स्‍टेशनों में गरम चाय... या गरम समोसा... वाली आवाज गुजरे दिनों की हो जाएगी बात

2 hours ago

Last Updated:November 13, 2025, 09:25 IST

ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को खाने पीने के लिए प्‍लेटफार्म में आने वाले वेंडरों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. भारतीय रेलवे स्‍टेशनों में खास व्‍यवस्‍था कर रही है, जिससे यात्री स्‍वयं ही अपनी मनपसंद आटोमैटिक मशीने से खरीद सकता है.

स्‍टेशनों में गरम चाय... या गरम समोसा... वाली आवाज गुजरे दिनों की हो जाएगी बातइस तरह की मशीनें स्‍टेशन पर लगनी शुरू हो गयी हैं.

नई दिल्‍ली. ट्रेनों में सफर के दौरान प्‍लेटफार्म पर गरम चाय या गरम समोसा की आवाज गुजरे जमाने की हो जाएगी. रेलवे यात्रियों की सुविधाओं और आराम को ध्‍यान में रखते हुए स्‍टेशनों पर आटोमैटिक वेंडिंग मशीनें लगा रहा है. इन मशीनों से यात्री कैशलेस सामान स्‍वयं खरीद सकता है. इसकी शुरुआत पूर्व रेलवे के आसनसोल डिवीजन के दुर्गापुर स्टेशन से की गयी है. धीरे धीरे अन्‍य स्‍टेशनों पर भी मशीनें लगाई जाएंगी.

ये अत्याधुनिक वेंडिंग मशीनें साफ सुथरे ढंग से पैक किए गए खाद्य पदार्थों, नाश्ते और पेय पदार्थों की वैराइटी यात्रियों को चौबीसों घंटे मिलेंगी. यूपीआई-आधारित डिजिटल भुगतान इंटरफ़ेस के साथ डिज़ाइन की गई ये मशीनें लेन-देन को सरल, तेज़ और संपर्क रहित बनाती हैं. जिससे विशेषकर भीड़-भाड़ वाले समय या देर रात को यात्रियों का समय बचता है और साथ ही कतारों से बचने में मदद मिलती है.

इन स्वचालित वेंडिंग मशीनें (एवीएम) की शुरुआत आसनसोल डिवीजन की यात्री सुविधाओं के आधुनिकीकरण और यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने को दर्शाती है. इन स्वचालित वेंडिंग मशीनें (एवीएम) की शुरुआत के साथ दुर्गापुर स्टेशन एक स्मार्ट, स्वच्छ और यात्री-केंद्रित स्टेशन बनने की दिशा में एक और कदम बढ़ा है. यह पहल भारतीय रेलवे के इन्‍नोवेशन, डिजिटल परिवर्तन और ग्राहक संतुष्टि को ध्‍यान में रखते हुए किया गया है. रेलवे मंत्रालय के अनुसार इस तरह की मशीनें धीरे धीरे दूसरे प्रमुख स्‍टेशनों पर भी लगाई जाएंगी.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Location :

Asansol,Barddhaman,West Bengal

First Published :

November 13, 2025, 09:25 IST

homebusiness

स्‍टेशनों में गरम चाय... या गरम समोसा... वाली आवाज गुजरे दिनों की हो जाएगी बात

Read Full Article at Source