नई दिल्ली/लखनऊ/वाराणसी: एक बैनर से शुरू हुआ विवाद अब पूरे देश में धर्म और राजनीति की नई लड़ाई बन गया है. कानपुर के रावतपुर गांव में 4 सितंबर को ‘I Love Muhammad’ का इलेक्ट्रिक बोर्ड लगाया गया था. ईद मिलाद-उन-नबी की शोभायात्रा में पहली बार ऐसा बोर्ड लगा. उसी वक्त यह बहस उठी कि क्या यह ‘नई परंपरा’ है. स्थानीय हिंदू संगठनों ने इसे तुरंत चुनौती दी. हिंदुओं का आरोप था कि उनके धार्मिक पोस्टर फाड़े गए. मुस्लिम पक्ष का कहना था कि पैगंबर मोहम्मद से मोहब्बत जताने में किसी को दिक्कत क्यों है. पुलिस ने विवादित बोर्ड हटवाया, लेकिन चिंगारी अब शोला बन चुकी थी.
FIR और गिरफ्तारी से भड़का मुस्लिम पक्ष
9 सितंबर को पुलिस ने 24 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया. आरोप लगे कि बोर्ड सांप्रदायिक उकसावे के लिए लगाया गया था. नौ लोग नामजद, पंद्रह अज्ञात. धाराएं लगीं- नफरत फैलाने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की. मुस्लिम पक्ष ने कहा कि यह उनके धार्मिक अधिकारों का हनन है.
इसके बाद आग भड़क गई. बरेली में जुमे की नमाज के बाद मौलाना खुरशीद आलम ने मुसलमानों से अपील की- घरों पर ‘I Love Muhammad’ के पोस्टर लगाओ. मुंबई के मुम्ब्रा में बारिश के बावजूद रैलियां हुईं. हैदराबाद के नामपल्ली गार्डन में प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए. नागपुर के मोमिनपुरा और उत्तराखंड के काशीपुर में हिंसा तक हो गई.
डिजिटल वॉरफ्रंट पर हिंदुओं का पलटवार
सोशल मीडिया ने इस आग को और हवा दी. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया- ‘I Love Muhammad अपराध नहीं है. यह हमारे ईमान का हिस्सा है. संविधान का आर्टिकल 25 हमें यह अधिकार देता है’.
Kishanganj, Bihar: On the ‘I Love Muhammad’ slogan, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says, “This matter started from Kanpur. There, perhaps the Additional DGP said that no new posters can be put up. After that, we said on social media that we love Prophet Muhammad… Our faith is not… pic.twitter.com/fpRIruRL51
इसी बीच हिंदू संगठनों ने पलटवार किया. ट्विटर (X) पर #ILoveRam, #ILoveMahadev, #ILoveHanuman ट्रेंड करने लगे. हजारों यूजर्स ने प्रोफाइल पिक्चर बदली. पोस्टर बनाए. वायरल मैसेज आया, ‘अब समय है हिंदू एकता दिखाने का. जाति-समुदाय भूलकर एकजुट हो जाओ’. एक पोस्ट पर हजारों कमेंट आए- ‘हर हर महादेव’. ‘जय श्रीराम’. माहौल गरमाता चला गया.
वाराणसी से उठा ‘I Love Mahadev’ का शंखनाद
काशी के संतों ने इसे सीधी चुनौती मान लिया. शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा- ‘यह चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की साजिश है. अगर 30 करोड़ लोग मोहम्मद के नाम पर जुलूस निकालेंगे तो 100 करोड़ लोग महादेव के नाम पर उतरेंगे’.
उन्होंने गरबा आयोजनों में गैर हिंदुओं की एंट्री रोकने की मांग की. कहा, ‘जैसे मक्का में गैर मुसलमानों को एंट्री नहीं, वैसे ही गरबा में गैर हिंदुओं को रोको. नहीं मानते तो ठोको’. काशी में संतों ने ‘I Love Mahadev’ के पोस्टर लगाए. पार्कों और घरों में तख्तियां टांगीं. उज्जैन में ‘I Love Mahakal’ का कैंपेन चला.
शिवाजी महाराज वाला पोस्टर और देवरिया का बवाल
देवरिया में ‘मुगलों का बाप छत्रपति शिवाजी महाराज’ का पोस्टर लगाया गया. पुलिस ने रात में हटा दिया. सुबह हिंदू संगठनों ने दोबारा वही पोस्टर लगा दिया. ‘जय शिवाजी’ के नारे लगे. पुलिस ने कई लोगों को हाउस अरेस्ट किया. लोगों का गुस्सा यही था कि जब मुस्लिम पक्ष के ‘इस्लाम जिंदाबाद’ पोस्टर को नहीं हटाया गया तो फिर हिंदू पोस्टर क्यों उतारा गया.
मुस्लिम महिलाओं का मोर्चा
लखनऊ में छोटे इमामबाड़े के पास मुस्लिम महिलाओं ने धरना दिया. ‘I Love Muhammad’ के पोस्टर लेकर नारे लगाए. उन्होंने कहा- ‘क्या मुस्लिम होना गुनाह है? जय श्रीराम कहना अपराध नहीं, तो मोहम्मद से मोहब्बत जताना कैसे गुनाह हो गया?’ महिलाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया. एक महिला बोली- ‘मैं अकेली महिला हूं, मुझे घर में बंद कर दिया गया. यह किस संविधान ने सरकार को अधिकार दिया है?’
तौकीर रजा और साध्वी प्राची आमने-सामने
बरेली से मौलाना तौकीर रजा ने 26 सितंबर को बड़े प्रदर्शन का एलान किया है. उन्होंने कहा, ‘मुसलमान का बच्चा-बच्चा अपने रसूल से इश्क करता है. हम बेबस हो चुके हैं लेकिन अपने रसूल के लिए जान दे देंगे’. उधर बागपत पहुंची साध्वी प्राची ने इसे नया जिहाद करार दिया. उन्होंने कहा- ‘यूपी सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए. हिंदुस्तान हिंदुओं का देश है. अगर मुस्लिमों को गरबा पसंद है तो मस्जिद में करें’.
Delhi: On the “I Love Muhammad” slogan, Congress leader Udit Raj says, “There is a Muslim population of 25 crore in the country. Can’t 10-20 thousand people be bought? Or can’t they be used by enticing them with greed as part of a conspiracy? I think there is a conspiracy behind… pic.twitter.com/MA6mEfV4xM
राजनीतिक मैदान भी गरमाया
महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि बीजेपी नफरत फैला रही है ताकि गवर्नेंस की असफलता छिप सके. उमर अब्दुल्ला बोले, ‘I Love Muhammad लिखने पर केस करना मानसिक बीमारी है’. कांग्रेस ने चुप्पी साध ली, लेकिन राहुल गांधी पर साध्वी प्राची ने वार किया, ‘उनके बयान से तख्तापलट नहीं होगा. हमने 2019 और 2024 में तख्तापलट कर दिखाया’.
#WATCH | Srinagar: On ‘I Love Muhammad’ row, J&K CM Omar Abdullah says, “Why is anyone objecting to this? Who can object to writing these three words? I cannot understand how these three words can be the cause of arrests. Only someone mentally unwell can make a case out of these… pic.twitter.com/rrz8d2fx5g
दिल्ली से काशीपुर तक बवाल
काशीपुर में बिना परमिशन जुलूस निकाला गया. सपा नेता नदीम अख्तर पर आरोप लगे. बवाल हुआ. पुलिस ने बुलडोजर चलाया. दुकानों पर कार्रवाई हुई. मुस्लिम समाज का डेलिगेशन पुलिस अफसरों से मिला. कहा- निर्दोषों पर कार्रवाई बंद करो. दिल्ली में भी ‘I Love Muhammad’ का कार्यक्रम कैंसिल करना पड़ा. पुलिस ने आयोजक सगीर को डिटेन किया.
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