Last Updated:May 01, 2025, 18:11 IST
India Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव इस वक्त अपने चरम पर है. पीएम नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने की कसम खाई बैठे है. भारत ने पाक एयरस्पेस बंद कर PIA की हालत नाजुक क...और पढ़ें

पाकिस्तान का एविएशन सेक्टर पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है. (File Photo)
हाइलाइट्स
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है.भारत ने पाक एयरस्पेस बंद कर PIA की हालत नाजुक कर दी.भारत का एयरस्पेस ग्लोबल एविएशन में अहम भूमिका निभाता है.India Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच इस वक्त जंग जैसे हालात नजर आ रहे हैं. पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने ‘कसम खाई’ है कि वो पड़ोसी देश को सबक सिखाए बिना चुप नहीं बैठैंगे. पहले भारत ने पाकिस्तान से सिंधु जल समझौते को सस्पेंड किया तो जवाब में पाकिस्तान ने भी भारत के कड़े रुख के बाद भारत के लिए अपने एयर स्पेस को बंद कर दिया. शहबाज शरीफ को लगा होगा कि उनके इस कदम से भारत को आर्थिक रूप से बड़ा नुकसान होगा. पाकिस्तान को शायद यह नहीं पता कि ग्लोबल एविएशन इंडस्ट्री का भारत रॉबिन हुड है. भारत के एयर स्पेस का इस्तेमाल किए बिना बड़े-बड़े देशों की दाल नहीं गलने वाली.
भारत ने जैसे ही पाकिस्तान के लिए अपने एयर-स्पेस को बंद किया तो पहले से आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान एयरलाइंस की हालत नाजुक हो गई. एयरस्पेस के मामले में भारत के पास पाकिस्तान के मुकाबले बड़ा एज है. भारत की भौगोलिक स्थित इस क्षेत्र में एयरस्पेस के मामले में अहम बनाती है. यूरोप, दक्षिण एशिया और ऑस्ट्रेलिया को जोड़ने वाले ऐतिहासिक कंगारू रूट सहित अहम अंतरराष्ट्रीय हवाई रूट के चौराहे पर भारत है. यह रूट ब्रिटिश काल के दौरान ही पनपा था. भारतीय हवाई क्षेत्र चार उड़ान सूचना क्षेत्रों (FIR) तक फैला है और अहम अंतरराष्ट्रीय गलियारों को कवर करता है.
भारत को नजरअंदाज करना मुश्किल
चीन, ईरान और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के ऊपर प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र को देखते हुए भारत ग्लोबल एविएशन सेक्टर के लिए अहम है. हमें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. पाकिस्तानी विमानों को एक्ससे देने से मना करके भारत ने उन्हें चीन या श्रीलंका के लंबे रूट से जाने को मजबूर कर दिया है. साथ ही ईंधन की खपत, लंबी उड़ान की अवधि ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस यानी PIA की कमर तोड़ दी है. भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान के पहले से ही कमजोर एविएशन क्षेत्र पर आर्थिक दबाव और बढ़ गया है.
एविएशन में भारत सॉफ्ट पावर
भारत ने कुल छह एयर डिफेंस पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) स्थापित किए हैं, जो इसे क्षेत्रीय सुरक्षा और हवाई खतरों का जल्दी पता लगाने में सक्षम बनाते हैं. भारत का फ्लेक्सिबल एयर स्पेस मैनेजमेंट और वैश्विक एविएशन रूट में अहम भूमिका भारत को सॉफ्ट पावर और रीजनल कंट्रोल देती है. पहलगाम हमले के बाद हवाई क्षेत्र का उपयोग भारत की जियो-पॉलिटिकल रणनीति को दर्शाता है, जो पाकिस्तान पर दबाव बनाते हुए क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को मजबूत करती है.