कमरा नंबर 13 की कहानी, जहां आतंकियों का लगा जमघट, जानिए सीक्रेट मीटिंग का राज

1 hour ago

Last Updated:November 13, 2025, 10:49 IST

Delhi Car Blast Case: दिल्ली लाल किला कार ब्लास्ट में एक और खुलासा हुआ है. अल-फलाह यूनिवर्सिटी से मिली डायरी से पता चला है कि देश में अन्य जगहों पर आतंकी वारदात करने की प्लानिंग थी. अल-फलाह यूनिवर्सिटी में इसके लिए आतंकियों की एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी.

कमरा नंबर 13 की कहानी, जहां आतंकियों का लगा जमघट, जानिए सीक्रेट मीटिंग का राजसामने आया अल-फलाह यूनिवर्सिटी में सीक्रेट मीटिंग का राज

Delhi Car Blast News: दिल्ली ब्लास्ट के बाद ‘डॉक्टर्स ऑफ टेरर’ की कुंडली खंगाली जा रही है. अल-फलाह यूनिवर्सिटी जांच के केंद्र में है. यही वह यूनिवर्सिटी है, जहां के कई डॉक्टर पकड़े गए हैं. दिल्ली ब्लास्ट के आंतकी डॉक्टर उमर और पकड़ा गए आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल की मुलाकात की कहानी भी इसी यूनिवर्सिटी में है. अल-फलाह यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग नंबर 17 आतंकियो का मीटिंग प्वाइंट थी. बिल्डिंग नंबर 17 के दो कमरों में दिल्ली समेत यूपी कई ठिकानों को बम से उड़ाने की साजिश रची गई थी.

सूत्रों के मुताबिक, बिल्डिंग नंबर 17 के कमरा नंबर 13 और कमरा नंबर 4 में दिल्ली समेत यूपी के कई ठिकानों में बम धमाके करने का प्लान बना था. अल-फलाह यूनिवर्सिटी में 13 नंबर कमरा पुलवामा के डॉक्टर मुजम्मिल अहमद गनई का था. इसी कमरे में वह दूसरे आतंकी डॉक्टर्स के साथ सीक्रेट मीटिंग किया करता था. अल-फलाह यूनिवर्सिटी के कैंपस के अंदर डॉक्टर उमर का कमरा नंबर 4 था. यहां भी आतंकियों की मीटिंग होती थी. यूनिवर्सिटी के लैब से कुछ कैमिकल किस तरह यूनिवर्सिटी से बाहर मुजम्मिल के कमरे पर ले जाने हैं, सब इसी 13 नंबर कमरे में तय होता था.

पुलिस को रेड में क्या-क्या मिला

बहरहाल, इस 13 नंबर कमरे को पुलिस ने सीज करके यहां से कई तरह के डिवाइस और पैन ड्राइव बरामद की है. यह बात भी सामने आई है कि इस कैंपस में दो फैकल्टी डॉक्टर उमर नबी और कानपुर से पकड़ी गई शाहीन शाहिद ने कॉलेज की लैब से कैमिकल अरेंज करके फरीदाबाद के धौज और टागा गांव में ट्रांसपोर्ट किए. फोरेंसिक टीम ने 17 नंबर बिल्डिंग के कमरा नंबर 13 से और लैब से कुछ रसायनिक पदार्थ और डिजिटल डेटा बरामद किया है. शक है इन रसायनिक पदार्थो, कम मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट और ऑक्साइड मिलाकर विस्फोटक तैयार किए गए थे.

रूम नंबर 4 और 13 का राज

सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसी के हाथ डॉक्टर उमर और डॉक्टर मुजम्मिल की डायरी लगी है. इससे अब दिल्ली धमाका के कई सवालों के जवाब मिलने की संभावना है. यह डायरी मंगलवार और बुधवार को अल-फलाह यूनिवर्सिटी के कैंपस के अंदर डॉक्टर उमर के रूम नंबर चार और मुजम्मिल के रूम नंबर 13 से मिली है. इसके अलावा पुलिस को एक डायरी मुजम्मिल के उस कमरे से भी मिली है, जहां से पुलिस ने धौज में 2900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद किया था. मुजम्मिल का यह कमरा अल-फलाह यूनिवर्सिटी से महज 500 मीटर की दूरी पर है.

डायरा में कौन सा राज?

आतंकियों के पास से मिली इस डायरी और नोटबुक में कोड वर्ड्स का इस्तेमाल किया गया है. इनका रेफरेंस 8 से 12 नवंबर के तौर पर भी आ रहा है. डायरी में लिखे गए कोड से पता चलता है कि आरोपी 8 से 12 नवंबर के बीच कोई बड़ा हमला करने की तैयारी में थे. सूत्रों की माने तो डायरी के अंदर ऑपरेशन शब्द का कई बार इस्तेमाल किया गया है. डायरी में 25-30 लोगों के नाम लिखे गए हैं और ये लोग अधिकांश जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद या आसपास के इलाके के रहने वाले हैं.

Shankar Pandit

Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें

Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...

और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

First Published :

November 13, 2025, 10:49 IST

homenation

कमरा नंबर 13 की कहानी, जहां आतंकियों का लगा जमघट, जानिए सीक्रेट मीटिंग का राज

Read Full Article at Source