Last Updated:July 12, 2025, 18:19 IST
Success Story, Education News: हम आपको ऐसी पांच शख्सियतों की कहानियां बताने जा रहे हैं, जिन्होंने उम्र को ठेंगा दिखाकर अपने सपनों को सच कर दिखाया.जब लोग रिटायरमेंट का मजा लेते हैं, इन लोगों ने किताबें खोलीं और ...और पढ़ें

education news, Success Story: इस उम्र में की पढाई.
हाइलाइट्स
105 साल की उम्र में पास की परीक्षा.96 साल में 98% अंक पाएं.80 की उम्र में MA की डिग्री.Success Story, Education News: कहते हैं पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती. अनेकों उदाहरण ऐसे हैं जिन्होंने उम्र की परवाह किए बिना अपनी पढ़ाई लिखाई पूरी कर इसको सच साबित कर दिया. किसी ने 105 की उम्र में पढ़ाई की, तो किसी ने 96 साल की एज में 98% अंकों से परीक्षा पास की. वहीं किसी ने 80 वर्ष की आयु में एमए की डिग्री पूरी की. ये कहानियां उन तमाम लोगों के लिए मिसाल हैं, जो अपनी एज की दुहाई देकर पढ़ाई लिखाई से अपना पीछा छुड़ाते रहते हैं. आइए आपको बताते हैं सबकी कहानियां…
सबसे पहले बात 105 साल की भागीरथी अम्मा की. केरल की भागीरथी अम्मा ने 9 साल की उम्र में मां की मौत के बाद भाई-बहनों की जिम्मेदारी संभाली जिससे पढ़ाई अधूरी रह गई, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. भागीरथी अम्मा ने 105 साल की उम्र में वर्ष 2019 में केरल स्टेट लिटरेसी मिशन के तहत चौथी की परीक्षा पास की. उनकी मेहनत को नारी शक्ति पुरस्कार सम्मान भी मिला.
96 साल में 98% मार्क्स
कुछ ऐसी ही कहानी केरल के अलप्पुझा की कार्तियानी अम्मा की भी है.कार्तियानी अम्मा का गरीबी की वजह से बचपन में स्कूल छूट गया,लेकिन उन्होंने भी अपने जीवन की कठिनाइयों के सामने हार नहीं मानी. 96 साल की उम्र में उन्होंने केरल स्टेट लिटरेसी मिशन के ‘अक्षरलक्षम’प्रोग्राम के तहत चौथी की परीक्षा दी और 98% मार्क्स लाकर स्टार बन गईं. 2020 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया.
80 की उम्र में MA की डिग्री
बरेली के राज कुमार वैश्य ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की. 1980 में झारखंड की एक प्राइवेट कंपनी से रिटायर होने के बाद उन्होंने नई शुरुआत की. 2016 में उन्होंने MA फर्स्ट ईयर और 2017 में सेकेंड ईयर की परीक्षा पास की. उनकी उम्रदराज स्टूडेंट बनने की कहानी लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गई.
73 साल में स्कूल की बेंच पर वापसी
मिजोरम के लालरिंगथारा की जिंदगी में पढ़ाई का मौका कम मिला. पिता के निधन के बाद वो सिर्फ दूसरी क्लास तक पढ़ पाए, लेकिन सपना जिंदा रहा. 73 साल की उम्र में उन्होंने न्यू ह्रूयाईकॉन अपर मिडिल स्कूल में दाखिला लिया और 5वीं तक की पढ़ाई पूरी की.उनकी कहानी हौसला बढ़ाने वाली है.
71 साल में CA बनने का कमाल
जयपुर के ताराचंद अग्रवाल ने हाल ही में ICAI के CA रिजल्ट में अपनी अलग पहचान बनाई.वह स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर से रिटायर हो चुके हैं.अपनी पोती को CA की तैयारी कराते वक्त उनके मन में भी ये ख्वाहिश जागी और 71 साल की उम्र में उन्होंने ये मुश्किल परीक्षा पास कर ली. उनकी मेहनत ने साबित कर दिया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती.
Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटर
न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य...और पढ़ें
न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य...
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