Last Updated:November 21, 2025, 12:14 IST
JNU Admission Guidelines: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी देश के टॉप शिक्षण संस्थानों में से एक है. जेएनयू में एडमिशन मिलना आसान नहीं है. लेकिन एडमिशन के सभी नियम समझकर आप यहां आवेदन कर सकते हैं.
JNU Admission: जेएनयू में एडमिशन के नियम काफी सख्त हैंनई दिल्ली (JNU Admission Guidelines). नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक है. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे शानदार एकेडमिक क्वॉलिटी के साथ ही सामाजिक विज्ञान, भाषा और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन जैसे क्षेत्रों में शोध के लिए जाना जाता है. हर साल हजारों छात्र ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और डॉक्टरेट प्रोग्राम में एडमिशन के लिए जेएनयू में आवेदन करते हैं. यहां की प्रवेश प्रक्रिया काफी प्रतिस्पर्धी है. ज्यादातर कोर्सेस के लिए अब CUET स्कोर को आधार बनाया जाता है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय केंद्र सरकार के नियमों का सख्ती से पालन करता है, जिसके तहत अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC-NCL), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और विकलांग व्यक्ति (PwD) श्रेणियों के छात्रों के लिए सीटें आरक्षित की जाती हैं. यह आरक्षण व्यवस्था मेरिट और आवश्यकता के बीच बैलेंस बनाती है. इससे पिछड़े और वंचित समूहों को भी देश की टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने का शानदार अवसर मिलता है.
JNU Reservation Policy: जेएनयू में दाखिले के नियम
जेएनयू में विभिन्न श्रेणियों के छात्रों को केंद्र सरकार की नीतियों के अनुसार आरक्षण प्रदान किया जाता है. इन आरक्षित सीटों का लाभ उठाने के लिए वैध प्रमाण-पत्र जमा करना अनिवार्य है.
1. अनिवार्य आरक्षित श्रेणियां और कोटा
| श्रेणी | आरक्षण प्रतिशत | जरूरी डॉक्यूमेंट्स |
| अनुसूचित जाति | 15% | केंद्र सरकार की सूची में लिस्टेड जाति प्रमाण पत्र. |
| अनुसूचित जनजाति | 7.5% | केंद्र सरकार की सूची में लिस्टेड जनजाति प्रमाण पत्र. |
| ओबीसी एनसीएल | 27% | केंद्र सरकार के Proforma के हिसाब से वैध नॉन-क्रीमी लेयर प्रमाण पत्र. |
| आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग | 10% | अधिकृत अधिकारी द्वारा जारी, 8 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाला EWS प्रमाण पत्र. |
2. विकलांग छात्रों के लिए विशेष प्रावधान (PWD)
विकलांग व्यक्ति (Persons with Disabilities – PwD) श्रेणी के छात्रों के लिए जेएनयू में 5% क्षैतिज (Horizontal) आरक्षण निर्धारित है. यह आरक्षण उन छात्रों को मिलता है, जिनकी न्यूनतम विकलांगता 40% है. इसमें लोकोमोटर डिसेबिलिटी, सेरेब्रल पाल्सी, अंधापन, बहरापन, ऑटिज्म और रक्त विकार जैसी कई स्थितियां शामिल हैं. एडमिशन के लिए निर्धारित फॉर्मेट में मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी होता है.
3. आरक्षण का फायदा और सर्टिफिकेट की अनिवार्यता
डॉक्यूमेंट की समय-सीमा: आवेदन के समय अगर किसी छात्र के पास वैध प्रमाण-पत्र न हो तो वह आवेदन की रसीद जमा कर सकता है. लेकिन फाइनल एडमिशन से पहले उसे मूल और वैध प्रमाण-पत्र प्रेजेंट करना जरूरी होता है. सामान्य मेरिट से चयन: अगर कोई आरक्षित श्रेणी का छात्र अपने रिजल्ट के दम पर सामान्य मेरिट में चयनित हो जाता है तो उसे आरक्षित सीटों की गिनती में शामिल नहीं किया जाता. इससे आरक्षित सीटें अन्य पात्र उम्मीदवारों के लिए खुली रहती हैं.With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...
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First Published :
November 21, 2025, 10:43 IST

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