राजनाथ ऑस्‍ट्रेल‍िया तो पीयूष गोयल कतर, उधर स्‍टार्मर आ रहे भारत, क्‍या चल रहा

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Last Updated:October 06, 2025, 22:14 IST

राजनाथ सिंह ऑस्ट्रेलिया में तीन रक्षा समझौते करेंगे, पीयूष गोयल कतर में ट्रेड डील्स पक्की करेंगे, कीर स्टार्मर दिल्ली में नरेंद्र मोदी से मिलेंगे, फोकस ट्रेड और डिफेंस पर रहेगा.

राजनाथ ऑस्‍ट्रेल‍िया तो पीयूष गोयल कतर, उधर स्‍टार्मर आ रहे भारत, क्‍या चल रहारक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्‍टार्मर

अक्टूबर का यह महीना इंडियन डिप्‍लोमेसी के ल‍िहाज से काफी अहम होने जा रहा है. एक ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑस्ट्रेलिया जाने वाले हैं, तो दूसरी तरफ वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल कतर के रेगिस्तानी ताप में डील्स पक्का करने निकल पड़े हैं. दोहा में मीटिंग के दौरान पीयूष गोयल ने कहा, भारत-कतर द्विपक्षीय व्यापार 2030 तक दोगुना हो सकता है. इसी बीच ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने द‍िल्‍ली आ रहे हैं. इन मुलाकातों में काफी कुछ तय होने वाला है, जो ट्रेड, टेक्‍नोलाॅजी और डिफेंस में काफी अहम होगा.

सबसे पहले बात राजनाथ सिंह की. 2014 के बाद पहली बार कोई भारतीय रक्षा मंत्री ऑस्ट्रेलिया जा रहा है. 9-10 अक्टूबर को कैनबरा में उनकी लैंडिंग होगी. क्वाड (Quad) के चारों पार्टनर भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया चीन के बढ़ते दबदबे को देखते हुए अलर्ट हैं. इसल‍िए इस मुलाकात को खास नजर‍िये से देखा जा रहा है. राजनाथ वहां तीन बड़े रक्षा समझौते साइन करने वाले हैं. एक तो इंटेलिजेंस शेयरिंग का, दूसरा जॉइंट मिलिट्री एक्सरसाइज को और कॉम्प्लेक्स बनाने का, तीसरा मैरिटाइम सिक्योरिटी का होगा. मतलब, हिंद-प्रशांत इलाके में भारत-ऑस्ट्रेलिया का स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप पांच साल पुराना हो चुका है, लेकिन अब ये लेवल अप हो रहा है. ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर फिलिप ग्रीन ने खुद कहा है कि ये विजिट डिफेंस पार्टनरशिप को और गहरी करने का यूनिक चांस है. उन्‍होंने खुद कहा, स्ट्रेटेजिक डायलॉग बढ़ाओ, इंफो शेयर करो और एक्सरसाइज को हाईटेक बनाओ. हम यही करने जा रहे हैं.

पीछे क्या चल रहा?
एक बात तो साफ है क‍ि इंडो-पैसिफिक में चीन दादाग‍िरी कर रहा है. साउथ चाइना सी से लेकर इंडियन ओशन तक, बीजिंग की नजरें हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया मिलकर पावर बैलेंस का नया चैप्‍टर ल‍िख रहे हैं. राजनाथ सिंह वहां एक बिजनेस राउंडटेबल भी लीड करेंगे, जहां दोनों देशों के डिफेंस इंडस्ट्री के लोग मिलेंगे. हो सकता है क‍ि एचएएल और बोइंग जैसी कंपन‍ियां मिलकर ड्रोन्स या सबमरीन्स पर काम करें. अगर ऐसा हुआ तो यह गेम-चेंजर होगा. इससे भारत को नई टेक्नोलॉजी मिलेगी और ऑस्ट्रेलिया को इंडियन मार्केट का फायदा मिलेगा.

पीयूष गोयल कतर क्‍यों गए?
अब कतर की बात. पीयूष गोयल कतर की राजधानी दोहा पहुंच चुके हैं और 7 अक्टूबर तक रहेंगे. गोयल कतर-इंडिया ज्‍वाइंट कमिशन ऑन ट्रेड एंड कॉमर्स को संबोध‍ित करेंगे. भारत का फोकस कतर के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) या कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट के टर्म्स ऑफ रेफरेंस फाइनल करना है. वर्तमान में दोनों देशों का ट्रेड 14 बिलियन डॉलर का है, लेकिन भारत का डेफिसिट 10.78 बिलियन है, क्‍योंक‍ि भारत 89% इंपोर्ट पेट्रोलियम का का करता है. भारत चाहेगा क‍ि वहां एग्रीकल्चर, एनर्जी, फाइनेंस, टूरिज्म और हेल्थकेयर पर भारत खर्च करे. एक ज्‍वाइंट बिजनेस काउंसिल भी लॉन्च होगा, जहां भारतीय उद्योगपत‍ि कतर के उद्योगपत‍ियों से मिलेंगे.

क्‍यों अहम ये दौरा?

पीयूष गोयल का दौरान भारत की एनर्जी सिक्‍योरिटी के ल‍िहाज से काफी अहम होने जा रहा है. कतर दुनिया का टॉप LNG एक्सपोर्टर है. भारत भी सबसे ज्‍यादा एलएनजी यहीं से मंगाता है. भारत को रूस-यूक्रेन वॉर के बाद अल्टरनेटिव चाहिए. वह चाहता है क‍ि कतर ट्रेड के सारे बैरियर्स हटाए, नॉन-टैरिफ इश्यूज सॉल्व करे और एक्‍सपोर्ट बढ़ाए. ताक‍ि केमिकल्स, फर्टिलाइजर्स, मेटल्स तक भारत की पहुंच बढ़ सके. हाइड्रोकार्बन्स के अलावा जॉइंट वेंचर्स से डेफिसिट कम होगा. यह मिडिल ईस्ट में भारत का बैलेंसिंग एक्ट भी है. सऊदी, UAE के साथ डील्स के बाद कतर से ये तीसरा बड़ा कदम उठाया है, जो ग्लोबल साउथ को मजबूत करेगा.

कीरस्टार्मर क्‍यों आ रहे

ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर 8-9 अक्टूबर को आएंगे. ये उनका पहला ऑफिशियल विजिट है. इसमें जुलाई में साइन हुए इंडिया-UK कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (CETA) को इम्प्लीमेंट करने पर फोकस होगा. 2035 का विजन रोडमैप बनेगा. ट्रेड, टेक, सिक्योरिटी, क्लाइमेट चेंज पर बात होगी. स्टार्मर ने कहा क‍ि मीटिंग में FTA की प्रोग्रेस रिव्यू होगा, खासकर टैरिफ कट्स और इनवेस्टमेंट फ्लो पर बात होगी. ब्रेक्सिट के बाद UK को नई मार्केट्स चाहिए और भारत 1.4 बिलियन कंज्यूमर्स का गोल्डमाइन है. लेकिन पर्दे के पीछे की बात है क‍ि लेबर पार्टी की ‘ग्रीन ग्रोथ’ पॉलिसी को इंडिया के रिन्यूएबल एनर्जी से मैच करनी है. स्टार्मर का ये दौरा G7, G20 के बाद तीसरी मीटिंग है. लगता है UK इंडिया को ‘स्ट्रेटेजिक पार्टनर’ मानकर यूरोपियन यूनियन से दूर भाग रहा है.

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें

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Location :

Delhi,Delhi,Delhi

First Published :

October 06, 2025, 22:14 IST

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