Motivational Story: रेत से सोना गढ़ने वाला वो 'अफ्रीकी शेर', जिसने बेबसी पीछे छोड़ खड़ा कर दिया 30 अरब डॉलर का साम्राज्य

5 hours ago

Aliko Dangote Motivational Story News: कभी अफ्रीका को दुनिया 'गरीबी और संघर्षों का महाद्वीप' कहती थी. लेकिन अब कहानी बदल रही है. इस बदलाव का सबसे चमकता नाम है अलिको डैंगोटे (Aliko Dangote). यह वो शख्स है, जिसने सपनों को सीमेंट में ढाला, तेल में तराशा और अफ्रीका को नई पहचान दी. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, 23 अक्टूबर 2025 को डैंगोटे ने इतिहास रच दिया. वे पहले अफ्रीकी हैं जिनकी संपत्ति 30 अरब डॉलर के पार पहुंची. यह सिर्फ एक आर्थिक उपलब्धि नहीं, बल्कि यह साबित करता है कि अफ्रीका अब सपनों का बाजार नहीं, बल्कि सफलता की फैक्ट्री बन चुका है.

सीमेंट से शुरू हुई कहानी, जिसने साम्राज्य गढ़ा

डैंगोटे की सफलता की नींव सीमेंट की एक बोरियों से रखी गई थी. आज वही नींव पूरे अफ्रीका की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है. उनकी कंपनी Dangote Cement अफ्रीका की सबसे बड़ी औद्योगिक कंपनियों में गिनी जाती है. हाल ही में कोट डी'आइवोर में उन्होंने 160 मिलियन डॉलर का सीमेंट प्लांट शुरू किया, जो हर साल 3 मिलियन मीट्रिक टन सीमेंट बनाएगा. अब डैंगोटे सीमेंट की कुल उत्पादन क्षमता 11 देशों में 55 मिलियन टन प्रति वर्ष से अधिक हो चुकी है. डैंगोटे का सीमेंट सिर्फ इमारतें नहीं, बल्कि अफ्रीका की आर्थिक आत्मनिर्भरता की नींव तैयार कर रहा है.

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तेल का खेल जिसने डैंगोटे को बनाया अरबों का बादशाह

कहते हैं, 'जो मौके बनाता है, वही इतिहास लिखता है.' डैंगोटे ने भी अपनी कंपनी Dangote Oil Refinery के जरिए मौका बनाया और दुनिया की सबसे बड़ी निजी तेल रिफाइनरियों में से एक खड़ी कर दी. लागोस के लेक्की फ्री ज़ोन में फैली यह विशाल रिफाइनरी मई 2023 में शुरू हुई थी. शुरुआत में यह रोजाना 3.7 लाख बैरल डीज़ल और जेट ईंधन बना रही थी, लेकिन जैसे-जैसे ऑपरेशंस बढ़े, रिफाइनरी की कीमत आसमान छू गई. अब वे इसकी क्षमता को 1.4 मिलियन बैरल प्रतिदिन तक बढ़ाने जा रहे हैं. यानी भारत की मशहूर जामनगर रिफाइनरी को भी पीछे छोड़ने की तैयारी है!

डैंगोटे जल्द ही इस रिफाइनरी के 5-10% शेयर को नाइजीरियन एक्सचेंज (NGX) में लिस्ट करेंगे, ताकि आम लोग भी इस 'अफ्रीकी सपने' का हिस्सा बन सकें. यह कदम नाइजीरिया को तेल आयात पर निर्भरता से मुक्त कर देगा. इससे विदेशी मुद्रा की बचत होगी, साथ ही हजारों नई नौकरियां भी पैदा होंगी.

उतार-चढ़ाव के बीच मजबूत इरादे

डैंगोटे का सफर सीधा नहीं था. कभी उनकी संपत्ति 9.5 अरब डॉलर तक गिर गई थी और दक्षिण अफ्रीका के अरबपति जोहान रुपर्ट ने उन्हें पीछे छोड़ दिया था. लेकिन डैंगोटे ने हार नहीं मानी. जनवरी 2024 में उनकी संपत्ति में 6.91 अरब डॉलर की छलांग लगी. जुलाई तक यह 13.8 अरब डॉलर, फिर अक्टूबर में 27.8 अरब डॉलर तक पहुंची. 2025 की शुरुआत में वे 28.1 अरब डॉलर पर थे और अक्टूबर आते-आते उन्होंने इतिहास रचते हुए 30 अरब डॉलर की सीमा तोड़ दी.

ये आंकड़े सिर्फ पैसे नहीं, बल्कि उस दृढ़ता और रणनीति का प्रतीक हैं, जिसने एक अफ्रीकी उद्यमी को दुनिया के टॉप अरबपतियों की कतार में ला खड़ा किया.

अफ्रीका के लिए उम्मीद की नई सुबह

डैंगोटे की सफलता अफ्रीका की पूरी पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है. उन्होंने दिखाया कि अगर सोच ऊंची हो, तो महाद्वीप की सीमाएं भी छोटी लगने लगती हैं. उनका औद्योगिक साम्राज्य अब सिर्फ व्यवसाय नहीं, बल्कि एक रोज़गार क्रांति है, जो अफ्रीका के युवाओं को सपनों से जोड़ रही है. सीमेंट के हर प्लांट में, रिफाइनरी की हर मशीन में और हर नई फैक्ट्री की दीवारों में एक ही संदेश लिखा है — 'अफ्रीका अब उठ खड़ा हुआ है और अब इसे कोई रोक नहीं सकता.'

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