Last Updated:October 03, 2025, 17:14 IST
Karur Stampede News: मद्रास हाईकोर्ट ने करूर भगदड़ मामले में सीबीआई जांच से इनकार किया मगर एसआईटी गठित कर दी है. कोर्ट ने राजनीतिक रैलियों के लिए सख्त एसओपी बनाने का सुझाव दिया.

चेन्नई: मद्रास हाईकोर्ट ने करूर भगदड़ मामले में सीबीआई जांच से इनकार करते हुए तमिलनाडु सरकार और राजनीतिक दलों को सख्त एसओपी बनाने का सुझाव दिया है. अदालत ने साफ किया कि राजनीतिक रैलियों और बैठकों के आयोजन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. घटना की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक (उत्तर) असरा गर्ग के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. 27 सितंबर को करूर में अभिनेता-राजनेता विजय की पार्टी टीवीके की रैली के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें 41 लोगों की मौत हो गई थी. इस त्रासदी ने राज्यभर में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया. भाजपा नेता उमा आनंदन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि सरकारी उदासीनता के कारण इतने बड़े पैमाने पर मौतें हुईं. लेकिन हाईकोर्ट की पीठ – जिसमें जस्टिस एम. धंदापानी और एम. जोतिरमन शामिल थे – ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि अभी जांच प्रारंभिक चरण में है, इसलिए सीबीआई जांच का कोई औचित्य नहीं है. हालांकि कोर्ट ने यह छूट दी कि अगर जांच में कोई गड़बड़ी दिखती है तो याचिकाकर्ता दोबारा अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं.
अदालत ने भाजपा नेता के ‘लोकस स्टैंडी’ यानी अधिकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि अदालत को राजनीतिक अखाड़ा समझने की गलती न करें. कोर्ट ने कहा कि अगर पीड़ित लोग या उनके परिवार सामने आते हैं तो उन्हें पूरा न्याय दिया जाएगा.
राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए बने SOP : मद्रास HC
मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने राजनीतिक रैलियों और सार्वजनिक आयोजनों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाने की जरूरत पर जोर दिया. तमिलनाडु सरकार ने भी सुझाव दिया कि भविष्य में हाईवे या राष्ट्रीय राजमार्गों के पास इस तरह के आयोजन की अनुमति न दी जाए. हाईकोर्ट ने कहा कि आयोजनों में पेयजल, स्वच्छता, निकास मार्ग और पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि भगदड़ जैसी घटनाओं को टाला जा सके.
इस बीच, पुलिस ने टीवीके पार्टी के राज्य महासचिव बूसी आनंद पर मामला दर्ज किया है. वहीं विजय ने इस घटना के पीछे साजिश का आरोप लगाया है, जबकि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे त्रासदी को चुनावी लाभ के लिए भुना रहे हैं.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
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Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
October 03, 2025, 17:11 IST