Nepal PM KP Sharma Oli Resigns: नेपाल में पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर लगी बैन के बाद Gen-z-Protest ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया. अब इस विद्रोह के आगे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. विद्रोहियों ने इसके पहले नेपाल के वित्तमंत्री को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था. इसके पहले केपी शर्मा ओली के कैबिनेट के कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. नेपाल में मचे बवाल के बीच इस बात के पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि नेपाल में तख्ता पलट हो सकता है और ऐसा भी हो सकता है कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली देश छोड़कर भाग जाए लेकिन उसके पहले उन्हें युवाओं के आंदोलन के खिलाफ झुकना पड़ा और अपना इस्तीफा देना पड़ा.
राजधानी और देश के कई हिस्सों में हुए प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया देते हुए ओली ने गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं ने उन्हें व्यथित किया है, लेकिन राष्ट्रहित में हिंसा किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं हो सकती. ओली ने स्पष्ट किया कि सरकार संवाद आधारित समाधान की नीति पर कायम है. उन्होंने बताया कि वह स्थिति का गहराई से आकलन कर रहे हैं और सभी संबंधित पक्षों से बातचीत कर रहे हैं ताकि एक सार्थक समाधान निकाला जा सके. इसी सिलसिले में उन्होंने आज शाम छह बजे सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा की है.
ओली का राष्ट्र के नाम संदेश
देश में युवाओं के विद्रोह को काबू करने में नाकाम रहे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा देने के बाद देश के नागरिकों के लिए संदेश देते हुए अपील की है. उन्होंने अपने देश के नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, 'मैं अपने सभी भाइयों और बहनों से विनम्र निवेदन करता हूं कि इस कठिन समय में शांत रहें.'
ओली के इस्तीफे के बाद अब कौन संभालेगा नेपाल की कमान?
नेपाल की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और अब उन्होंने देश की कमान उप प्रधानमंत्री को सौंप दी है. हालांकि, सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांगें इससे आगे की हैं. उनका कहना है कि केवल नेतृत्व बदलने से हालात नहीं सुधरेंगे. जनता अंतरिम सरकार के गठन की मांग कर रही है. साथ ही, संसद को भंग कर नए सिरे से चुनाव कराने की आवाज़ भी तेज हो गई है.राजनीतिक उथल-पुथल के बीच नेपाल का अगला कदम क्या होगा, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं.