Last Updated:July 12, 2025, 18:22 IST
बांग्लादेश की एक महिला ने अपने प्यार को हासिल करने के लिए अवैध तौर पर सीमा पार की. मगर उनको पकड़कर जेल भेज दिया गया. महिला 8 महीने पहले इंस्टाग्राम पर कर्नाटक के शख्स से मिली थी.

बांग्लादेशी महिला अपने प्रेमी से मिलने अवैध रूप से त्रिपुरा आई और सीधे जेल पहुंची.(Image:AI)
अगरतला. अनगिनत बांग्लादेशी अवैध तौर पर इंटरनेशनल बॉर्डर को पार करके भारत में घुसपैठ करते हैं. उनमें से ज्यादातर पकड़े जाते हैं और कुछ सीमा पार करके भारत में घुसपैठ करने में कामयाब भी हो जाते हैं. अब एक ऐसा मामला सामना आया है कि एक महिला इंस्टाग्राम पर हुई मुलाकात के बाद कर्नाटक के एक शख्स के प्यार में पड़ गई. वो बांग्लादेशी महिला अपने जीवन के उस प्यार से मिलने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर त्रिपुरा की जेल पहुंच गई है. महिला की मुलाकात इंस्टाग्राम पर अपने प्रेमी से लगभग आठ महीने पहले हुई थी. उसका प्रेमी, जो उससे मिलने कर्नाटक से आया था, वो भी न्यायिक हिरासत में है.
बांग्लादेश के बोगुरा जिले के पलसा गांव की रहने वाली गुलशाना अख्तर की मुलाकात कर्नाटक के दत्ता यादव से इंस्टाग्राम पर हुई. जैसे-जैसे महीने बीतते गए, अनगिनत संदेशों, साझा की गई तस्वीरों और वीडियो कॉल पर किए गए वादों ने उनके रिश्ते को और मजबूत किया. डिजिटल दुनिया अब उनके प्यार को समेटे रखने के लिए काफी नहीं थी. आमने-सामने मिलने की चाहत एक अदम्य इच्छा बन गई. इसी चाहत ने गुलशाना को एक साहसिक फैसला लेने के लिए प्रेरित किया, जिसने उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी.
बुधवार को दत्ता से मिलने की उम्मीद में गुलशाना अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गई. यह सफ़र जोखिम भरा था, लेकिन प्यार में कोई डर नहीं होता. पुलिस ने बताया कि इस बीच दत्ता बेंगलुरु से सिपाहीजाला जिले के सीमावर्ती गांव हरिहोर्दुला पहुंच गया. उनकी मुलाक़ात एक बेहद खुशी का पल थी, महीनों की चाहत और सपनों का फल. लेकिन यह खुशी पल भर की थी, क्योंकि उनके किए की कठोर सच्चाई जल्द ही उनके सामने आ गई. बीएसएफ ने उनकी मौजूदगी देखी और तुरंत हस्तक्षेप करते हुए, उस जोड़े को हिरासत में लेकर मधुपुर पुलिस थाने के हवाले कर दिया.
गुरुवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस ने पासपोर्ट अधिनियम, विदेशी अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 के तहत विशिष्ट मामले दर्ज किए हैं. त्रिपुरा की एक जेल की अनजानी चारदीवारी में बैठी गुलशाना का दिल अपनी मुश्किलों के बोझ से तड़प रहा था. अधिकारियों ने जांच शुरू की. उन्हें शक था कि मानव तस्करी के किसी नेटवर्क ने उसे अवैध रूप से सीमा पार करने में मदद की होगी. फिर भी अनिश्चितता और डर के बीच, वह प्यार जो उन्हें एक-दूसरे से जोड़े हुए था, अडिग रहा.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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Location :
Agartala,West Tripura,Tripura