राजस्थान में ऐसा जल प्रलय पहले कभी नहीं देखा! रेगिस्तान में समंदर सा नजारा

7 hours ago

Last Updated:July 28, 2025, 10:37 IST

Rajasthan Flood Threat : राजस्थान में हो रही ताबड़तोड़ बारिश ने लोगों को हिलाकर रख दिया है. बीसलपुर और कोटा बैराज समेत कई बांध लबालब हो गए हैं. इनमें कई गेट खोलकर पानी भी भारी निकासी की जा रही है. जानें राजस्था...और पढ़ें

राजस्थान में ऐसा जल प्रलय पहले कभी नहीं देखा! रेगिस्तान में समंदर सा नजाराकोटा बैराज के 12 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है.

हाइलाइट्स

राजस्थान में भारी बारिश से कई बांधों के गेट खोले गए हैं.बीसलपुर बांध के 6 गेट खोलकर 72 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.कोटा बैराज के 12 गेट खोलकर तीन लाख क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है.

जयपुर. राजस्थान भारी बारिश के कहर से जूझ रहा है. ताबड़तोड़ हो रही बारिश यहां इस बार सभी रिकॉर्ड तोड़ने पर अमादा हो रही है. रेगिस्तान में समंदर सी लहरें उठ रही हैं. जुलाई के महीने में ही बीसलपुर बांध के गेट खोलने पड़ गए हैं. अन्य बांधों के गेट जुलाई माह के बीच में ही खोल दिए गए. इस बार यहां हो रही भारी बारिश के कारण आज भी कोटा बैराज समेत कई बड़े बांधों के गेट खुल हुए हैं. बड़े बांधों से गेट खोलकर भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है. इससे इन बांधों के डाउन स्ट्रीम इलाकों के लोग खौफ में हैं.

धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है. अभी राजस्थान के भरतपुर, बीकानेर, जयपुर और अजमेर संभागों में 28, 29 और 30 जुलाई को भारी से अति भारी बारिश होने के आसार हैं. कई जिलों में स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई है. सभी जगह प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. जल संसाधन विभाग सभी बांधों पर पैनी नजरें बनाए हुए हैं. हालात बिगड़ने पर प्रभावित लोगों को अस्थाई रूप से सुरक्षित स्थानों पर ठहराने के इंतजाम तेज कर दिए गए हैं.

बीसलपुर बांध 6 गेट खोल दिए गए हैं
टोंक जिले में स्थित बीसलपुर बांध से पानी की निकासी बढ़ा दी गई है. वहां 6 गेट खोलकर 72 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. कोटा इलाके में हो रही बारिश के कारण चंबल नदी में उफान आया हुआ है. इसके कारण कोटा बैराज इस मौसम में तीसरी बार छलक उठा है. इसके चलते आज इसके 12 गेट खोलकर तीन लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. चंबल नदी का जलस्तर धौलपुर में सोमवार को सुबह 8 बजे 131.20 मीटर दर्ज किया गया है. धौलपुर में नदी का खतरे का निशान 130.79 मीटर पर तय है.

कालीसिंध बांध के 5 गेट खोलकर छोड़ा जा रहा है पानी
झालावाड़ जिले और सीमावर्ती एमपी में हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. वहां कालीसिंध बांध के 5 गेट खोलकर 75521 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है. भीमसागर बांध के 4 गेट खुले हुए हैं. छापी बांध के 5 गेट खोल रखे हैं. कालीसिंध, आहू, चंवली, रेवा और उजाड़ सहित कई छोटी बड़ी नदियां उफान पर है. करौली के पांचना बांध से पानी की निकासी लगातार जारी है. आज भी यहां बांध के दो गेट खोलकर की 1300 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है.

नवनेरा एबरा बांध के 10 और गुड़ा बांध के 12 गेट खोले
गेट खोले ईआरसीपी के कालीसिंध पर बने नवनेरा एबरा बांध के 10 गेट खोलकर दो लाख क्यूसेक पानी की निकासी की शुरू की गई है. बूंदी जिले के गुड़ा बांध के 12 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है. प्रतापगढ़ के भंवर सेमला बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. यह जलस्तर सोमवार को सुबह तक 12.80 मीटर गेज तक पहुंच गया है. बांध की कुल क्षमता 14.70 मीटर है. बांध के गेट किसी भी समय खोले जा सकते हैं. जिले के हमजा खेड़ी और बोरिया बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं.

Sandeep Rathore

संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.

संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.

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