Last Updated:September 09, 2025, 09:21 IST
PM Modi Himachal Visit: मंडी, कुल्लू और चंबा जिला का सर्वेक्षण करेंग पीएम, सीएम बोले- पीएम के दौरे से आशाएं, घर बनाने के लिए वन भूमि संबंधी नियमों में बदलाव करने की मांग की जाएगी

शिमला. आपदा से हिमाचल प्रदेश कराह रहा है. पहाड़ों को मॉनसून ने वो जख्म दिए हैं, जो कभी भर नहीं पाएंगे. लेकिन मोदी सरकार इन जख्मों पर मरहम लगा सकती है. ऐसे में प्रदेश के लोगों को पीएम से बड़ी उम्मीदें हैं. पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को आपदा से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश का दौरा करने आ रहे हैं. वह प्रदेश के आपदा प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे करेंगे. इस दौरान पीएम पंजाब में बाढ़ का भी हवाई सर्वे करेंगे. पीएम दोपहर करीब डेढ़ बजे कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे.
जानकारी के अनुसार पीएम मंडी, कुल्लू और चंबा जिला में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेंगे और फिर मंगलवार दोपहर को धर्मशाला में पीएम मोदी सीएम के साथ बैठक करेंगे. सोमवार को शिमला में सीएम सुक्खू ने बताया कि पीएम के दौरे से आशाएं हैं और धर्मशाला में पीएम मोदी को आपदा से हुए नुकसान पर प्रेजेंटेशन दी जाएगी. उन्होंने कहा कि आपदा के लिए केंद्र से विशेष पैकेज की मांग की जाएगी.
इसके अलावा, आपदा में जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें घर बनाने के लिए वन भूमि दिए जाने संबंधी नियमों में बदलाव करने की मांग की जाएगी. सीएम ने कहा कि हिमाचल को अब तक 5 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. साथ ही कहा कि 11 सितंबर को दिल्ली में वित्त आयोग के साथ बैठक है. हिमाचल की वित्तीय स्थिति को आयोग के समक्ष रखा जाएगा.
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री जी से हमारी यही अपेक्षा है कि वे राजनीति से परे होकर हिमाचल के पुनर्निर्माण और राहत कार्यों के लिए पर्याप्त सहायता प्रदान करेंगे.
राहत पैकेज की उम्मीद
हिमाचल प्रदेश में बीते तीन साल में मॉनसून सीजन में करीब 17 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. बीते तीन साल में हिमाचल प्रदेश को केंद्र से 3600 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद मिली है. सुक्खू सरकार का कहना है कि यह नाकाफी है.
इस बार कितना नुकसान हुआ
हिमाचल प्रदेश में 20 जून से मॉनसून सीजन का आगाज हुआ था. इस दौरान भारी बारिश और लैंडस्लाइड, रोड एक्सीडेंट में कुल 366 लोगों की मौत हो चुकी है, 41 लोग लापता हैं और 426 लोग घायल हैं. आपदा के चलते 6,301 मकान क्षतिग्रस्त हुए है और 1,991 मवेशियों और 26,955 पोल्ट्री बर्ड्स की जान चली गई है. अब तक 4,080 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान आंकलन किया जा चुका है.
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...
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Location :
Shimla,Himachal Pradesh
First Published :
September 09, 2025, 09:04 IST