एक्‍सीडेंट को लेकर रेल मंत्री ने संसद में पेश किए आंकड़े, आप भी करेंगे तारीफ

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Last Updated:December 12, 2025, 20:55 IST

रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है. यही वजह है कि ट्रेन हादसों पर लगातार कमी आयी है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज राज्यसभा में जो आंकड़े पेश किए, वो वाकई भारतीय रेलवे के लिए सराहनीय हैं.

एक्‍सीडेंट को लेकर रेल मंत्री ने संसद में पेश किए आंकड़े, आप भी करेंगे तारीफराज्‍यसभा में आंकड़ा पेश करते रेलमंत्री अश्विनी वैष्‍णव.

नई दिल्ली. रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है. यही वजह है कि ट्रेन हादसों पर लगातार कमी आयी है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज राज्यसभा में जो आंकड़े पेश किए, वो वाकई भारतीय रेलवे के लिए सराहनीय हैं. आंकड़ों के अनुसार 2004-14 के दशक में हर साल औसतन 171 बड़े हादसे होते थे. वहीं 2025-26 में अब तक (नवंबर तक) सिर्फ 11 हादसे हुए हैं. यानी 15-16 गुना से ज्यादा कमी आयी है.

रेल मंत्री ने बताया कि 2014-15 में ट्रेन हादसे 135 थे, जो 2024-25 में घटकर सिर्फ 31 रह गए. और अच्‍छी बात यह है कि चालू वित्त वर्ष में तो 11 हुए हैं. आंकड़ों में यह गिरावट सुरक्षा पर तीन गुना खर्च और तकनीकी बदलाव का नतीजा है. 2013-14 में सुरक्षा बजट सिर्फ 39,463 करोड़ था, जो अब 2025-26 में बढ़कर 1,16,470 करोड़ रुपये हो गया है.

रेलमंत्री ने बताया कि कोहरे में ट्रेन चलाने वाले उपकरण (फॉग सेफ्टी डिवाइस) 2014 में सिर्फ 90 थे, जो 2025 में बढ़कर 25,939 हो गए. पिछले चार महीनों में ही 21-21 स्टेशनों पर केंद्रीकृत इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और ऑटोमैटिक ट्रैक सर्किट का काम पूरा हुआ है. कवच जैसी स्वदेशी एंटी-कोलिजन सिस्टम भी तेज़ी से लगाई जा रही है.

लगातार हो रहा है एक्‍शन

पटरियों से छेड़छाड़ की हर घटना में राज्य पुलिस और जीआरपी केस दर्ज करती है, अपराधी पकड़े जाते हैं और मुकदमा चलता है. संवेदनशील इलाकों में आरपीएफ, जीआरपी और सिविल पुलिस मिलकर लगातार गश्त कर रही हैं. ट्रैक के पास पड़ी सामग्री हटाने के अभियान चल रहे हैं. लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि कोई शरारती तत्व पत्थर या सामान न रखे. हर राज्य में राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठकें होती हैं, जहां खुफिया जानकारी साझा की जाती है. रेल मंत्री का साफ संदेश है ‘यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है’.

मानव विफलता के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने के लिए 31अक्‍तूबर 2025 तक 6,656 स्टेशनों पर बिंदुओं और संकेतों के केंद्रीकृत ऑपरेशन के साथ विद्युत/इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम लगाए गए हैं. लेवल क्रॉसिंग (एलसी) गेटों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए 31 अक्‍तूबर 2025 तक 10,098 लेवल क्रॉसिंग गेटों पर इंटरलॉकिंग की व्यवस्था की गई है.

Location :

New Delhi,New Delhi,Delhi

First Published :

December 12, 2025, 20:55 IST

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