Last Updated:November 20, 2025, 13:55 IST
Combat Drone News: भारत के एक तरफ चीन तो दूसरी तरफ पाकिस्तान है. बांग्लादेश से भी सैकड़ों किलोमीटर की सीमा लगती है. शेख हसीना का जबसे तख्ता पलट हुआ है, यह इलाका भी खतरनाक हो गया है. ऐसे में भारत के लिए डिफेंस सिस्टम को मजबूत करना काफी जरूरी हो गया है.
Combat Drone News: भारत कॉम्बैट ड्रोन की फ्लीट को बढ़ाने पर लगातार काम कर रहा है. Combat Drone News: 21वीं सदी में युद्ध का स्वरूप काफी हद तक बदल चुका है. पहले जहां युद्ध में आर्मी की भूमिका काफी अहम होती थी, वहीं अब एयरफोर्स और नेवी का रोल काफी बढ़ गया है. बंदूक और तोप-टैंक से बात अब काफी आगे बढ़ चुकी है. आने वाले कुछ एक दशकों में फाइटर जेट का भी सीमित महत्व रह जाएगा. ड्रोन और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेपर का महत्व हर दिन बढ़ता जा रहा है. रूस-यूक्रेन से लेकर इजरायल-ईरान संघर्ष तक में ड्रोन की भूमिका स्पष्ट हो चुकी है. ऐसे में भारत भी पीछे नहीं रह सकता है. यही वजह है कि एक से बढ़कर एक खतरनाक और मॉडर्न ड्रोन का डेवलप किया जा रहा है. भारत ने इस दिशा में अब एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. काल भैरव-200 ड्रोन डेवलप करने की योजना पर विचार किया जा रहा है. रक्षा मंत्रालय ने 87 मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस ड्रोन (MALE) खरीदने पर विचार कर रहा है. यह ड्रोन अपने आप में बेहद खास है. फिर चाहे विस्फोटक ले जाना हो या फिर लगातार उड़ान भरने की क्षमता हो दोनों मामले में इस कैटेगरी के ड्रोन काफी अहम हैं.
भारत के करीब 30,000 करोड़ रुपये के विशाल सशस्त्र MALE (मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस) ड्रोन बाजार में हिस्सेदारी हासिल करने की दौड़ में अब एक स्टार्टअप ने भी दमदार दावेदारी ठोंक दी है. बेंगलुरु स्थित फ्लाइंग वेज डिफेंस एंड एयरोस्पेस (FWDA) ने रक्षा मंत्रालय के 87 MALE क्लास कॉम्बैट ड्रोन्स के लिए आने वाले RFP (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) में हिस्सा लेने की घोषणा की है. FWDA का दावा है कि एक यूनिट की कीमत 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से कम होगी. यानी इसकी कीमत इंपोर्टेड कॉम्पीटिटर (जैसे Predator श्रेणी) से लगभग आधी है. साथ ही ड्रोन में 90% से ज्यादा कंपोनेंट्स स्वदेशी हैं. कार्बन-फाइबर एयरफ्रेम से लेकर बेंगलुरु में बने एवियोनिक्स तक.
MALE ड्रोन – कब क्या हुआ?
जुलाई 2025 में DAC ने 87 MALE ड्रोन्स की खरीद को मंजूरी दी थी RFP इसी साल के अंत तक जारी होने की उम्मीद तीनों सेनाओं (थलसेना, नौसेना, वायुसेना) के लिए 6 महीने में ट्रायल, L1 को 64% और L2 को 36% ऑर्डर अमेरिका से आयात में देरी के बीच स्वदेशी विकल्प को बढ़ावाभारत उन्नत किस्म के ड्रोन खरीदने की तैयारी कर रहा है.
स्वदेशी AI-ऑपरेटेड कॉम्बैट ड्रोन ‘काल भैरव-200’ को हाल ही में अपग्रेड किया गया है. इस ड्रोन की मुख्य खूबियां इस तरह से हैं -:
105 किलोग्राम तक का वारहेड पेलोड (पहले से दोगुना) 30 घंटे तक की एंड्योरेंस 3,000 किलोमीटर तक की फेरी रेंज 25,000 फीट तक की ऊंचाई पर 220 किमी/घंटा की क्रूज स्पीड हाइब्रिड इलेक्ट्रिक-फ्यूल सेल पावरप्लांट ऑटोमेटेड स्वार्म ऑपरेशन, हाइपरस्पेक्ट्रल सेंसर से रियल-टाइम टारगेट डिस्क्रिमिनेशन और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर रेसिस्टेंसडीप-स्ट्राइक मिशन
इस टेंडर में अभी तक L&T-जनरल एटॉमिक्स और टाटा-बोईंग जैसे बड़े नाम आगे चल रहे थे, लेकिन हाल ही में क्रोएशिया में हुए ARCA 2025 कॉम्पिटिशन में सिल्वर मेडल जीतकर आई FWDA अब इन दिग्गजों को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में है. काल भैरव-200 इस साल की शुरुआत में दिखाए गए E2A2 वर्जन का उन्नत रूप है. कंपनी का कहना है कि LAC और IOR जैसे विशाल क्षेत्रों में लगातार निगरानी और डीप-स्ट्राइक मिशन के लिए यह ड्रोन बिल्कुल उपयुक्त है. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर FWDA ट्रायल में अपना दम दिखा पाई तो यह न सिर्फ एक स्टार्टअप की बड़ी जीत होगी, बल्कि भारत के डिफेंस सेक्टर में ‘डेविड बनाम गोलियथ’ की मिसाल भी कायम करेगी.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 20, 2025, 13:55 IST

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