कौन है ग्रेटा थनबर्ग? जानें किस काम की वजह से इजराइल ने फिर किया गिरफ्तार

7 hours ago

Who Is Greta Thunberg: इजराइली बलों ने गाजा के रास्ते में जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है. इजराइली विदेश मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें एक इजराइली सैनिक ग्रेटा थनबर्ग को हिरासत में लेने के बाद उनका सामान वापस कर रहा है. मंत्रालय ने कहा कि ग्रेटा और उनके दोस्त सुरक्षित और स्वस्थ हैं. अल जजीरा के अनुसार, 47 जहाजों में से इजरायली सैनिकों ने काफिले में केवल 6 जहाजों पर छापा मारा और 37 विभिन्न देशों के 150 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. वीडियो पोस्ट करते हुए इजराइल मंत्रालय ने लिखा कि हमास-सुमुद फ़्लोटिला के कई जहाजों को पहले ही सुरक्षित रूप से रोक दिया गया है और उनके यात्रियों को एक इजराइली बंदरगाह पर स्थानांतरित किया जा रहा है. ग्रेटा और उसके दोस्त सुरक्षित और स्वस्थ हैं.

Already several vessels of the Hamas-Sumud flotilla have been safely stopped and their passengers are being transferred to an Israeli port.
Greta and her friends are safe and healthy. pic.twitter.com/PA1ezier9s

— Israel Foreign Ministry (@IsraelMFA) October 1, 2025

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जानें कौन हैं ग्रेटा थनबर्ग

ग्रेटा थनबर्ग एक स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता हैं जिन्होंने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक स्तर पर कैंपेन चलाया है. 3 जनवरी 2003 को स्वीडन के स्टॉकहोम में जन्मीं ग्रेटा ने 15 साल की उम्र में 2018 में Fridays for Future आंदोलन शुरू किया था.

स्कूल स्ट्राइक फॉर क्लाइमेट

ग्रेटा की स्ट्राइक ने दुनिया भर में लाखों युवाओं को प्रेरित किया और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए. 2019 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में उनके How Dare You? भाषण ने वैश्विक ध्यान खींचा और विश्व नेताओं को जलवायु संकट के प्रति गंभीरता न दिखाने के लिए आलोचना की.

पुरस्कार और मान्यता

ग्रेटा को 2019 टाइम मैगजीन की पर्सन ऑफ द ईयर चुना गया और नोबेल शांति पुरस्कार के लिए कई बार नामांकित किया गया. उनकी गतिविधियों ने विश्वभर में जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाई है और युवाओं को अपने भविष्य के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया है. ग्रेटा थनबर्ग की गतिविधियों ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर वैश्विक स्तर पर चर्चा शुरू की है और विश्व नेताओं को इस मुद्दा पर कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया है. 

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