Communal Attack: बांग्लादेश के मुख्य सलाहाकार मोहम्मद यूनिस ने शेख हसीना की सत्ता पलट के दौरान हिंदुओं के साथ हुई हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है. मोहम्मद यूनिस ने बांग्लादेशी हिंदुओं के साथ हुई हिंसा को भारत द्वारा प्लांट फेक न्यूज करार देते हुए निशाना साधा है. इतना ही नहीं यूनिस ने अमेरिका के राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप को लेकर भी तीखी प्रतिक्रिया दी है.
हिंदुओं के साथ हुई थी हिंसा
बांग्लादेश में शेख हसीना को सड़कों पर उतरी जनता ने सत्ता से बेदखल कर दिया था. शेख हसीना के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्कों के साथ हिंसा की खबरें सामने आई थी. जहां, हिंदुओं ने बड़ी संख्या में बांग्लादेश की सड़कों पर उतर इसका विरोध जताया था. जिसके बाद भारत ने पड़ोसी देश में हिंदुओं के साथ हो रही बर्बरता पर चिंता जाहिर की थी.
बांग्लादेश के मुख्य सलाहाकार ने नकारा
बांग्लादेश में प्रदर्शन कर रही भीड़ द्वारा हिंदुओं के साथ की गई हिंसक घटनाओं को लेकर भारत ने आपत्ति जताई थी. अब इसको लेकर मोहम्मद यूनिस ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि " तख्ता पलट के दौरान हिंदुओं के साथ कोई हिंसा नहीं हुई. ये सिर्फ और सिर्फ भारत की तरफ से चलाई गई झूठी खबरें थी". यूनिस ने यह भी कहा कि "शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में हुई हिंसा के वक्त सरकार अलर्ट पर थी, क्योंकि भारत इस तरह की चीजें हम पर थोप कर हम पर दवाब बनाना चाहता था.
यह भी पढ़ें : West Bengal: पुलिस के हत्थे चढ़े MBBS छात्रा रेप कांड के 3 आरोपी, 2 अभी-भी फरार
ट्रंप ने हिंसा को बर्बरता बताया
जहां एक तरफ भारत लगातार बांग्लादेश में हिंसा का शिकार हो रहे हिंदुओं को तुरंत राहत देने की बात कही जा रही थी. तो वहीं, भारत के पड़ोसी देश में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बर्बर अत्याचार करार दिया था. यूनिस ने ट्रंप पर पलटवार करते हुए कि "क्या ट्रंप को इस बारे में थोड़ी सी भी जानकारी थी की आखिर उस वक्त बांग्लादेश में क्या हो रहा था ?"
ढाका की सड़कों पर उतरे हिंदू
गौरतलब है कि, पिछले साल नवंबर में ढाका की सड़कों पर लगभग तीस हजार हिंदुओं ने उतरकर यूनिस से सुरक्षा की मांग की थी. साथ ही भेदभाव और हिंसा के शिकार से प्रभावित हिंदूओं ने हिंदू नेताओं पर लगे राज द्रोह के आरोप हटाने की भी मांग की थी.