यहां 13000 से अधिक ट्रेनें, पर पड़ोसी देश में एक भी नहीं, भारत ने की तैयारी

7 hours ago

Last Updated:November 03, 2025, 10:36 IST

Indian Railways- भारत देश में रेल नेटवर्क को मजबूत कर रहा है, साथ अपने अपने पड़ोसी मित्र देशों में ट्रेन चलने की तैयारी कर रहा है, जहां पर अभी एक भी ट्रेन नहीं है.

यहां 13000 से अधिक ट्रेनें, पर पड़ोसी देश में एक भी नहीं, भारत ने की तैयारीदो नई रेल लाइन भारत बनाएगा.

नई दिल्‍ली. देश में 13000 से अधिक ट्रेनें दिन रात दौड़ रही हैं. इतना ही नहीं 70000 से अधिक लंबे नेटवर्क 7000 से अधिक रेलवे स्‍टेशन हैं. लेकिन आपको यह सुनकर आश्‍चर्य होगा कि अपने पड़ोसी मित्र देश भूटान में एक भी ट्रेन नहीं है. यह दक्षिण एशिया का एकमात्र ऐसा देश है जिसके पास अपना रेल नेटवर्क नहीं है. अभी तक भूटान में ना कोई रेललाइन बिछी है, ना ही वहां कोई पैसेंजर या मालगाड़ी चलती है. यही वजह है क‍ि वहां के ज्‍यादातर लोगों ने आज तक ट्रेन न देखी है और न ही सफर का अनुभव किया है.

भूटान का क्षेत्रफल लगभग 38,394 वर्ग किलोमीटर है. और यहां की आबादी अनुमानित करीब 7,27,000 के आसपास है. क्षेत्रफल के हिसाब से भूटान दुनिया के छोटे देशों में गिना जाता है. भूटान के लोग सड़क मार्ग का इस्‍तेमाल करते हैं. वहां पर ट्रेन यात्रा का कोई विकल्‍प आज तक तैयार नहीं किया गया है. व्यापार, टूरिज्म और सामान की आवाजाही सड़क से या भारत के बॉर्डर स्टेशन से होती रही है.

भारत बनाएगा रेल नेटवर्क

भारत और भूटान ने सितंबर 2025 में पहली बार सीमा पार रेल संपर्क की घोषणा की है. 4033 करोड़ की लागत से पूरा प्रोजेक्‍ट भूटान को जोड़ेगा. जल्‍द ही इस दिशा में काम शुरू हो रहा है. प्रोजेक्‍ट के पूरा होने के बाद भूटान भारतीय रेल से सीधे जुड़ जाएगा, जिससे आने वाले समय में यहां ट्रेन चलना संभव हो सकेगा.

दो नई रेल लाइन

भारत और भूटान को जोड़ने के लिए असम के कोकराझार से भूटान के गालेफू तक 69 किलोमीटर लंबी और बानरहाट-समत्से (20 किमी) तक दो नई रेल लाइन का निर्माण शुरू हो रहा है. इसे पूरा करने में चार साल का समय लगेगा. संभावना है कि 2029 तक रेल लाइन तैयार हो जाएगी. उन्‍होंने बताया कि इस रेल लाइन को मार्डर्न सिग्‍नलिंग तकनीक से लैस किया जाएगा, जिससे वंदेभारत जैसी आधुनिक ट्रेनें भी चल सकेंगी. यानी अगर यहां पर भविष्‍य में जरूरत पड़ी तो वंदेभारत ट्रेन चलाई जा सकती है.

अर्थव्‍यवस्‍था और रिश्‍ते होंगे मजबूत

यह रेल लाइन बॉर्डर में रहने वाले लोगों के लिए भी वरदान साबित होगी, क्योंकि इससे आवागमन आसान होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. कोकराझार-गालेफू रेल लाइन भारत-भूटान के रिश्तों को और मजबूत करेगी.

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Location :

New Delhi,New Delhi,Delhi

First Published :

November 03, 2025, 10:26 IST

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