Last Updated:July 30, 2025, 16:51 IST
Jhalawar News : राजस्थान के झालवाड़ जिले के पीपलोदी गांव में हुए स्कूल हादसे के कलंक को मिटाने के लिए सूबे की भजनलाल सरकार इस गांव की दशा को बदलेगी. झालावाड़ जिला प्रशासन अब इस गांव को 'आदर्श गांव' बनाएगा. इसके...और पढ़ें

हाइलाइट्स
पीपलोदी गांव को आदर्श गांव बनाएगी सरकार.हादसे में घायल बच्चों को 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा.गांव में सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए विकास कार्य होंगे.झालावाड़. स्कूल हादसे में सात बच्चों की मौत के बाद देशभर में चर्चा में आए झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव को अब आदर्श गांव बनाया जाएगा. इसके लिए स्थानीय जिला प्रशासन ने संकल्प लिया है. इस गांव को अतिक्रमण मुक्त और सुविधा संपन्न बनाया जाएगा. इसके साथ ही इस हादसे के घायल हुए बच्चों को आगामी 15 अगस्त को स्वाधीनता दिवस के जिला स्तरीय समारोह में सम्मानित भी किया जाएगा. गांव के लिए आवश्यक सुविधाएं जुटाई जाएंगी. वहीं नए स्कूल भवन के कक्षा कक्षों के नाम हादसे के शिकार हुए बच्चों के नाम पर रखे जाएंगे.
जानकारी के अनुसार सरकारी लापरवाही के कारण सात बच्चों की दर्दनाक मौत का कलंक झेलने वाले पीपलोदी गांव के माथे से यह दाग मिटाया जाएगा. झालावाड़ जिला प्रशासन ने अब पिपलोदी गांव को आदर्श गांव बनाने का संकल्प लिया है. झालवाड़ जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को इसकी अहम जिम्मेदारियां सौंपी है. गांव को अतिक्रमण मुक्त कर यहां बिजली, पानी, चिकित्सा, सड़क और शिक्षा सहित विभिन्न सेवाओं को बेहतर किया जाएगा. इस कड़ी में गांव में पीड़ित परिवारों को टीन शेड और केटल शेड के लिए एक 1-1 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है.
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घायल बच्चों को 15 अगस्त पर सम्मानित किया जाएगा
गांव में शमशान घाट तक के रास्ते को बेहतर बनाने के लिए इंटरलॉकिंग का काम करवाया जाएगा. इस कार्य के लिए 15 लाख रुपये की राशि भी स्वीकृत कर दी गई है. हादसे में घायल हुए बच्चों की मानसिक मजबूती की सराहना करने के लिए उन्हें 15 अगस्त को जिला स्तरीय समारोह में सम्मानित किया जाएगा. गांव के अन्य समस्याओं को भी गंभीरता से लेकर उनको दुरुस्त किया जाएगा. पीपलोदी गांव के सरकारी स्कूल में यह हादसा 25 जुलाई को हुआ था.
हादसे में सात बच्चों की मौत और 30 अन्य बच्चे घायल हो गए थे
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर गांव में बनने वाले नए स्कूल में कक्षा कक्षों के नाम हादसे के शिकार हुए बच्चों के नाम पर रखने का ऐलान पहले ही कर चुके हैं. स्कूल हादसे के बाद गांव में अभी तक मातम का माहौल है. इस हादसे में पीपलोदी गांव के सात मासूम बच्चों की मौत हो गई थी. गांव के जर्जर सरकारीस्कूल के भवन की छत इन बच्चों पर गिर पड़ी थी. हादसे में 30 अन्य बच्चे घायल हो गए थे. इस हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। वहीं जर्जर हो चुके लचर सरकारी सिस्टम की पोल खोलकर भी रख दी थी.
बच्चों की मौत की चर्चा देशभर में अभी तक हो रही है
सरकारी लापरवाही का शिकार हुए बच्चों की मौत की चर्चा देशभर में अभी तक हो रही है. हादसे के बाद चेती सूबे की भजनलाल सरकार ने अब प्रदेशभर में जर्जर हालत में अंतिम सांसें गिन रहे सरकारी स्कूल भवनों की तत्काल मरम्मत कराने का बीड़ा उठाया है. वहीं उदयपुर में तो बेहद जर्जर हो चुके 50 स्कूल भवनों को जमींदोज करने का बड़ा फैसला किया गया है. हादसे के बाद अब सरकार जर्जर हो चुके सरकारी भवनों के लिए नए नियम कायदे बनाने में जुटी है.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jhalawar,Jhalawar,Rajasthan