Last Updated:July 15, 2025, 11:14 IST
Shubhanshu Shukla News: शुभांशु शुक्ला आईएसएस से Axiom-4 मिशन (Ax-4) मिशन के बाद आज धरती पर वापस लौटेंगे. उनकी चार सदस्यों वाली टीम संभवतः 3 बजे समंदर पर लैंड करेंगे. मगर, लैंडिग का अंतिम पल कैसा होगा?

शुभांशु शुक्ला की लैंडिंग का अंतिम पल कैसा होगा?
Shubhanshu Shukla Landing News: भारतीय-पायलट शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन की सफल मिशन के बाद अपनी सबसे जोखिमभरी और निर्णायक यात्रा शुरू कर दी है. शुक्ला और AX-4 टीम ने ISS से थ्री‑स्टेज रिट्रीव प्रक्रिया सोमवार को शाम 4:45 बजे (भारतीय समयानुसार) SpaceX के ड्रैगन ‘Grace’ ने ISS से अनडॉक की. रातभर धरती का चक्कर लगाने के बाद स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ‘ग्रेस’ ‘फायरी डिसेंट’ की तैयारी कर चुका है. 22 घंटे की यात्रा के बाद यह स्पेसशिप भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 3 बजे कैलिफोर्निया तट पर समंदर में स्प्लैशडाउन करेगा.
सोमवार को शाम 4 बजे Axiom-4 मिशन (Ax-4) के चार चालक दल को लेकर स्पेसएक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ‘ग्रेस’ स्पेस स्टेशन से रवाना होने के बाद धरती के वायुमंडल में घुसने से पहले 22 घंटे तक वायुमंडल का चक्कर लगाया. आज दोपहर को यह स्पेसक्राफट धरती की वायुमंडल में प्रवेश करेगा. लेकिन, जानना जरूरी है कि जब यह स्पेसक्राफ्ट धरती की वायमंडल में प्रवेश करने और समंदर में स्प्लैशडाउन करने से पहले अंतरिक्षयात्रियों का यह अंतिम पल कैसा होगा?
रिकवरी विंडो की जांच
जब सोमवार को SpaceX का ड्रैगन ‘Grace’ ने ISS से अन्डॉक करने के बाद चालक दल ने अपने प्रेसर सूट उतार कर रेस्ट लिया. मंगलवार दोपहर अंतरिक्ष में अपने निर्धारित स्थान पर पहुँचने के बाद, चालक दल के सदस्य फिर से अपने प्रेशर सूट पहन लेंगे. धरती पर मिशन कंट्रोल रूम ने पूरी तरह से फ्लाइट का रास्ता, मौसम और सर्फेस रिकवरी विंडो की जांच कर रही थी ताकि किसी भी प्रकार के अनहोनी को टाला जा सके. स्पेस स्टेशन से निकलने के बाद ‘ग्रेस‘ ने धरती की 22 घंटे तक चक्कर लगाई. ये चक्कर धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है, जो इसे ताकत और समय देता है.
तेजी से बढ़ते तापमान और मजबूत स्पीड
मंगलवार दोपहर 2:07 बजे (भारतीय समयानुसार) Dragon Grace का डिऑर्बिट बर्न होगा, जो इसे पृथ्वी की ओर सटीक मार्ग प्रदान करेगा. लगभग 2:26 बजे ये कैप्सूल 8-10 मिनटों के भीतर अपना आगे का हिस्सा अलग कर देगा और नोज कोन बंद हो जाएगा. इससे सेंसर वायुमंडल के तापमान से सुरक्षित रहेंगे. हालांकि, धरती के वायुमंडल में दोबारा प्रवेश के दौरान यह बाहर के 1600°C की तापमान से मुकाबला करेगा. समंदर के सर्फेस से लगभग 3 किलोमीटर की ऊंचाई पर ड्रैगन के पैराशूट खुलेंगे. 2 किलोमीटर तक पहले डैगन पैराशूट और फिर मुख्य पैराशूट चालक दल को सुरक्षित तट तक लेकर आएंगे.
सफल लैंडिंग और आराम
धरती पर इस मिशन को मॉनिटर कर रही टीम अगर सबकुछ नॉर्मल पाती है तो करीब भारतीय समयानुसार 3:01 पर कैलिफोर्निया तट पर पानी में सुरक्षित उतरेगा. समंदर में लैंडिंग के बाद तुरंत रीकवरी टीम की जहाज पहुंचेगी. चालक दल की हेल्थ मॉनिटरिंग के बाद उनको ह्यूस्टन भेजा जाएगा. स्पेस से लौटे अंतरिक्ष यात्रियों को माइक्रोग्रा्टी से पुनः मजबूती लाने में समय लगता है. इसलिए, सभी यात्रियों को लगभग 10 दिन के लिए पृथ्वी पर क्वारंटीन और रीहेब में रखा जाता है.
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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