजिश का नतीजा हो सकती है. अशोक साव और गोपाल खेमका के बीच पुराना विवाद रहा है जिसकी तह तक पहुंचने के लिए जांच जारी है. हालांकि, उमेश की निशानदेही पर बरामद 59 गोलियां और हथियार इस साजिश की गंभीरता को बताते हैं. वहीं, बेऊर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा का नाम भी सामने आया है, जिससे राजनीतिक और अपराधिक गठजोड़ की आशंका बढ़ गई है. पुलिस जल्द ही इस पर और खुलासे कर सकती है, लेकिन उमेश के चुप्पी साधने से कई सवाल अनसुलझे हैं.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
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