Last Updated:May 01, 2025, 16:12 IST
Election News in Hindi: चुनाव आयोग ने रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया से डेथ सर्टिफिकेट लेकर मर चुके वोटर नाम हटाने की नई प्रक्रिया शुरू की है. साथ ही ECI ने वोटर स्लिप को फ्रेंडली बनाने का निर्णय लिया भी लिया है. अब...और पढ़ें

चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला किया है. (News18 India)
नई दिल्ली. आप भी अक्सर वोटिंग के दिन अपने घर के पास बूथ की जानकारी प्राप्त करने में कंफ्यूज हो जाते हैं या फिर बूथ के अंदर वोटिंग वाले कमरे के नंबर की जानकारी आपको नहीं मिल पाती. अब जब चुनाव से पहले आपके घर पर वोटर स्लिप आएगी तो वो पहले के मुकाबले कुछ अलग होगी. कोने में बड़े अक्षरों में सीरियल नंबर और पार्ट नंबर उपलब्ध होगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लोगों को किसी प्रकार की कंफ्यूजन ना हो सके. चुनाव आयोग की तरफ से यह निर्णय लिया गया है.
अब डेथ के बाद आसानी से हटेगा वोटर का नाम
इसके अलावा अब सीधे रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया से डेथ सर्टिफिकेट यानी मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर मर चुके मतदाता के नाम को हटाने की ECI प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है. इसके अलावा वोटर इन्फॉर्मेशन स्लिप को वोटर्स फ्रेंडली बनाने और BLOs को पहली बार फोटो आइडेंटिटी कार्ड देने का चुनाव आयोग ने निर्णय लिया है. चुनाव आयोग ने ये फैसला किया है कि सीधे इलेक्ट्रॉनिक तौर पर डेथ सर्टिफिकेट डेटा लिया जाएगा ताकि किसी मतदाता की मौत से जुड़ी जानकारी जल्दी चुनाव आयोग को मिले. मृत्यु प्रमाणपत्र के आधार पर मतदाता की मृत्यु को फील्ड विजिट कर BLOs की तरफ से वैरिफाई किया जाएगा और इसके बाद मतदाता सूची को अपडेट किया जाएगा.
BLO करेगा वैरिफाई
गौर करनेवाली बात है कि अब तक मृत्यु की स्थिति में फॉर्म 7 भरने के बाद BLO मतदाता की मौत हो वैरिफाई करता था और इसमें काफी देरी होती थी. लेकिन अब सीधे रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया से जानकारी मिलने से चुनाव चुनाव आयोग मृतक वोटर के नाम को मतदाता सूची से डिलीट करने की प्रकिया फॉर्म 7 मिलने से पहले शुरू कर सकता है. इसके अलावा चुनाव आयोग ने मतदाता सूचना स्लिप को ज्यादा वोटर फ्रेंडली बनाने का फैसला किया है. मतदाताओं को वोटिंग के दिन दिए जाने वाली स्लिप में सीरियल नंबर और पार्ट नंबर को प्रमुखता से और बड़े फोंट साइज में दिखाया जाएगा ताकि वोटर्स को अपना पोलिंग स्टेशन की पहचान करने में सुविधा हो. चुनाव आयोग ने ब्लॉक लेवल ऑफिसर्स को पहली बार फोटो आइडेंटिटी कार्ड देने का फैसला किया है ताकि मतदाता BLOs की पहचान कर सकें और ज्यादा संपर्क कर सकें.