Last Updated:May 01, 2025, 14:38 IST
Pahalgam Attack, Kashmir News: पाकिस्तान की पाठ्यपुस्तकों में कक्षा 6 से ही जिहाद और भारत के प्रति नफरत सिखाई जाती है. इन किताबों में भारत को दुश्मन और हिंदुओं को धोखेबाज बताया गया है.

Pahalgam Attack, Pakistan news: पाकिस्तान के किताबों में क्या पढ़ाया जाता है?
हाइलाइट्स
पाकिस्तानी पाठ्यपुस्तकों में कक्षा 6 से जिहाद सिखाया जाता है.किताबों में भारत को दुश्मन और हिंदुओं को धोखेबाज बताया जाता है.पाकिस्तानी किताबों में 1965 के युद्ध में भारत को शत्रु बताया गया.Pahalgam Attack, Kashmir News: कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमले की जिम्मेदारी लेने से पाकिस्तान भले ही अपना पल्ला झाड़ रहा हो, लेकिन यहां के स्कूलों में क्लास 6 से ही जिहाद की घुट्टी पिलाई जाती है और भारत के प्रति नफरत का पाठ पढ़ाया जाता है. इन किताबों में भारत को दुश्मन देश बताया गया है.आइए आपको बताते हैं कि पाकिस्तान की किताबों में जिहाद और भारत को लेकर क्या क्या पढ़ाया जाता है?
पाकिस्तानी पाठ्यपुस्तकों में जिहाद को अक्सर एक धार्मिक और राष्ट्रीय कर्तव्य के रूप में प्रस्तुत किया जाता है. इसे इस्लाम के मूल सिद्धांतों के साथ जोड़ा जाता है.विभिन्न वेबसाइटस पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में क्लास 6 के इस्लामिक स्टडीज की किताब में कहा गया है कि आप एक छात्र के रूप में आप व्यावहारिक रूप से जिहाद में भाग नहीं ले सकते, लेकिन आप जिहाद के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर सकते हैं.क्लास 8 की इस्लामिक स्टडीज के खैबर पख्तूनख्वा पाठ्यक्रम में कहा गया है कि जिहाद दुनिया के अलग अलग अलग हिस्सों में चल रहा है.कई मुजाहिदीन इस्लाम के लिए, अपनी धर्म की रक्षा के लिए, अपने उत्पीड़ित भाइयों की मदद के लिए, और अत्याचार से मुक्ति के लिए जिहाद में भाग ले रहे हैं.क्लास 10वीं के पाकिस्तान स्टडीज में कहा गया है कि जिहाद बहुत महत्वपूर्ण है जो व्यक्ति अपनी जान देता है वह कभी मरता नहीं.
भारत के प्रति नफरती बातें
पाकिस्तान की एक पाठ्यपुस्तक में 1965 के युद्ध का वर्णन करते हुए कहा गया कि जिहाद की भावना से भरे हुए पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने एक बड़े दुश्मन को अपमानजनक हार का सामना करने के लिए मजबूर किया. पाकिस्तानी पाठ्यपुस्तकों में भारत को शत्रु बताया जाता है, और हिंदुओं को धोखेबाज, कपटी, या मुसलमानों के उत्पीड़क के रूप में दर्शाया जाता है.
हिन्दुओं के प्रति नफरत की भावना
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान की क्लास 5 की सोशल स्टडीज की किताब में कहा गया है कि हिंदू ठग थे, जिन्होंने मुसलमानों का नरसंहार किया, उनकी संपत्ति जब्त की, और उन्हें भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया. जो कि सरासर गलत तथ्य है. क्लास तीन की सोशल स्टडीज के सिलेबस में पाकिस्तानी बच्चों को पढाया जाता है कि मुहम्मद अली जिन्ना ने महसूस किया कि हिन्दू मुसलमानों को गुलाम बनाना चाहते थे और चूंकि वे गुलामी से नफरत करते थे, इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी.
Pahalgam Attack: केके अजीज की किताब मर्डर ऑफ हिस्ट्री ए क्रिटिक ऑफ द हिस्ट्री टेक्स्टबुक के अंश.
पाकिस्तानी लेखक केके अजीज की किताब मर्डर ऑफ हिस्ट्री ए क्रिटिक ऑफ द हिस्ट्री टेक्स्टबुक (Murder of History A Critique of The History Text Books Used in Pakistan)के पेज नंबर 88-99 पर कहा गया है कि जब मुसलमानों ने देखा कि अंग्रेजों ने उन्हें धोखा दिया है और हिंदू अंग्रेजों के साथ मिल गए, तो मुसलमानों ने फैसला किया कि भारत को छोड़ना चाहिए.इसी तरह इसके पेज नंबर 11 पर लिखा है कि 1971 में भारत ने चारों ओर से हमला किया और दूसरे युद्ध के लिए मजबूर किया, जिससे East Pakistan टूट गया और बांग्लादेश बना.